दुर्घटना में घायल युवक सीएचसी पर तड़पता रहा, डॉक्टर बोले स्टाफ नहीं है कैसे करूं इलाज

Deepak Srivastava-


कछौना (हरदोई) – स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है और खर्च होने वाले बजट में वृद्धि कर रही हैं। ताकि गरीब जनता को अच्छा इलाज मुहैया हो सके। लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जिम्मेदार इसकी नैया डुबाने का काम कर रहे हैं। मंगलवार को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सड़क दुर्घटना में घायल युवक तड़पता रहा पर स्टाफ ना होने के कारण डॉक्टर ने इलाज करने से मना कर दिया l सीएमओ का फोन आने पर औपचारिकता निभाते हुए हल्का-फुल्का प्राथमिक इलाज कर जिला अस्पताल रेफर कर दिया l


जानकारी के अनुसार मंजेश (28) पुत्र जगदीश निवासी बरबटापुर माधोगंज मंगलवार रात अपनी पत्नी जिसका एन.बी. हॉस्पिटल में ऑपरेशन हुआ था को देखने बाइक UP30AB8224 द्वारा कस्बे के मुख्य चौराहे से एन बी हॉस्पिटल की ओर जा रहा था l तभी अचानक एचसीएल ऑफिस के आवारा गोवंशों के आ जाने के कारण वह असंतुलित होकर गोवंश से जा टकराया l जिसमें वह गंभीर रूप से घायल होकर अचेत हो गया l दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई, इसी दौरान रास्ते से गुजर रहे पत्रकार सौरभ श्रीवास्तव घायल युवक को स्थानीय लोगों की मदद से अपनी कार में बैठाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछौना लाए l जहां मौजूद डॉक्टर आनंद ने स्टाफ ना होने की बात कहते हुए इलाज करने से मना कर दिया l इस दौरान दुर्घटना में घायल युवक प्राथमिक उपचार के अभाव में काफी देर तक सीएचसी परिसर में बाहर पड़ा तड़पता रहा पर किसी स्वास्थ्य कर्मी ने उसे उठाकर उपचार हेतु ले जाना मुनासिब नहीं समझा l वार्ड बॉय सूर्यप्रकाश व स्वीपर सुनील छुट्टी पर थे वही फार्मासिस्ट अरविंद कुमार शुक्ला सीएचसी पर ना होकर अपने घर पर आराम फरमा रहे थे l डॉक्टर द्वारा फोन करने पर फार्मासिस्ट कुछ देर बाद सीएचसी पहुंचे और अस्पताल में कर्मचारी ना होने का रोना रोने लगे l युवक की हालत नाजुक देख लोगों ने मुख्य चिकित्साधिकारी को फोन कर मामले और यथास्थिति से अवगत कराया l जिसके बाद डॉक्टर व स्टाफ नर्स ने औपचारिकता निभाते हुए घायल युवक का हल्का-फुल्का प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल रेफर कर दिया l सूचना पर पहुंचे परिजन उसे एंबुलेंस द्वारा जिला अस्पताल ले गए l घायल के परिजनों का कहना है की सीएचसी पर कोई लापरवाही की शिकायत उच्चाधिकारियों से करेंगे l


फार्मासिस्ट ड्यूटी पर ना रहकर घर पर बना रहता है


सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछौना में तैनात फार्मासिस्ट अरविंद कुमार शुक्ला अक्सर ड्यूटी के दौरान स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद ना होकर कस्बा स्थित अपने घर पर आराम फरमाया करता है l इमरजेंसी के समय मरीज के परिजन भटकते रहते हैं l जिससे दुर्घटना में गंभीर घायल समय पर उपचार के अभाव में जिला अस्पताल पहुंचने तक जान पर बन आती है l मंगलवार को भी फार्मासिस्ट ड्यूटी पर ना हो कर घर पर आराम फरमा रहा था l


सीएचसी पर आए दिन बनी रहती है यही स्थिति


सीएचसी कछौना में ऐसा पहला मामला नही है यहां आये दिन स्टाफ की गैरमौजूदगी के चलते डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच नोकझोंक होती रहती है l जिसके कारण सड़क दुर्घटना में घायलों व गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों की समय से उपचार के अभाव में जान पर बन आती है l