योगी सरकार के प्रशासन की पोल खोल रहा जिले का महिला चिकित्सालय

             जिले का महिला चिकित्सालय योगी सरकार के प्रशासन की धज्जियां उड़ा रहा है । आए दिन यहां पर आशा बहुएं आपस में झगड़ा करती हैं या किसी बीमार के तीमारदार से पैसों के लेन-देन में झगड़ा होता है । वहीं आज एक बड़ा मामला सामने आया है जिसने जिला महिला अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ नर्स की भी पोल खोलकर रख दी है ।  कुछ पैसों के लिए तीन आशा बहू आपस में भिड़ गयीं । पूछताछ में एक आशा बहू ने अंदर स्टाफ नर्सों के बारे में तथा डॉक्टर के बारे में विरोध जताते हुए पूरा मामला मीडिया के सामने बयां किया है।
            आपको बताते चलें कि जिला के महिला अस्पताल में आज सुबह रेनू पांडे, उर्मिला और सुनीता अस्पताल के मुख्य दरवाजे पर आपस में उगाही के पैसे बांटने को लेकर लड़ाई कर दी । इस बीच हाथापाई भी की । आशा रेनू ने दर्द बयां करते हुए बताया कि किसी मरीज को कल बाहर निजी मेडिकल स्टोर से सौ रुपए लेकर ₹70 की दवा दिलाई थी, जिसमें ₹30 की बचत को लेकर तीन आशा बहुएं अपने-अपने कमीशन को लेकर भिड़ गईं । उर्मिला और सुनीता ने मिलकर रेनू पांडे की पिटाई कर दी वहीं पूछताछ करने पर एक आशाबहू मंजू शर्मा ने स्टाफ नर्स तथा डॉक्टर की पोल खोल दी । आरोप लगाते हुए कहा कि प्रत्येक प्रसव पर डॉक्टर तथा स्टाफ नर्स मिलकर हजारों रुपए की मांग करते हैं और यह जिम्मेदारी आशा बहू को दी जाती है । यदि कोई मरीज गरीबी के चलते इन पैसों की भरपाई नहीं कर पाता है तो उसे तत्काल अस्पताल से बाहर निकाल दिया जाता है या प्राइवेट नर्सिंग होम के लिए रेफर कर दिया जाता है । आशा बहू को धमकी दी जाती है कि ऐसे लोगों को लेकर दोबारा अस्पताल न लाया जाए जो नेग के नाम पर हजार रुपए भी नहीं दे सकते हैं ।