मझिया ग्राम सभा में भ्रष्टाचार का बोलबाला, ₹2000 में शौचालय और ₹20000 में आवास

हरदोई जिले की ग्राम सभा मझिया मजरा कुल्लही ब्लॉक हरियावां के प्रधान प्रतिनिधि नागेंद्र सिंह (बाॅबी) दबंगई पर उतारू हैं । ग्राम वासियों का कहना यह है कि हमारे गांव में न तो शौचालय दिए गए हैं और न ही आवास दिए गए ।

“गांव की जनता त्रस्त प्रधान मस्त” का आलम है । गांव वालों का कहना यह है कि पूरे गांव में प्रधान प्रतिनिधि ने घोटाला किया है । इस घोटाले की जांच होनी चाहिए । यहाँ की प्रधान शीलू देवी है और वह कभी गांव में देखने भी नहीं आती । क्या विकास कार्य हुआ अन्यथा नहीं हुआ, इससे उसका कोई लेना-देना नहीं है ?

बात तो यह है कि प्रधान प्रतिनिधि अपने ही साइन करके सभी कार्यों का पैसा निकाल लेता है और अपने खर्चे के लिए उपयोग करता है । उसने इसी से अपना मकान बना लिया है ।

गांव वालों का कहना यह है कि जब उनसे काम के लिए कहो तब वह कहते हैं कि मुझे शौचालय के लिए ₹2000 चाहिए और आवास के लिए ₹20000 चाहिए तभी मैं कोई काम तुम्हारे लोगों का करवा पाऊंगा अन्यथा नहीं । गांव में कुछ लोगों को शौचालय दिए गए हैं वह भी आधे अधूरे पड़े हुए हैं । अभी तक गड्ढे भी बन्द नहीं कराए गये हैं, जिससे गड्ढे में बच्चे गिर जाते हैं । गड्ढे से काफी खतरा बना हुआ है । जब शौचालय बनवाने के लिए ग्राम प्रधान से कहा तो 2000 की मांग की ।

कृपाशंकर बाजपेई पैरों से विकलांग हैं । इन्होंने प्रधान पर आरोप लगाया है कि शौचालय ना होने के कारण शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है । विकलांग होने के कारण बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ता है । जब ग्राम प्रधान से शौचालय के लिए कहा तो रुपए की मांग करता है ।

मनोज कुमार गुप्ता पुत्र कन्हैयालाल ने आवास के लिए ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नागेंद्र सिंह बॉबी से कहा तो उसने प्रार्थी से ₹20000 की मांग की । कहा कि ₹20000 दो आवास मिल जाएगा । प्रार्थी बेहद गरीब होने के कारण रुपए का प्रबंध नहीं कर पाया जिससे उसको आवास नहीं मिल सका ।

सुशील सिंह का शौचालय अभी तक नहीं बना है, सिर्फ गड्ढा खोद के डाल दिया गया । जब सुशील ग्राम प्रधान के पास शौचालय के लिए गए तो ₹2000 की मांग करने लगे कहा कि शौचालय तभी बन पाएगा अन्यथा नहीं बनेगा ।

कपिल बाजपेई, सूरज बाजपेई और रामू बाजपेई पर दर्ज़ कराया था लूट का फर्जी मुकदमा

प्रधान प्रतिनिधि ने होली स्थल पर हुए विवाद को लेकर ग्राम इन लोगों पर फर्जी मुकदमा लगवाया था । जिसमें सोने की चेन और ₹20000 की लूट को दर्शाया गया था । पुलिस ने दिखाया था 1479 रुपए और सोने की चेन का टुकड़ा बरामद किया जबकि सच्चाई कुछ और थी । यह प्रधान प्रतिनिधि बहुत बड़ा भ्रष्टाचारी है और अवैध स्मैक का धंधा भी करता है और जो भी आवाज प्रधान प्रतिनिधि के खिलाफ उठाता है उस पर फर्जी मुकदमे लगवा देता है । फोन पर धमकी भी देता है । कोई भी हो मुकदमा लिखवा देंगे । थाने पर हमारा राज चलता है हम जो चाहेंगे वही होगा । बात तो यह है कि प्रधान प्रतिनिधि के पास अल्टो कार लगभग 5 साल से बगैर नंबर चल रही है और उसी से अवैध कार्य हो रहे है । इस पर कभी कोई अंकुश नहीं लगाया गया । गांव में न तो सफाई कर्मचारी आता है और न साफ़-सफ़ाई ही होती है । गांव की बहुत ही दयनीय स्थिति है । पूरे गांव में गंदगी का अंबार लगा हुआ है ।

अब देखते हैं इस पर प्रशासन किस तरीके से कार्यवाही करता है या ऐसे ही ले देकर मामला को रफा-दफा कर देता है।