बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा संचालित योजनाएँ चढ़ीं लापरवाही की भेंट

अधिकतर केंद्रों पर कई माह से नहीं मिल रहा लाभार्थियों को योजना का लाभ

Corruption Feature IV24


कछौना, हरदोई। बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा कुपोषण को दूर करने के लिए गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं, किशोरी, बालिकाओं, नौनिहालों के पोषण हेतु चावल, गेहूं, देसी घी, दूध वितरण की योजना है। सरकार के लाख प्रयास के बाद सरकारी अमला जमीनी स्तर पर योजनाओं को नहीं क्रियान्वयन करते हैं। जिससे आम जनमानस योजना का लाभ पाने से वंचित हो जाते हैं। जिसके कारण गर्भवती नौनिहालों और महिलाओं में कुपोषण तेजी से बढ़ रहा है। गर्भवती महिलाओं में खून की कमी से एनेमिक मरीजों का इजाफा हुआ है। तीन माह से आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषाहार (राशन) लाभार्थी को नहीं मिला है।

विकासखंड कछौना में कुल 168 केंद्र संचालित है। जिनमें से नगर में 24 केंद्र संचालित हैं। दो दर्जन से ज्यादा केंद्रों पर वजन मशीन खराब पड़ी है। यहां तक किशोरियों के लिए सेनेटरी पैड भी नहीं उपलब्ध कराए गए। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद विभाग हरकत में आ गया। विकासखंड कछौना के कुछ केंद्रों पर नवंबर माह का राशन व पोषाहार वितरण किया गया। जबकि अधिकतर केंद्रों पर अभी तक राशन पोषाहार, घी, सोयाबीन तेल व दलिया का वितरण नहीं हुआ है। सरकार की उदासीनता के चलते गरीब परिवारों की घोर उपेक्षा की जा रही है। कुपोषण से बचाने की मुहिम कागजों पर ही फील गुड करा रही है।