अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने एलान किया है कि वह पद्मावती फिल्म के प्रदर्शन का विरोध करेंगे। महासभा ने फिल्म निदेशक संजय लीला भंसाली पर फिल्म में राजपूतों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है और एलान किया है कि अगर यह प्रदर्शित हो गयी तो सिनेमाघर न सिर्फ जलेंगे बल्कि फिल्म देखने जाने वाले भी अपना बीमा कराकर जाएं क्योंकि वह भी पीटे जाएंगे। साथ ही कहा है कि फिल्म निर्माताआ लीला भंसाली को 50 जूते मारने वाले को न सिर्फ 50 हजार रुपये दिए जाएंगे बल्कि उसकी हर कानूनी मदद भी की जाएगी।फिल्म निर्माता लीला भंसाली द्वारा पद्मावती में गलत तरीके से दर्शाए गए कुछ दर्शन के विरोध में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय सचिव राजवर्धन सिंह राजू के नेतृत्व में 30 नवंबर को जिले से लगभग 2000 छत्रिय समाज के लोग लखनऊ जाकर फिल्म का प्रदर्शन ना किए जाने के लिए धरना प्रदर्शन करेंगे तथा प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे।
हरदोई में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय सचिव राजवर्धन सिंह राजू ने फिल्म निदेशक संजय लीला भंसाली पर राजपूतों के इतिहास और भावनाओं के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाया है आरोप है कि पद्मावती फिल्म निर्माण में रानी पद्मावती के जीवन पर फिल्म निदेशक ने काल्पनिक कहानी का सहारा लिया है। जिससे राजपूत समाज आहत हुआ है।सभी सिनेमाघरों को फ़िल्म प्रदर्शित नहीं करने की चेतावनी भी दी गयी है।फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली पर आरोप लगाया है कि उन्होंने इतिहास नहीं पढ़ा है और फिल्म में रानी पद्मावती को गलत तरीके से पेश किया है।
राष्ट्रीय सचिव राजवर्धन सिंह राजू ने बताया कि भविष्य में फिल्म निर्माताओं द्वारा किसी भी फिल्म में क्षत्रियों को दबंग बलात्कारी या लुटेरा के रोल में दिखाया गया तो अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा इसका विरोध करेगी तथा उस फिल्म को किसी भी सिनेमाघर में प्रदर्शित नहीं होने देगी उन्होंने कहा कि फिल्म पद्मावती में निर्माता लीला भंसाली द्वारा इतिहास को तोड़ मरोड़ कर दिखाए जाने का अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा विरोध करती है और यदि सेंसर बोर्ड के बगैर काट- छांट के प्रदर्शित किया जाता है तो अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा पूरे देश में सिनेमाघरों को भी बंद करायेगी।