कछौना में वायरल बुखार का प्रकोप, दो हफ्ते में हुई चौथी मौत

कछौना (हरदोई) – बदलते मौसम और स्वास्थ्य विभाग की निष्क्रिय कार्यशैली के चलते के विकासखंड कछौना में वायरल बुखार का प्रकोप जारी है । स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने के दावे किए जा रहे हैं । मगर हकीकत यह है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं केवल कागजों पर ही प्रदान की जा रही हैं । विकासखंड कछौना में वायरल बुखार बच्चे, जवान और बुजुर्गों को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है, लेकिन बच्चों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक है । थोड़ी लापरवाही और असावधानी के कारण लोग इस बुखार का शिकार हो रहे हैं । बुखार की मार से ग्रामीण क्षेत्रों में बीते 15 दिनों में चार मासूम बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि बड़ी संख्या में लोग वायरल की चपेट में हैं । स्वास्थ्य विभाग के द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में निष्क्रियता के चलते मासूमों की मौतों का सिलसिला जारी है । शुक्रवार को विकासखंड कछौना के ग्राम चिरकहटी में वायरल बुखार से पीड़ित एक मासूम बच्चे की मौत हो गई । वहीं कछौना सीएचसी अधीक्षक के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा वायरल प्रभावित गांवो में जाकर बुखार पीड़ितों का चेकअप कर उन्हें दवाइयां दी जा रही हैं ।

               शुक्रवार को विकासखंड कछौना के अंतर्गत ग्राम चिरकहटी निवासी अशोक मौर्य के 7 वर्षीय पुत्र अभिमान की तेज बुखार के चलते हुई असमय मृत्यु हो गई । वह प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 2 का छात्र था। मृतक के पिता अशोक मौर्य के अनुसार करीब एक सप्ताह पहले उसके बेटे को तेज बुखार आया था जिसके बाद उसने उसका गौसगंज में चिकित्सक हसमत के यहां दिखाया, परंतु उसे फायदा नहीं हुआ । तीन दिन के बाद उसके पेट में सूजन आने लगी जिस पर उन्होंने कस्बा कछौना में प्राइवेट क्लीनिक पर ले जाकर चिकित्सक को दिखाया । चिकित्सक द्वारा दो दिनों की दवाई लिखने के साथ स्थिति में सुधार ना होने पर अल्ट्रासाउंड जांच कराने की सलाह दी गई । दवाइयों के सेवन से राहत ना मिलने पर संडीला स्थित पैथोलॉजी में जाकर बच्चे का अल्ट्रासाउंड कराया । मृतक बच्चे के पिता के अनुसार इस दौरान उसके बच्चे की हालत काफी बिगड़ती गई । गुरुवार को हालत गंभीर होने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछौना ले गए, जहां चिकित्सक ने हालत काफी गंभीर देखते हुए उसे ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया । अशोक मौर्य ने बताया कि ट्रामा सेंटर में हालत गंभीर होने पर भी उसके बच्चे को भर्ती नहीं किया और इंजेक्शन लगाकर अगले दिन दिखाने के लिए लाने को कहा । ट्रामा सेंटर में उपचार के बाद वह अपने बच्चे को लखनऊ के इंदिरा नगर में रहने वाले रिश्तेदार के यहां ले जा रहे थे इसी दौरान रास्ते में उनके मासूम बच्चे ने दम तोड़ दिया ।

               मासूम बच्चे की मौत से परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है । क्षेत्र में तेज बुखार से हुई यह चौथी मृत्यु है, बीते दो सप्ताह के भीतर विकासखंड कछौना क्षेत्र के ग्राम बनियनखेड़ा, मरेउरा एवं हिन्दूखेड़ा में वायरल बुखार के संक्रमण से तेज बुखार के चलते मासूम बच्चों की असमय मृत्यु हो चुकी है।

अधीक्षक बोले बच्चे की मौत की वजह वायरल बुखार नहीं

विकासखंड कछौना के ग्राम चिरकहटी में हुई मासूम बच्चे की मौत के संबंध में जब सामुदायिक स्वास्थ्य कछौना के अधीक्षक डॉ किसलय बाजपेई से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गुरुवार को बच्चे को गंभीर हालत में स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए लेकर आए बच्चों के परिजनों द्वारा दिखाई गई अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट से साफ स्पष्ट होता है कि बच्चे की मौत लीवर में खराबी के कारण हुई है ।

वायरल बुखार के लक्षण और बचाव के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि बदलते मौसम में वायरल बुखार के वायरस काफी सक्रिय हो जाते हैं । आमतौर पर वायरल बुखार से संक्रमित मरीज में प्रमुखतः लगातार बुखार रहना, चक्कर आना या ठंड लगना, सिर व मांसपेशियों में दर्द बना रहना, जुकाम या नाक बहना, गले में दर्द खांसी उल्टी व दस्त होना लक्षण पाए जाते हैं । यदि कोई भी व्यक्ति वायरल बुखार से संक्रमित हो तो वह बिना देरी किए तत्काल चिकित्सक से संपर्क कर परामर्श ले । चिकित्सक के परामर्श के बगैर किसी भी प्रकार के एंटीबायोटिक का प्रयोग ना करें । वायरल बुखार से संक्रमित व्यक्ति साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें । खाना खाने और बनाने से पहले, खाने के बाद और शौच के बाद साबुन से हाथ अवश्य धोएं । खांसते और छींकते समय रुमाल से मुंह और नाक को ढके । वायरल बुखार संक्रमित व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है । जिसके कारण बुखार से पीड़ित व्यक्ति में इसका इंफेक्शन तेजी से बढ़ता है । इससे बचाव के लिए बारिश में भीगने से बचें और यदि बारिश में भीग जाएं तो जल्द से जल्द गीले कपड़े उतारकर सिर और पूरे शरीर सूखे कपड़े से पोंछ ले । धूप से आकर तुरंत कूलर व एसी में ना बैठे । अधिक ठंडा पानी ना पिएं । शुद्ध ताजा भोजन ग्रहण करें बासी भोजन ना खाएं । उन्होंने बताया कि उनके द्वारा स्वास्थ्य टीम गठित की गई है । जो वायरल प्रभावित गांवों में जाकर ग्रामीणों का चेकअप करते हुए प्रभावित लोगों को दवाइयां देने का कार्य कर रही है ।

ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई के अभाव में पैर पसार रहा बुखार

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जहां एक और वायरल से बचाव के लिए लोगों को साफ सफाई रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर विकासखंड कछौना के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोगों के वायरल बुखार की चपेट में आने की एक बड़ी और प्रमुख वजह गांवों में साफ सफाई के अभाव में व्याप्त गंदगी का माहौल भी है । विकासखंड कछौना के कई गांव ऐसे हैं जहां सफाई कर्मचारियों द्वारा कई महीनों से साफ सफाई नहीं की गई है। सफाई कर्मचारियों को विभागीय अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है जिसके चलते वह बेखौफ होकर मनमानी पर उतारू है । जिसने ग्राम पंचायत की कार्यशैली और भूमिका पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं ।

रिपोर्ट : दीपक कुमार श्रीवास्तव