हिंद-प्रशांत एवं पश्चिमी एशिया क्षेत्रों की स्थिति पर विचार-विमर्श

नई दिल्ली– विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर का बुधवार को तीन देशों का पांच दिवसीय दौरा संपन्न हुआ। अपने दौरे के अंतिम चरण में जयशंकर ने मलेशिया के अपने समकक्ष और प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों समेत क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की।

विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा मलेशिया की अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्री मोहम्मद हाजी हसन से मिलकर खुशी हुई। राजनीतिक, आर्थिक, रक्षा, डिजिटल, स्टार्टअप, कांसुलर और पी-टू-पी लिंकेज में सहयोग बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान किया। क्षेत्र, इंडो-पैसिफिक, पश्चिम एशिया और यूक्रेन पर दृष्टिकोण साझा किया।

मलेशिया के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा चर्चा में मलेशिया-भारत द्विपक्षीय मामलों के बहुमुखी आयामों के साथ-साथ आपसी हित के क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान शामिल था। इस दौरान जयशंकर ने मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से भी मुलाकात की।

इससे पहले मंगलवार को जयशंकर फिलीपींस के दौरे पर थे, जहां उन्होंने अपने समकक्ष एनरिक मनालो के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। जयशंकर ने वहां ना केवल फिलीपींस को उसकी राष्ट्रीय संप्रभुता को लेकर पूरा समर्थन देने की बात कही, बल्कि हिंद प्रशांत क्षेत्र की स्थिति को देखते हुए भारत व फिलीपींस के बीच मौजूदा रक्षा व रणनीतिक सहयोग को और मजबूत बनाने पर भी जोर दिया।

इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति बोंगबोंग मार्कोस से भी मुलाकात की। विदेश मंत्री ने फिलीपींस के साथ राजनीति, रक्षा, सुरक्षा व समुद्री सहयोग, कारोबार व निवेश, शिक्षा, डिजिटल और सप्लाई चेन जैसे मुद्दों पर भी सहयोग की बात कही।

विदेश मंत्री ने 23 मार्च को सिंगापुर की यात्रा के साथ अपने तीन देशों के दौरे की शुरुआत की थी, जहां उन्होंने शीर्ष नेताओं के साथ मुलाकात कर रणनीतिक द्विपक्षीय संबंध और हिंद-प्रशांत एवं पश्चिमी एशिया क्षेत्रों की स्थिति पर विचार-विमर्श किया।

(रिपोर्ट– शाश्वत तिवारी)