लैब टेक्नोलॉजिस्ट चिकित्सा जगत की रीढ़ की हड्डी, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी एसोसिएशन की हुई बैठक

                मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी एसोसिएशन के तत्वाधान में मंगलम कुंजी शास्त्री नगर गोरखपुर में एक सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें प्रदेश के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी से संबंधित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधिमंडल उपस्थित हुए।
                बैठक में मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी एसोसिएशन के राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं विभिन्न जिला कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारियों के साथ साथ उत्तर प्रदेश प्राइवेट मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी संचालक एसोसिएशन के सभी पदाधिकारी,सोसाइटी ऑफ बायो मेडिकल,लेबोरेटरी साइंटिस्ट ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी एसोसिएशन के पदाधिकारी के अलावा अन्य संगठन के प्रतिनिधियों की गरिमामय उपस्थिति में बैठक सकुशल संपन्न हुआ।
                 बैठक की अध्यक्षता मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी एसोसिएशन के संरक्षक एच.बी. विश्वकर्मा के द्वारा किया गया । बैठक में सभी संगठनों ने प्रदेश में लैब टेक्नोलॉजिस्ट की स्थिति पर गंभीरता से विचार किया एवं लैब टेक्नोलॉजिस्ट को सम्मानजनक पद पर पदोन्नति करके लैब टेक्नोलॉजिस्ट को लेबोरेटरी साइंटिस्ट,सीनियर लैब टेक्नोलॉजिस्ट साइंटिस्ट के नए पद सृजित करने की मांग सरकार से किया एवम कहा कि देश में मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक आयोग का गठन हो, जिसमें सभी मेडिकल कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों के लिए एक मानक निर्धारित करें जिससे सभी को एक समान शिक्षा एवं रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके ।
                  बैठक को संबोधित करते हुए सोसाइटी ऑफ बायो मेडिकल लेबोरेटरी के प्रांतीय सचिव डॉ अनिल मौर्या ने कहा कि वर्तमान समय में संपूर्ण चिकित्सा विज्ञान में लैब टेस्ट  के बगैर कुछ कर पाना संभव नहीं है और इन लेबोरेटरी स्टोर का विश्लेषण कुशल लैब टेक्नोलॉजिस्ट के द्वारा ही संभव है इसीलिए इन्हें चिकित्सा जगत की रीढ़ की हड्डी भी कहा जाता है । जिस पर संपूर्ण चिकित्सा जगत निर्भर है ऐसे में सरकार को चाहिए कि इन के प्रोफेशन को ध्यान में रखकर उनको उचित अधिकार दिया जाए एवं इस प्रोफेशन के विसंगतियों को अतिशीघ्र दूर किया जाए ।
                   उत्तर प्रदेश प्राइवेट मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी एसोसिएशन के अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह,सचिव  डॉ राज अवस्थी एवं एम.ए. अंसारी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि सरकार को सब पता है कि सरकारी या प्राइवेट लैब में लैब टेक्नोलॉजिस्ट के द्वारा ही विभिन्न रूटीन स्क्रीनिंग टेस्ट का विश्लेषण किया जाता है, लेकिन इन को कानूनी रूप से कोई अधिकार अभी तक प्राप्त नहीं है । इसलिए सरकार को चाहिए कि इन को कानूनी रूप से अधिकार दें, ताकि यह भयमुक्त होकर अपने कार्यों को अच्छे से निष्पादन करें मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा एक-एक कर विभिन्न मुद्दों को उठाया गया जिसमें प्रमुख रुप से विभिन्न लेबोरेटरी टेस्ट करने के लिए कानूनी अधिकार, लैब टेक्नोलॉजिस्ट के लिए  सम्मानजनक पद का सृजन, लैब टेक्नोलॉजिस्ट प्रदेश में न्यूनतम मानदेय का निर्धारण महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के प्रदेश की भांति  आयोग का गठन आदि मुद्दों को उठाया गया एवं सभी संगठनों ने विस्तृत रूप से चर्चा किया एवं अपने विचार रखें सभी संगठनों ने एक होकर विसंगतियों को दूर करने के लिए पहल करने का निश्चय किया , एसोसिएशन की तरफ से यह जानकारी दी गई कि जल्दी ही लखनऊ में एक राष्ट्रीय स्तर पर बैठक बुलाई जाएगी ।