सड़क दुर्घटना में शव को मुख्य मार्ग पर रखकर लगाया जाम, अराजक तत्वों को हटाने के लिए पुलिस किया हल्का बल प्रयोग

कछौना (हरदोई): शनिवार की देर शाम सड़क दुर्घटना में देर रात दुर्घटना में घायल व्यक्ति रितेश मिश्रा की इलाज के दौरान लखनऊ के ट्रामा सेंटर में मृत्यु हो गई जिससे आक्रोशित सैकड़ों की संख्या में पुरुष व महिलाओं ने रविवार को कछौना चौराहे पर शव वाहन रोककर जाम लगा दिया। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस जाम से पुलिस प्रशासन के हाँथ-पाँव फूल गये।

 

मृतक व्यक्ति के परिवार की महिलाएं शव वाहन के आगे लेट गईं, परिजनों ने प्रशासन से मांग की कि जब तक जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी मौके पर आकर परिवार को आर्थिक मुआवजा दिलाने का कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक वो वहीं अडिग रहेंगे। इसी दौरान एक वाहन जाम से निकलने की कोशिश करने लगा जिसको लेकर कुछ लोगों ने वाहन के साथ तोड़फोड़ शुरू कर दी। पुलिस ने कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति को भांपते हुए भीड़ पर को भगाना शुरू कर दिया। भीड़ की तरफ से जब पुलिस पर ईंट-पत्थर फेंके जाने लगे तो भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया । प्रशासन ने शव वाहन को मुख्य चौराहे से हटा दिया जिसमें कई लोगों को चोटें भी आईं। प्रशासन ने परिजनों को काफी समझाया-बुझाया।

उपजिलाधिकारी उदयभान सिंह व तहसीलदार ने पीड़ित परिवार को सड़क दुर्घटना में मिलने वाले सर्वाहित बीमा योजना व ग्रामसभा में आवासीय पट्टा दिलाने का आश्वासन दिया। देर शाम प्रशासन द्वारा ढांढस बंधाने पर परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया।

मृतक मूल निवासी ग्राम छावन पोस्ट अमतामऊ जनपद सीतापुर का है जो वर्तमान समय में जीविकोपार्जन के लिए कछौना की ग्रामसभा कुकुही के बुद्ध बिहार नई कालोनी में परिवार के साथ रहता था। अपने परिवार का भरण-पोषण ई-रिक्शा चलाकर करता था। मृतक के तीन मासूम बच्चे हैं जिनमें एक लड़का व दो बेटियां हैं और उनमें से एक बच्ची दुधमुंही है जिसकी उम्र मात्र 3 माह की है। इन मासूम बच्चों के ऊपर से पिता का साया उठ गया है। इस परिवार का भरण-पोषण अब कैसे होगा, पत्नी व बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।

दुर्घटना में प्रभावित परिजनों की तहरीर पर वाहन चालक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पुलिस ने अभी तक उस उपनिरीक्षक का नाम नहीं बताया है जिसको लेकर लोगों में काफी आक्रोश है।
दुर्घटना में घायल अन्य घायलों का इलाज लखनऊ के ट्रामा सेंटर व निजी अस्पतालों में चल रहा है जिसमें नूर मोहम्मद व एडीओ पंचायत महेंद्र कुमार तिवारी की हालत नाजुक बनी है।


जय हिंद जय भारत मंच ने की स्पीड ब्रेकर बनवाने की मांग


कछौना चौराहे पर कस्बा होने के कारण लोगों का आवागमन काफी रहता है। मुख्य राज मार्ग होने के कारण इस चौराहे पर वाहनों का आवागमन अधिक होता है। यहां पर चौराहे में दोनों तरफ कोई ब्रेकर या बेरिकेडिंग न होने के कारण तेज गति से वाहन गुजरने से आये दिन हादसे होते रहते हैं जिसके चलते पहले भी कई लोगों की असमय मृत्यु हो चुकी है। वहीं आये दिन लोग चुटहिल होते हैं। “जय हिंद जय भारत मंच” ने चौराहे के दोनों तरफ मुख्य राजमार्ग पर जिला प्रशासन से स्पीड ब्रेकर बनवाने की मांग की है।


मृतक के परिजनों की सहायता के लिए बढ़े हाथ


दुर्घटना में मृत रिक्शा चालक के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए व्यापार मंडल व ग्राम प्रधान पुत्र कुकुही द्वारा नगर व ग्रामीण क्षेत्र के संभ्रांत लोगों से अपील कर सहयोग राशि जमा की जा रही है, जिससे इस गरीब परिवार का भरण-पोषण हो सके।


रिपोर्ट- पी.डी. गुप्ता