विगत दिवस प्राथमिक विद्यालय, इस्माइलगंज (प्रथम), सोराँव, प्रयागराज के पाठ्येतर क्रियाकलाप के अन्तर्गत वहाँ की छात्र-छात्राओँ और अध्यापिकाओँ का एकदिवसीय शैक्षिक भ्रमण-कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसके अन्तर्गत शृंगवेरपुर-मन्दिर, पार्क और मनगढ़-स्थित स्वामी कृपालु महाराज जी के मन्दिर की अन्त:-बाह्य भव्यता का छात्र-छात्राओँ, अध्यापिकाओँ और सेविकाओँ ने दर्शन किया तथा वहाँ के प्राचीन मूर्तियोँ आदि से सम्बन्धित निर्माणकला का बोध प्राप्त किया। उस यात्रा मे विद्यालय की सेविकाएँ भी यथाशक्य सहयोग कर रही थीँ।
इस अवसर पर अध्यापिकाओँ के विशेष आर्थिक सहयोग से छात्र-छात्राओँ के लिए भ्रमण, स्वल्पाहार और पूर्णाहार की विशेष व्यवस्था थी। छात्र-छात्राओँ और अध्यापिकाओँ के लिए सर्वाधिक आकर्षण और कौतुक का केन्द्र यमुना नदी के जल मे कालियानाग के फन पर खड़े कृष्ण के ऊपर कालियानाग का फुँफकार करते हुए, ध्वनि और प्रकाश-माध्यम से विष उगलने का दृश्य था। इसके अतिरिक्त उस मन्दिर-प्रांगण मे पौराणिक कथाओँ से जुड़े नाना प्रकार के प्रसंग-चित्र थे। छात्र-छात्राओँ के संग-संग चल रहीँ उक्त विद्यालय की अध्यापिकाएँ दृश्य-विषयक उनकी जिज्ञासा को शान्त भी कर रही थीँ।
विद्यालय की सहायक अध्यापक गणवेश मे थीँ और छात्र-छात्राएँ भी। विद्यालय की प्रधानाध्यापक राजकुमारी के कुशल निर्देशन मे वहाँ की अध्यापिकाओँ मे गरिमा तिवारी, संध्या, कंचन देवी, कंजिका पाण्डेय, संजू और आँचल मौर्य के आर्थिक सहयोग और श्रम एवं विद्यालय-सेविकाएँ– अनारा देवी, मंजु देवी और संगीता देवी के सेवाभाव के साथ शैक्षिक भ्रमण-कार्यक्रम का समापन हुआ।