तेज रफ्तार से हुए हादसों से दहला हरदोई, तीन हादसों मे तीन की गयी जान

हरदोई। वाहनों की तेज रफ्तार से आए दिन लोगों की जान जा रही है। रविवार के बाद सोमवार को लगातार दूसरे दिन फिर तीन लोगों की जान, वाहन चालकों की तेज रफ्तार से चली गई।

पहले हादसा टड़ियावां थाने के पाला गांव में हुआ जहाँ प्रधान अनीस के घर बरात की आनी है। इसमें गांव का आनंद कुमार (32) भी शामिल था। परिजनों ने बताया कि पिहानी रोड पर ओवरब्रिज के पास आनंद सड़क के किनारे खड़ा हुआ था। उसी बीच एक तेज रफ्तार में आए अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। हादसे का पता होते ही शादी में मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। उसे मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। आनंद अपने दो भाइयों में बड़ा था। उसके परिवार में पत्नी के अलावा तीन बच्चे हैं।

दूसरे हादसे मे हरियावां थाने के ही शम्भरपुरवा मजरा अलीशाबाद निवासी रावेंद्र (30) रविवार को बहन निभा देवी की ससुराल सिकराहना गया हुआ था। वहीं से देर शाम को पैदल घर लौट रहा था। उसी बीच रास्ते में खजुहा गांव के पास उसे तेज रफ्तार अज्ञात वाहन टक्कर मारते हुए निकल गई। इससे रावेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। रावेंद्र की शादी नहीं हुई थी। वह दो भाइयों में छोटा था। उसके बड़े भाई मोतीलाल ने हादसे के बारे में पुलिस को जानकारी दी। शहर कोतवाल संजय पांडेय ने बताया कि जिला अस्पताल से सूचना आने पर दोनों शवों का पंचनामा भरकर कार्रवाई की गई है।

तीसरे हादसे मे शाहाबाद मे रिश्तेदारी से बहन का घान देकर लौट रहे युवक की अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई। थाना लोनार के बघौरा निवासी मैकू (35) की बहन की शादी टडेर गांव में तीन मई को तय हुई थी। रविवार को वह बहन की ससुराल में घान देने बाइक से आया था। शिरोमननगर मार्ग पर त्यूरा के पास अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी। लोगों ने युवक को सड़क पर अचेत अवस्था मे पड़ा देखकर इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी। जिसके बाद उसे सीएचसी लाया गया। यहां पर देर रात डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस द्वारा परिजनों को सूचना दी गई। परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है। कोतवाल सुरेश मिश्रा ने बताया कि अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

मालूम हो कि जिस घर में बहन की शादी को लेकर खुशी का माहौल था। परिवार के लोग सभी शादी की तैयारियों को लेकर मेहनत से जुटे थे। वहीं अचानक भाई की सड़क हादसे में मौत होने से सभी खुशियां मातम में तब्दील हो गई। कौन जानता था कि बहन की डोली उठने से पहले भाई की अर्थी घर से निकलेगी। इस तरह से पूरे गांव में मातम का पसर गया है।