हरदोई के संडीला क्षेत्र में संत कृपाल नगर की संचालिका दयारानी उर्फ दया दीदी की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन लोगों को पकड़ा है। हत्या के तार मुजफ्फरनगर सिद्धार्थनगर व शाहजहांपुर से जुड़े है। पुलिस के अनुसार तीनों ने संचालिका की हत्या करना कबूल कर लिया है। करोड़ों रुपये की सम्पत्ति की मालकिन आश्रम संचालिका की हत्या के आरोपियों को पुलिस ने जेल भेजा है ।
मालूम हो कि 3 सितम्बर को संडीला क्षेत्र में कृपालनगर आश्रम की संचालिका दयारानी की आश्रम परिसर स्थित कृपालभवन में हत्या कर दी गयी थी। इस हत्या के तार मुजफ्फरनगर जनपद के भौराकलां थाना क्षेत्र के गांव मुंडभर से जुडे़ है। पुलिस का कहना है कि कृपाल नगर के संस्थापक स्वामी दिव्यानंद जी महाराज शामली जनपद के रहने वाले थे। वर्ष 2014 में वे ब्रह्मलीन हो गये थे। उनके बाद आश्रम की सारी व्यवस्थाएँ मृतक संचालिका देख रही थी। करोड़ों रुपये की सम्पत्ति की वारिस रही संचालिका की हत्या के बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरु की।एसपी विपिन कुमार मिश्र ने बताया कि संचालिका की हत्या मुंडभर गांव निवासी तेजवीर ने अपने दो साथियों के साथ की है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उसके दो साथियों को भी पकड़ा है। पूछताछ में उसने बताया कि वह भी आश्रम के संस्थापक दिव्यानंद जी महाराज का शिष्य है। उनके ब्रह्मलीन होने के बाद जबरदस्ती संचालिका ने अपना अधिकार सभी आश्रमों पर जमा लिया। इस कारण वह उससे नफरत करता था। उसने पूछताछ में यह भी बताया कि ब्रह्मलीन महाराज की अस्थियां भी उसने अभी तक विसर्जित नहीं की है। आश्रम में आने जाने के कारण उसने मौका मिलते ही उसकी हत्या कर दी। आश्रम अमेरिका, जापान, जर्मनी आदि देशों में भी है। संचालिका एक माह पूर्व ही जर्मनी से वापस लौटी थी।