प्रियंका गांधी वाड्रा ने सियासत को धार देने के लिए उठाया शिक्षामित्रों का मामला

कांग्रेस की तारणहार के रूप में देखी जा रहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने सियासत को धार देने के लिए शिक्षामित्रों का मामला उठाया है ।

ज्ञात हो कि अखिलेश यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में शिक्षामित्रों का समायोजन सहायक अध्यापक के रूप में किया गया था । समाजवादी सरकार के यह क़दम राजनीतिक लाभ के लिए उठाया गया था और नियम विरुद्ध भी था । भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्ववर्ती सरकार के फ़ैसले को अमान्य घोषित करते हुए योग्यता आधारित चयन प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया है ।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने असंतुष्ट शिक्षामित्रों की भावनाओं के समान्तर राजनीतिक लाभ की दृष्टि से कहा कि उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों की मेहनत का रोज़ अपमान होता है, सैकड़ों पीड़ितों नें आत्महत्या कर डाली। जो सड़कों पर उतरे सरकार ने उनपर लाठियाँ चलाई, रासुका दर्ज किया। भाजपा के नेता टीशर्टों की मार्केट्टिंग में व्यस्त हैं, काश वे अपना ध्यान दर्दमंदों की ओर भी डालते।