उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के उप-चुनाव में समाजवादी पार्टी ने दोनों सीटें जीत ली हैं। फूलपुर में पार्टी उम्मीदवार नागेन्द्र सिंह पटेल ने भाजपा के कौशलेन्द्र सिंह पटेल को उनसठ हजार से ज्यादा वोटों से हराया। गोरखपुर में प्रवीण निषाद ने भाजपा के उपेन्द्र शुक्ला को लगभग 22 हजार वोटों से हराकर जीत दर्ज की।
समाजवादी पार्टी ने उपचुनाव बहुजन समाज पार्टी के समर्थन के साथ लड़ा था। निषाद पार्टी और पीस पार्टी ने भी समर्थन देने की घोषणा की थी । भारतीय जनता पार्टी को गोरखपुर सीट पर लगभग 29 वर्षों के बाद हार का सामना करना पड़ा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस सीट से लगातार 5 बार सांसद रहे हैं। फूलपुर सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार पिछले संसदीय चुनाव में जीत दर्ज की थी जहां उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य विजयी हुई थे। भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का अस्वाभाविक गठबंधन और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच अति आत्मविश्वास ने चुनाव परिणामों को प्रभावित किया है।
अपनी प्रतिक्रिया में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच हुए गठजोड़ ने चुनाव परिणाम को प्रभावित किया है। उन्होंने इस गठबंधन को अप्राकृतिक बताते हुए कहा कि भाजपा नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के अति विश्वास ने स्थिति बदल दी। श्री योगी ने कहा कि पार्टी हार की समीक्षा करेगी। जो हमारी सीटें थीं। उन दोनों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों का हारना यह समीक्षा का विषय है और कहां कमियां रह गई हैं उन कमियों को दूर करने, उनका परिमार्जन करने और भविष्य की बेहतर योजना बनाने के लिए जी जान से लगकर के हम लोग कार्य कर के दिखायेंगे।
समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी के समर्थन से दोनों सीटें जीतने में सफल रही। समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने इन निर्वाचन क्षेत्रों की जनता और बहुजन समाज पार्टी को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र की जनता का, फूलपुर लोकसभा क्षेत्र की जनता का मैं बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं बहुजन समाज पार्टी की नेता सुश्री मायावती जी का भी बहुत-बहुत धन्यवाद दूंगा।