डाॅ० एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में बुधवार को वसंत पंचमी के अवसर पर परिसर स्थित मां सरस्वती की प्रतिमा का पूजन किया गया। कुलपति प्रो० जेपी पांडेय ने विधि विधान से मां सरस्वती की पूजा कर विश्वविद्यालय के प्रगति की कामना की। इस मौके पर प्रतिकुलपति प्रो० मनीष गौड़, वित्त अधिकारी श्री सुशील कुमार गुप्ता, प्रो० वंदना सहगल, अवर अभियंता आशीष मिश्रा, स्टाफ ऑफिसर अमित मलिक, सहायक कुलसचिव आयुष श्रीवास्तव, रंजीत सिंह, शिवम गुप्ता, व्यवस्थाधिकारी प्रवीण कुमार, सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। इसी तरह परिसर स्थित फाॅर्मेसी एवं मैनेजमेंट विभाग में भी मां सरस्वती की पूजा की गयी। इस दौरान छात्राओं ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति देकर मनमोह लिया। इस मौके पर डाॅ० आकाश वेद, डाॅ० विनय चतुर्वेदी, डाॅ० जयबीर सिंह, डाॅ० नीलकंठमणि पुजारी, डाॅ० वर्षा शुक्ला, डाॅ० विकास कुमार चैधरी, अंजलि सिंह, प्रिया आर्या, आरजू गुप्ता, शेफाली सिंह, सहित अन्य शिक्षक एवं छात्र मौजूद रहे।
कार्यशाला में मेरठ जोन के काॅलेजों में इन्क्युबेशन सेंटर स्थापना पर हुआ मंथन
डाॅ० एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के वन डिस्ट्रिक्ट वन इन्क्युबेशन सेंटर मुहिम के तहत बुधवार को मेरठ जोन के काॅलेजों में इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने के लिए कुलपति प्रो० जेपी पांडेय के निर्देशन में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें विश्वविद्यालय से संबद्ध मेरठ जोन के जिलों के संस्थानों के निदेशक और प्रिंसिपल ने प्रतिभाग किया। जिसमें उन्हें इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने की प्रक्रिया के बारे में बताया गया। एसो० डीन इनोवेशन डाॅ० अनुज कुमार शर्मा ने इन्क्युबेशन सेंटर स्थापना की प्रक्रिया, संचालन के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही इन्क्युबेशन सेंटर बनने से होने वाले की जानकारी दी। इसके अलावा इन्क्युबेशन सेंटर और स्टार्टअप के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं और वित्तीय सहायता फंड से जुड़ी जानकारी साझा की।
डॉ० शर्मा ने बताया कि इन्क्युबेशन सेंटर के जरिये छात्रों के साथ ही स्थानीय इनोवेटर्स को प्रोत्साहित कर स्टार्टअप शुरू कराया जा सकता है। इससे न केवल छात्रों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी बल्कि रोजगार के सृजन भी होंगे। इनोवेशन हब के मैनेजर रितेश सक्सेना ने स्टार्टअप पालिसी 2020 के बारे में बताया। कहा कि सेक्सन आठ कंपनी बनाना सबसे जरूरी है। इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने से संस्थानों को काफी फायदा होगा। आपको बता दें कि नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय अपने सभी संबद्ध संस्थानों में इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित कराने में लगा हुआ है। जिससे कि छात्रों में उद्यमिता और नवाचार की संस्कृति विकसित हो सके। साथ ही आत्मनिर्भर भारत के सपने को सच करने में भी छात्र अपना योगदान दे सकें।