इस्कॉन भक्तों ने धूमधाम से मनाया श्री बलराम पूर्णिमा महामहोत्सव

अंतराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) मंदिर में प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी आज दिन गुरूवार को श्री बलराम पूर्णिमा महोत्सव लखनऊ नगर वासियों की उपस्थिति में धूमधाम से मनाया गया l

इस्कॉन मंदिर अध्यक्ष श्रीमान अपरिमेय श्याम प्रभु जी के द्वारा आज के कार्यक्रम का संचालन किया गया, तत्पश्चात् इस्कॉन संस्था के परम पूज्य भक्ति प्रचार परिव्राजक स्वामी महराज जी द्वारा श्री बलराम पूर्णिमा महोत्सव का महत्व बताया गया, प्रभु जी ने अपने मुखारविंद से बताया कि केवल कृष्ण ही भगवान है, वह सेवा लेते हैं, बाकी सभी सेवा करते हैं। यदि हम भगवान की सेवा करना चाहते हैं तो हमें निश्चित रूप से बलराम जी का सहारा लेना पड़ेगा। गुरू के माध्यम से ही सेवा की जा सकती है और बलराम जी आदि गुरू है, वह सभी के गुरू हैं। बलराम जी 05 रसों में भगवान की सेवा शांत भाव (रस), दास्य भाव, सांख्य भाव, वात्सल्य भाव एवं माधुर्य भाव में करते हैं l

प्रभु जी ने अपनी कथा में बताया कि हमे भगवान के जन्म के बारे में जानना चाहिए, बलराम जी का आविर्भाव अत्यन्त रहस्यपूर्ण है, यह हमें जानना चाहिए। यदि हम चाहते हैं कि हमारे हृदय में भगवान का आविर्भाव हो तो हमें अपने हृदय से 06 अनर्थो को समाप्त करना पड़ेगा। यह हैं काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद एवं मत्सर्य.l और यह सिर्फ गुरू की शरणागति से ही संभव हो सकता है।

प्रभु जी ने प्रवचन में बताया क़ि यूं तो बलराम जी की ढेरों लीलाएं हैं उनमें से एक लीला है वृंदावन के 12 वनों में से ही एक वन जिसका नाम है तालवन जिसमें ताल नामक अत्यंत ही अति स्वादिष्ट फल पाए जाते थे लेकिन उन फलों का रसास्वादन कृष्ण बलराम के सखा गोप गण नहीं कर पाते थे क्योंकि तालवान में एक अति मायावी राक्षस धेनुकासुर गधे के रूप में वास करता था जिसका वध श्री बलराम जी द्वारा उसकी पूंछ को पकड़कर चारों तरफ ऊंचाई से घुमाते हुए फेंक कर किया गया।

श्री बलराम जी अनंत ब्रह्मण्डों का भार ग्रहण कर भगवान की सेवा करते हैं, श्री बलराम जी सम्पूर्ण ब्रह्मण्डो में एक चौथाई आध्यात्मिक जगत के पालन कर्ता हैं अर्थात वे ही गुरु तत्व हैं अंत में प्रभु जी ने बताया की श्री बलराम जी की कृपा के बगैर भगवान की भक्ति नहीं हो सकती उनकी कृपा के बगैर कोई भी कृष्ण प्रेम प्राप्त नहीं कर सकता क्योंकि श्री बलराम जी निरंतर भगवान श्रीकृष्ण की सेवा में रत रहते हैं। अंत में प्रभु जी ने सभी लखनऊ नगर वासी भक्तों से निवेदन किया वे सभी हरे कृष्ण महामंत्र का निरंतर जप करें और श्री बलराम जी की कृपा प्राप्त करें l

इस्कॉन मन्दिर के प्रकल्प प्रहलाद एवं वैदिक गुरुकुल के छोटे-छोटे बच्चों द्वारा प्रलम्बासुर वध की मनमोहक नाट्य प्रस्तुति की गयी।

इस्कॉन, लखनऊ द्वारा आज एक विशेष कार्यक्रम folk ( Family  Of Lord Krishna) प्रारम्भ किया,  जिसके अंतर्गत भक्त मात्र रू 151/- प्रति माह से ठाकुर जी के परिवार के सदस्य बनकर भक्ति भाव से निरंतर भगवान क़ि सेवा कर सकें। इस परिवार के भक्तो को मन्दिर द्वारा समय-2 पर उपहार भी प्रदान किये जायेंगे।

आज के उत्सव में शामिल सभी भक्तों ने बड़े उमंग के साथ विशेष आरती, कीर्तन, कथा महात्म्य एवं कार्यक्रम के अंत मे स्वादिष्ट विशेष भोजन प्रसाद का आनंद उठाया।