कविता : नशा

May 3, 2022 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’  (यह रचना राघवेन्द्र की पुस्तक “विकृतियाँ समाज की” से ली गयी है)- सड़क के किनारे पड़ी थी एक लाश । उसके पास कुछ लोग बैठे थे बदहवाश । उनमे चार छोटे […]