प्रकट होते, एक-से-बढ़कर-एक व्याकरणाचार्य!

September 19, 2023 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय कल (१७ सितम्बर) एक शिष्य ने मेरे पास सप्रमाण सूचना प्रेषित की थी, “गुरुदेव! आपके ‘परमप्रिय शिष्य’ कहलानेवाले…… (उसका नाम प्रकाशित नहीं करना चाहता।) ने एक व्याकरण की पुस्तक लिख […]

आकाशवाणी की हिन्दीभाषा-विषयक कार्यशाला ४ जुलाई को

July 3, 2023 0

आकाशवाणी, प्रयागराज की ओर से एक हिन्दीभाषा- कार्यशाला का आयोजन ४ जुलाई को अपराह्ण ३ बजे से आकाशवाणी-सभागार मे किया जायेगा। इस कार्यशाला मे भाषाविज्ञानी आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘कार्यालयीय हिन्दीभाषा-प्रयोग एवं दोष-निवारण’ विषय पर […]

विद्यार्थियों की गुरु के प्रति श्रद्धा और सीखने की ललक देखते ही बनती थी!

May 8, 2023 0

एक समय था, जब इलाहाबाद का क्षेत्र ‘गोविन्दपुर’ इतना बीहड़ होता था कि लोग-बाग़ वहाँ जाने से डरते थे; परन्तु हमे नहीं भूलना चाहिए कि ‘सभ्यता का विकास’ ऐसे ही बीहड़ और दुर्गम परिवेश मे […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 27, 2023 0

● व्याकरण के स्तर पर अधोलिखित वाक्यों में किस-किस प्रकार की अशुद्धियाँ हैं? उन अशुद्धियों को दूर करते हुए, अधोलिखित वाक्यों को शुद्ध करें―१- शान्तनु ने स्पृहा से कहा, शान्तनु अब स्पृहा से वार्ता नहीं […]

“भारतीय भाषाओं को हिन्दीभाषा के साथ मिलकर चलना होगा”― आचार्य पं० पृथ्वीनाथ

March 15, 2023 0

सात बहनो के नाम से जाना जानेवाला और अपनी नैसर्गिक समृद्धि के लिए प्रसिद्ध पूर्वोत्तर-राज्यों के एक महत्त्वपूर्ण राज्य ‘असम’-स्थिति विश्वनाथ चारिआलि मे उत्तरप्रदेश हिन्दी-संस्थान एवं विश्वनाथ चारिआलि राष्ट्रभाषा प्रबोध विद्यालय परिचालना समिति के संयुक्त […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की व्याख्यान और कर्मशाला १२-१३-१४ मार्च को असम मे

March 7, 2023 0

भाषाविज्ञानी एवं समीक्षक प्रयागराज के आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय को ‘विश्वनाथ चारिआलि राष्ट्रभाषा प्रबोध विद्यालय, परिचालना समिति’, विश्वनाथ, असम की ओर से आयोजित द्विदिवसीय (१२-१३ मार्च) राष्ट्रीय संगोष्ठी मे सारस्वत अतिथि के रूप मे निमन्त्रित […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

February 11, 2023 0

‘लड़पोछन’ शब्द की सार्थकता? ‘लड़पोछन’ न तो कोई सार्थक शब्द है और न ही ‘अश्लीलता’ का बोध करानेवाला किसी भी प्रकार का शब्द है। ‘लड़पोछन’ मे दो शब्द दिख रहे हैं :― (१) लड़ (२) […]

कर्मशाला के माध्यम से विद्यार्थी और अध्यापक-वर्ग को शुद्ध हिन्दी-लेखन का बोध करना अपरिहार्य है– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

February 10, 2023 0

“हमे आज संदूषित किये जा रहे शब्दों को पकड़कर सारस्वत सुधारगृह मे रखना होगा, ताकि उनका समुचित परिष्कार हो सके और उनका सात्त्विक शब्दनिधि मे प्रवेश हो सके। वास्तविकता यह है कि हमारा अर्द्धशिक्षित-शिक्षित-सुशिक्षित समाज […]

‘परीक्षा पे/पर चर्चा’ वाक्यांश-प्रयोग का औचित्य?

January 21, 2023 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय इन दिनो एक वाक्यांश शिक्षाजगत् की शब्द-सम्पदा को खाने के लिए ‘जंगली कुत्ते’ की तरह से छोड़ दिया गया है। आश्चर्य है, उस कुत्ते को लठियाने की हिम्मत मरती हुई […]

अशुद्धता के साथ हिन्दी का विस्तार औचित्यहीन है― आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

January 10, 2023 0

‘जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान’ (डाइट) की ओर से १० जनवरी को ‘विश्वहिन्दी-दिवस’ के अवसर पर संस्थान के सभागार मे व्याख्यान और कर्मशाला का आयोजन किया गया। आयोजन मे मुख्य अतिथि भाषाविज्ञानी एवं समीक्षक आचार्य […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

January 6, 2023 0

◆ वे शब्द, जिनका विश्व-समाज अशुद्ध और अनुपयुक्त व्यवहार करता आ रहा है।■ शब्दप्रयोग― आभार; शुक्रिय:/शुक्रिया, धन्यवाद, साधुवाद तथा थैंक यू। आइए! ‘आभार’ शब्द को समझते हैं। ‘आभारी’ का समानार्थी शब्द ‘कृतज्ञता’ है। पढ़े-लिखे लोग […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

January 2, 2023 0

एक वाक्य के आधार पर व्याकरणीय सम्बोध/संज्ञान करें। वाक्य है :–★ हमारे जीवन मे एक ‘तिनके’ की उपयोगिता है और महत्ता भी। ◆ यह वाक्य ‘अनिश्चित वर्त्तमान/वर्तमानकाल/वर्त्तमान/वर्तमान-काल/ वर्तमान का काल/समय (‘वर्त्तमान/वर्तमान काल’ अशुद्ध है।) का […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 29, 2022 0

■ यदि आपको इसमे से किसी भी प्रकार की अशुद्धि दिखे तो हमारा समुचित मार्गदर्शन करें, स्वागत है।◆ यहाँ वे शब्द हैं, जिनका विश्व-समाज जाने-अनजाने (‘अंजाने’ और ‘अन्जाने’ अशुद्ध हैं।) अशुद्ध और अनुपयुक्त व्यवहार करता […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 17, 2022 0

भाषासंस्कार/भाषा-संस्कार/भाषा का संस्कार (‘भाषा संस्कार’ अशुद्ध है।) विकसित करें प्रतिभाशाली/प्रतिभावान्/प्रतिसम्पन्न/प्रतिभायुक्त विद्यार्थी वही होता है, जो शब्दानुशासन को सम्यक् रूपेण (भलीभाँति) धारण करता हो। जिसके पास विद्या होती है, वही विद्यार्थी कहलाने का अधिकारी होता है; […]

शासकीय महाविद्यालय जयसिंहनगर, शहडोल मे राष्ट्रीय कार्यशाला का प्रथम दिवस

December 7, 2022 0

शिक्षाजगत् मे भाषा-व्याकरण के प्रति उदासीनता समाप्त हो– आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा गुणवत्ता परियोजना प्रकोष्ठ के तत्त्वावधान मे ७ दिसम्बर, २०२२ ई० को शासकीय महाविद्यालय जयसिंहनगर के हिन्दी एवं समाजशास्त्र-विभाग की ओर […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय-द्वारा मध्यप्रदेश मे व्याख्यान और प्रशिक्षण ७-८ दिसम्बर को

December 4, 2022 0

‘मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना एवं आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ’ के तत्त्वावधान मे शासकीय महाविद्यालय, जयसिंह नगर, शहडोल (म० प्र०) मे भाषाविज्ञानी और समीक्षक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय (प्रयागराज) की अध्यक्षता मे द्विदिवसीय राष्ट्रीय […]

‘सृजन’ शब्द शुद्ध है अथवा ‘सर्जन’ शब्द?

December 3, 2022 0

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला ‘सृजन’ शब्द शैक्षिक और साहित्यिक वातावरण मे ऐसे घुल-मिल गया है, जैसे ‘दूध मे पानी’। उस दूध मे कितना पानी (पानी का भिन्नार्थक :– जल; चमक; प्रतिष्ठा) है, इसे […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 2, 2022 0

निर्देश– अधोटंकित प्रश्नो मे ‘पाँच शब्द’ अंकित हैं और प्रत्येक के नीचे उनके विकल्प भी। आप प्रश्न-प्रकृति को समझते हुए, टंकित किये गये उत्तर-विकल्प मे से शब्दों के शुद्ध और उपयुक्त अर्थ का चयन करें–◆ […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 1, 2022 0

व्याकरण-बन्धन का समादर करना सीखें– दो•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••[२५ नवम्बर, २०२२ ई० से आगे की पाठशाला-सामग्री का अध्ययन-अनुशीलन करें।] हिन्दी-भाषा निश्चित रूप से क्लिष्ट है; परन्तु उनके लिए जो देवनागरी लिपि और हिन्दी-भाषा को पढ़ने-समझने से कतराते आ […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की विद्यार्थियों के लिए उपयोगी पुस्तकें

November 27, 2022 0

कृतियाँ :– ‘मीडिया और प्रेस-विधि’ और ‘प्रयोजनमूलक हिन्दी’ ‘सामयिक प्रकाशन’, दिल्ली (स्वामी– श्री महेश भारद्वाज) से एक साथ प्रकाशित हुई थीं और आज ही के दिनांक (२६ नवम्बर) मे हस्तगत हुई थीं। दोनो ही पुस्तकें […]

सीखिए और सिखाइए; जीवन व्यर्थ न गँवाइए

November 25, 2022 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आत्मीय मित्रवृन्द!आपमे से बहुसंख्य आभासी मित्र ऐसे हैं, जो भयवश मेरे सम्प्रेषण पर कोई भी टिप्पणी नहीं करते। उन्हें आशंका रहती है कि उनके अशुद्ध लेखन पर सीधे अँगुली (‘अंगुली’ […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 25, 2022 0

व्याकरण-बन्धन का समादर करना सीखें– एक आत्मीय विद्यार्थिवृन्द! (‘विद्यार्थीवृन्द’ अशुद्ध है।)‘सामान्य हिन्दी’ अथवा ‘हिन्दी-भाषा’, ‘हिन्दी-साहित्य’ तथा अन्य किसी भी विषय के प्रश्नपत्रों मे (‘में’ अशुद्ध है।) अंकित प्रश्नों के उत्तरों को लिखते समय आप यदि […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 22, 2022 0

◆ शब्द– अल्ला और अल्लाह। ★ अल्ला– बहुसंख्य जन नहीं जानते कि ‘अल्ला’ संस्कृतभाषा (यहाँ ‘षष्ठी तत्पुरुष’ समास है।) ‘संस्कृत-भाषा’ (संस्कृत की भाषा; यह सामासिक विग्रह है। ‘संस्कृत भाषा’ का प्रयोग अशुद्ध है; क्योंकि दोनो […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 18, 2022 0

◆ निम्नलिखित वाक्यों को सकारण शुद्ध करें :–१- वह ब्याख्यान दी थी।२- रेलगाड़ी देर से रेलवेस्टेशन में आयेगा।ध्यानपूर्वक शुद्ध और उपयुक्त उत्तर टिप्पणी-सहित ग्रहण करें। (इस आशय का उत्तर किसी भी पुस्तक मे उपलब्ध नहीं […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 11, 2022 0

शुद्ध और उपयुक्त शब्द :– वर्णो-पर्णो, कारणो, दोनो-तीनो, अपनो, नोक, नीवँ, मानो, मुन्नो, मा, मुझमे,मे, मै, मैने, हमे तथा कर्मो। आज की पाठशाला मे हम ऐसे शब्दों पर गम्भीरतापूर्वक विचार करेंगे, जिन्हें हम जाने-अनजाने (‘जाने-अंजाने/अन्जाने’ […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 10, 2022 0

◆ साग्रह अनुरोध–आप सभी इस टिप्पणी मे से किसी भी प्रकार की सकारण अशुद्धि/अशुद्धियाँ निकालें और मेरा मार्गदर्शन करें।••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••आत्मीय विद्यार्थिवृन्द!किसी भी स्तर की परीक्षा के हिन्दीभाषा/हिन्दी-भाषा (‘हिन्दी भाषा’ अशुद्ध है।) /सामान्य हिन्दी और हिन्दीसाहित्य/ हिन्दी-साहित्य […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 24, 2022 0

● आपने २३ अक्तूबर की विलम्ब रात्रि मे ‘दीपावली-दीवाली’, ‘दीया-दिया’ तथा ‘प्रज्वलन’ शब्दप्रयोग की जानकारी अर्जित की थी। आज आप (२४ अक्तूबर) ‘वर्तिका’ (बाती) और ‘तैल-घृत’ शब्दों को समझें। शुद्ध और उपयुक्त शब्द :–वर्तिका और […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 4, 2022 0

■ आप सभी सीखिए (यहाँ ‘सिखिए’ अशुद्ध है।), ‘शुद्ध हिन्दी’ कैसे लिखी जाती है? (सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; ४ अक्तूबर, २०२२ ईसवी।)

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

September 10, 2022 0

गुरुदेव आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय जी की इस वर्ष की कर्मशाला का प्रथम आयोजन श्री शिवमंगल मौर्य इण्टरमीडिएट कॉलेज, ऊँचाहार, रायबरेली मे २१ सितम्बर को होगा, तदनन्तर सितम्बर-माह की अन्य तिथियों मे कौशाम्बी के अनेक […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 29, 2022 0

यह पूरी पारदर्शी प्रतिक्रिया नीचे दिखाये गये प्रचारपत्र मे प्रयुक्त शब्दों और विराम-विरामेतर (‘विरामेत्तर’ अशुद्ध है।) चिह्नो के संदर्भ मे की गयी है। यह पढ़े-लिखे लोग का ‘विश्व हिन्दी संगठन’ है; परन्तु भाषाबोध के नाम […]

तत्सम, तद्भव, देशज तथा विदेशज शब्दावली का मनोहारी दर्शन

July 10, 2022 0

—-इसे कहते हैं ‘शब्दचित्र’ ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मै अपलक उसे निहार रहा था। राजहंस-सा गौर वर्ण, द्रुत विलम्बित-सी गति, अभिधावाणी, उपनागरिका वृत्ति-सी प्रकृति, प्रसाद गुण-सा शील, मासूम चेहरे पर खिलता शृंगार-रस, अंग-अंग से […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 1, 2022 0

विषय– जन्मदिन बनाम जन्मतिथि/जन्मदिनांक ऐसा ज्ञान, जो आपको इस पाठशाला के अतिरिक्त कहीं नहीं मिलनेवाला है। इसे हम वर्षों से बताते-समझाते आ रहे हैं; परन्तु प्रत्येक कुएँ मे डाली गयी भाँग को बाहर लाकर उस […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

June 17, 2022 0

शब्द :— आरोपी-आरोपित आरोपी (वादी)– जो व्यक्ति किसी पर आरोप मढ़ता हो; जैसे– उसने मेरे घर चोरी की थी। आरोपित (प्रतिवादी)– जिस व्यक्ति पर आरोप मढ़ा जाये; जैसे– यही वह चोर है, जिसने चोरी की […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 22, 2022 0

यह एक समाचार-चैनलद्वारा/चैनल-द्वारा प्रस्तुत किया गया समाचार है। (‘चैनल द्वारा’ अशुद्ध शब्द-प्रयोग है; क्योंकि दोनो शब्द पृथक्-पृथक् दिख रहे हैं, जबकि ‘चैनलद्वारा’/’चैनल-द्वारा’/’चैनल ‘के’ द्वारा’ सम्बन्धबोधक कारक है और षष्ठी तत्पुरुष समास का उदाहरण भी।) इस […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

February 23, 2022 0

किसी विषय के प्रश्नपत्र/प्रश्न-पत्र (‘प्रश्न पत्र’ अशुद्ध है।) मे यदि यह प्रश्न हो तो आपका उत्तर कौन-सा (यहाँ ‘क्या’ अशुद्ध है।) होगा? प्रश्न– इनमे से ‘हवा’ के लिए उपयुक्त शब्द है :– (यहाँ ‘है-‘ और […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

February 22, 2022 0

किसी विषय के प्रश्नपत्र/प्रश्न-पत्र (‘प्रश्न पत्र’ अशुद्ध है।) मे यदि यह प्रश्न हो तो आपका उत्तर कौन-सा (यहाँ ‘क्या’ अशुद्ध है।) होगा? प्रश्न– इनमे से ‘हवा’ के लिए उपयुक्त शब्द है :– (यहाँ ‘है-‘ और […]

 भाषाई संकरता

February 14, 2022 0

राघवेन्द्र कुमार “राघव”-   निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति को मूल। निज भाषा के ज्ञान बिन मिटै न हिय को शूल ।। सारे विश्व में भाषा को देशों की पहचान माना जाता है । […]

विद्या-अर्जित करने के लिए संस्कार की आवश्यकता— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

December 24, 2021 0

आज (२३ दिसम्बर) गढ़ाकोटा, सागर-स्थित शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हिन्दी-विभाग की ओर से ‘अध्ययन-अध्यापन मे हिन्दी-भाषा की उपयोगिता और महत्ता’ विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय कर्मशाला का आयोजन महाविद्यालय-सभागार मे किया गया। इस कर्मशाला मे प्रयागराज […]

डाइट, मथुरा से वापसी का अन्तिम क्षण मन-प्राण को आन्दोलित करता रहा!

December 19, 2021 0

सायं सवा सात बजे के लगभग वे छात्राएँ, जिन्होंने लगातार तीन दिनों तक गुरु का सान्निध्य ग्रहण किया था, उनमे से कुछ अकस्मात् गुरु के प्रवासस्थल पर पहुँच गयीं। सभी ने डाइट के उपशिक्षानिदेशक एवं […]

‘डाइट’ की ओर से आयोजित त्रिदिवसीय कर्मशाला सम्पन्न हुई

December 18, 2021 0

● शब्दानुशासन धारण कर स्वयं को शब्द-सम्पन्न बनायें– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय डाइट, मथुरा की ओर से पिछले तीन दिनो से संस्थान के मुक्तांगन मे आयोजित की जा रही सारस्वत कर्मशाला का कल (१८ दिसम्बर) […]

अध्ययन और अभ्यास-द्वारा शुद्ध लेखन करना सीखें– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

December 17, 2021 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’ “हिन्दी हमारी मातृभाषा है, इसलिए हमारा अपनी भाषा के प्रति उत्कट अनुराग होना चाहिए। हमे अपनी माँ के प्रति जितनी श्रद्धा होती है उतनी ही अपनी भाषा के प्रति भी होनी […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने हिन्दी भाषा-कर्मशाला में समझायीं भाषा और व्याकरण की बारीक़ियाँ

December 16, 2021 0

● शुद्ध हिन्दी का उच्चारण और लेखन-स्तर पर ग्रहण करने की विकसित करें क्षमता ज़िला शिक्षा एवं प्रशिक्षण-संस्थान (डाइट), मथुरा के संयोजन में डाइट के मुक्तांगन में गुरुवार से आयोजित की जा रही त्रिदिवसीय हिन्दीभाषा-कर्मशाला […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का देशव्यापी अभियान ‘अपनी भाषा सुधारें’ १६ दिसम्बर से प्रारम्भ

December 14, 2021 0

भाषाविज्ञानी आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का जो चिर-परिचित अभियान ‘अपनी भाषा सुधारें’ कोरोना-दुष्प्रभाव के कारण थम गया था, अब उसे गति मिल चुकी है। वे अपने अभियान का आरम्भ मथुरा से करेंगे, जो दमोह तथा […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 9, 2021 0

■ ‘दारा’ शब्द को समझें इसका मूल शब्द ‘दार’ है, जो कि ‘दृ’ धातु का शब्द है। ‘दृ’ का अर्थ ‘विदारण करना’/’बीच मे से पृथक् करके दो अथवा अधिक टुकड़े करना’ होता है। इस धातु […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 3, 2021 0

प्रिय विद्यार्थिवृन्द!अभी हाल ही में अधोलिखित सेवाओं के लिए उनकी प्रारम्भिक परीक्षाओं के परिणाम घोषित किये गये हैं।गहनतापूर्वक विचार करें– उत्तरप्रदेश सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पी० सी० एस०) और सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी (ए० […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 10, 2021 0

देश के प्रसिद्ध कोचिंग-संस्थान ‘दृष्टि’ की ओर से आयोजित एक छद्म साक्षात् परीक्षा (साक्षात्कार परीक्षा’ अशुद्ध है।) का मूल्यांकन आई० ए० एस०-सेवा के लिए सुनीता नामक अभ्यर्थिनी छद्म ‘साक्षात् परीक्षा’ के लिए बुलायी गयी थी। […]

रेडियो-जॉकी-उद्घोषक आदिक के लिए शुद्ध शब्दों की जानकारी अत्यावश्यक– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

November 6, 2021 0

‘रेडियो मिर्ची’ के इतिहास में पहली बार ‘शब्दों’ पर सारगर्भित विचार ◆ प्रस्तोता– राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव‘ “देश में जितने भी प्रचार और प्रसार-माध्यम हैं, वे समाज में सकारात्मक चेतना जाग्रत् करने के लिए उपयोगी […]

‘डी० लिट्०’ करने के लिए ‘अनन्य’ विषय

October 29, 2021 0

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला हमारे विद्यार्थी और अध्यापक-अध्यापिका वृन्द ‘डी० लिट्०’ (डि. लिट., डि. लिट्., डि० लिट०, डि० लिट्०, डी. लिट., डी. लिट्. तथा डी० लिट० अशुद्ध हैं।) उपाधि अर्जित (यहाँ ‘प्राप्त करने’ […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 23, 2021 0

◆ शब्द– अल्ला और अल्लाह।★ अल्ला– यह ‘संस्कृत-भाषा’ का शब्द है, जो लिंग-निर्धारण के अन्तर्गत स्त्रीलिंग का शब्द है। अधिकतर कोशकार ‘अल्ला’ शब्द को ‘अरबी-भाषा’ बताते हैं, जो कि ‘भयंकर’ दोष है। शब्दभेद की दृष्टि […]

आचार्य पाण्डेय ने जिस रीति से हम सभी को एक अनुपम सीख दी है, वह ऐतिहासिक है : पिलप्पा पिण्ड्या

September 24, 2021 0

‘अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी विकास परिषद्’, डिण्डिगुल, तमिलनाडु की आन्तर्जालिक व्याख्यानमाला सम्पन्न “आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय के ज्ञान का प्रभाव अनन्त काल तक रहेगा”– प्रो० पिलप्पा पिण्ड्या “माना कि आज विश्व में हिन्दी का बृहद् स्तर पर […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

September 6, 2021 0

◆ निम्नांकित वाक्यों/वाक्यांशों को शुद्ध करें :–१- फुलों का विकसित होने से।२- गाड़ी से तीन सवारी गिरा।३- शपथनी का कथन।४- पौधरोपण की।५- उसने श्राप दी।६- महिला कार्यकर्ता आते। शुद्ध उत्तर हैं :–(१) कलियों के विकसित […]

पी० जी० टी० हिन्दी-परीक्षा के नाम पर परीक्षार्थियों के साथ क्रूर मज़ाक़!..?

August 19, 2021 0

★आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय(भाषाविज्ञानी और समीक्षक), प्रयागराज। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा प्रवक्ता की परीक्षा पिछले १७ अगस्त को करायी गयी थी, जिसमें हिन्दी-विषय के प्रश्नपत्र के ९० प्रतिशत प्रश्न और उनके […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

August 13, 2021 0

‘अथर्ववेद’ की एक पंक्ति है, जिसका अर्थ है– जो कुछ भी सम्यक् रूपेण लेखन किया जाता है, वह द्रष्टव्य (‘दृष्टव्य’ अशुद्ध है)/देखने-योग्य/देखनेयोग्य/देखने के योग्य (‘देखने योग्य’ अशुद्ध है।) है। ऐसे में, यहाँ यह एक प्रश्न […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

August 8, 2021 0

हे देश के भावी कर्णधार! चाहे तुम अधिक व्याकरण न पढ़ो; परन्तु थोड़ा-बहुत पढ़ो अवश्य, जिससे ‘स्वजन’ (प्रिय बन्धु) और ‘श्वजन’ (कुत्तारूपी बन्धु) शब्दों का अनुपयुक्त प्रयोग न कर सको; ‘सकृत’ (एक बार) के स्थान […]

प्रख्यात भाषाविद् आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय के ‘भाषाचिन्तन’ का एक व्यावहारिक आयाम

July 24, 2021 0

★ राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’ (प्रधान सम्पादक अवध रहस्य राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र) : हमारे अध्यापकवृन्द, प्रतियोगी विद्यार्थियों, सामान्य विद्यार्थियों तथा हिन्दी सीखने के प्रति लालसा जीनेवाले हिन्दी-अनुरागिजन के लिए वर्षान्त तक २३-३६/८ के बड़े […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 17, 2021 0

विचारणीय शब्द :– ● पूर्वाग्रह● पूर्वग्रह● प्रणाम ● पूर्वाग्रह– यह दीर्घ स्वर सन्धि का उदाहरण है और षष्ठी तत्पुरुष समास का भी। पूर्वाग्रह में प्रामाणिक-अप्रामाणिक और अविवादित-विवादित विषय आते हैं। ऐसे में, कौन कब अप्रामाणिक-विवादास्पद […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 9, 2021 0

•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••कल (१० जुलाई) ‘शनिवार’ रहेगा और आप ‘दैनिक जागरण’, ‘नई दुनिया’ तथा ‘नव दुनिया’ के समस्त संस्करणों में कल एक साथ प्रकाशित साप्ताहिक स्तम्भ ‘भाषा की पाठशाला’ के अन्तर्गत ‘मान्यता’, ‘विदेश’, ‘रोग’, ‘जोग’ आदिक शब्दों […]