तुम लहरों सी टकराती हो, मैं मिट्टी सा बह जाता हूँ
राज सिंह चौहान (ब्यूरो प्रमुख हरदोई)- तुम लहरों सी टकराती हो, मैं मिट्टी सा बह जाता हूँ। देखोगे सतह में आकर जो, एक दूजे में मिल जाता हूँ।।1 तुम क्षण-क्षण में कता-कतरा, मुझे काट-काट ले […]
राज सिंह चौहान (ब्यूरो प्रमुख हरदोई)- तुम लहरों सी टकराती हो, मैं मिट्टी सा बह जाता हूँ। देखोगे सतह में आकर जो, एक दूजे में मिल जाता हूँ।।1 तुम क्षण-क्षण में कता-कतरा, मुझे काट-काट ले […]