आरक्षण और पदोन्नति-आरक्षण का औचित्य?
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय राष्ट्र की अवधारणा के अन्तर्गत सभी जन एक कहलाते हैं; न अलगाव; बिलगाव तथा न लगाव। यही ‘तटस्थता का सिद्धान्त’ भी है। यह एक ऐसा राष्ट्रधर्म है, जो ‘पृथक्कता’ के […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय राष्ट्र की अवधारणा के अन्तर्गत सभी जन एक कहलाते हैं; न अलगाव; बिलगाव तथा न लगाव। यही ‘तटस्थता का सिद्धान्त’ भी है। यह एक ऐसा राष्ट्रधर्म है, जो ‘पृथक्कता’ के […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय संविधान के जिस प्रविधान के अन्तर्गत कतिपय जातियों और वर्गों को एक सीमित अवधि के लिए ‘विशेष’ प्रकार के आरक्षण की व्यवस्था की गयी थी, उसे अभी तक समाप्त क्यों […]
आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय (प्रख्यात लेखक/आलोचक)- आत्मीय अमित्र-मित्रवृन्द!‘आरक्षण’ देश को अयोग्यों की पंक्ति मे ला खड़ा करेगा और एक दिन ऐसा भी आयेगा, जब देश पर ‘नितान्त’ अक्षम, असमर्थ तथा संस्कारविहीन लोग शासन-प्रशासन करने लगेंगे; […]
कछौना (हरदोई): आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर पंचायत चुनाव ग्राम प्रधान, जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत, ग्राम सदस्य का आरक्षण की तस्वीर साफ हो गई है। पद व स्थान की सूची का सार्वजनिक प्रकाशन ब्लॉक […]
हरदोई – बावन, टोडरपुर का प्रमुख पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित मल्लावां का प्रमुख पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित अहिरोरी, कोथावां का पद पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित कछौना, बेंहदर, का पद […]
डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आरक्षण को बनाये रखने के ‘औचित्य’ की समीक्षा अब अपरिहार्य है। आरक्षण १० वर्षों के लिए था, फिर बिना इसकी समीक्षा किये क्यों बढ़ाया जाता रहा है? ग़रीबी कुछ जातियों-वर्गों में है? […]
२ अप्रैल, २०१८ ई० को इलाहाबाद-स्थित ‘चन्द्रशेखर आज़ाद प्रतिमा-स्थल’ से ‘आरक्षणसमीक्षा मोर्चा’ की ओर से आरक्षणसमीक्षा-अभियान का आरम्भ भाषाविद् डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की अध्यक्षता में किया गया था, जिसका नेतृत्व मोर्चा के संयोजक वीरेन्द्र सिंह […]