दार्जिलिंग फिर हिंसा से जल उठा

दार्जिलिंग में ताहसी भूटिया की मौत के बाद दार्जिलिंग हिल्स में आज फिर से हिंसा भड़क उठी । ताहसी भूटिया गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) का कार्यकर्ता बताया जा रहा है और उसकी मौत का कारण सुरक्षा बलों की गोलीबारी कहा जा रहा है । सोनादा में यातायात पुलिस चौकी में गोरखालैंड आंदोलनकारियों ने आग लगा दी । इस आगजनी में  एक सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गया है । खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को भी आंदोलनकारियों ने निशाना बनाया है । आपूर्ति विभाग के एक कार्यालय में उग्र भीड़ ने तोड़फोड़ की है ।
पुलिस ने हिंसा पर उतारू भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने के साथ रबर की गोलियां भी दागीं । प्रशासन ने मौजूदा हालात को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए हैं ।
दार्जिलिंग में हिंसा और सरकारी उदासीनता के चलते भारतीय जनता पार्टी ने पश्‍चिम बंगाल में राष्‍ट्रपति शासन लगाने की मांग की है । भाजपा का कहना है कि राज्‍य में कानून-व्‍यवस्‍था पूरी तरह से चरमरा गई है । पश्चिम बंगाल के प्रदेश भाजपा अध्‍यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि वह आज राज्‍यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मिले थे और उनसे राज्‍य में त्वरित रूप से राष्‍ट्रपति शासन लगाने की मांग की है । घोष ने राज्‍यपाल महोदय से केन्‍द्र से सिफारिश करने का अनुरोध भी किया। भाजपा, कांग्रेस के साथ ही पश्चिम बंगाल पुलिस ने बशीरघाट जा रहे  वामपंथी पार्टियों के प्रतिनिधिमंडल को रास्ते में रोक दिया था । उधर पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने दंगों की निंदा करते हुए विपक्ष पर ही आरोप मढ़ दिया । सो