भाषा का पोषण की जगह शोषण करती पत्रकारिता
विश्व मे हिन्दी इकलौती ऐसी भाषा है जिसका अशुद्ध सम्भाषण लोग के लिए हास्य का विषय है और शुद्ध वाचन भी मूर्खतापूर्ण हँसी का विषय है। ग़लत बोलने पर वक्ता का मजाक उड़ाते हैं और […]
विश्व मे हिन्दी इकलौती ऐसी भाषा है जिसका अशुद्ध सम्भाषण लोग के लिए हास्य का विषय है और शुद्ध वाचन भी मूर्खतापूर्ण हँसी का विषय है। ग़लत बोलने पर वक्ता का मजाक उड़ाते हैं और […]