दुनिया के लिए अच्छी साबित होगी भारत-रूस साझेदारी: जयशंकर

November 11, 2024 0

मुंबई। भारत और रूस की अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे की पूरक हैं और 8 प्रतिशत विकास दर वाले भारत और प्रौद्योगिकी क्षेत्र के दिग्गज रूस के बीच साझेदारी दोनों देशों के साथ ही दुनिया के लिए भी […]

अब कोई सूरज किसी रूपा को छुप-छुप कर नहीं देखता

November 10, 2024 0

छोटा भाई : भैया क्या आपको पता है कि बड़े-बड़े कास्तकार जिनका धान खेत से कटकर घर तक पहुंचने में पहले महीनो लग जाते थे, पूरा कातिक बीत जाता था, अब उनकी पूरी सीर एक […]

पकवान रेस्टोरेण्ट का कारनामा

November 9, 2024 0

पहला चित्र–घटना आज (९ नवम्बर) की है। मै डोसा खाने के लिए गया था। यह है, लखनऊ का ‘पकवान रेस्टोरेण्ट’ (शुद्ध शाकाहारी भोजनालय), जो लखनऊ रेल स्टेशन से लगभग ४०० मीटर की दूरी पर मुख्य […]

शुष्क हुई संवेदना, मरता भाव-विभाव

November 9, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक–अत्याचारी देश मे, दिखते हैँ चहुँ ओर।उनके पापाचार का, कोई ओर-न-छोर।। दो–रक्त उबलता देखकर, उनका नित्य कुकृत्य।दिखते हैँ पथभ्रष्ट सब, दिखता हर दुष्कृत्य।। तीन–शुष्क हुई संवेदना, मरता भाव-विभाव।मन चेतन से […]

‘परिक्षा’ शुद्ध शब्द है और परीक्षा भी

November 8, 2024 0

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला•••••••••••••••••••••••••• ★ परिक्षा– इस ‘परिक्षा’ शब्द की वर्तनी (अक्षरी) देखते ही कोई भी सुस्पष्ट शब्दोँ मे कह देगा– यह जो ‘परिक्षा’ शब्द दिख रहा है, पूरी तरह से ग़लत है; […]

दृष्टि परे दर्शन हुआ, योग-क्षेम अभिशाप

November 7, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक–जीवन अब अनुवाद है, मूल रह गया भूत।भाव अर्थ से हीन है, कथ्य बना अवधूत।।दो–दृष्टि-परे दर्शन हुआ, योग-क्षेम अभिशाप।परे परा अपरा हुई, जल से जैसे भाप।।तीन–कुन्द प्रखरता ठोस है, प्रतिभा […]

‘छठि’ (छठ) के आवते अँखिया मे बचपन जीये लागल!

November 7, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ‘छठि’ के नउवा सुनि के आपन गाँव, घर, दुआरि, डेरा, खरिहान, बर-बनिहार आ पाँड़े पोखरा याद आवे लागल। मुँड़ी पर फल-फूल, सिंघाड़ा, ठेकुआ, पूआ-मलपुआ, पूड़ी, भीगल चाना, उखि के गेँड़, […]

कहे तोसे सजना ओ तोहरी सजनिया गाने वाली हुई चिर मौन

November 6, 2024 0

बैसवारा में छठ नहीं मनाई जाती, भोजपुरी और मैथिली भी नहीं बोली जाती। इसलिए भोजपुरी और मैथिली की प्रख्यात लोकगायिका स्वर्गीय शारदा सिन्हा को मैंने बहुत देर से जाना। उनकी जादुई आवाज मैंने पहली बार […]

अभी-अभी– प्रखर लोकगीतगायिका शारदा सिन्हा जी का शरीरान्त

November 5, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• जनप्रिय लोकगीत-गायिका ७२ वर्षीया समादरणीया दीदी शारदा सिन्हा जी का अभी कुछ ही समय-पूर्व शरीरान्त हुआ है। कई दशक-पूर्व लखनऊ से प्रकाशित मासिक पत्रिका ‘भोजपुरी लोक’ की ओर से लखनऊ […]

जज़्बातों का समन्दर

November 5, 2024 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’– अगर जज़्बातों का ये समन्दर न होताआदमजादे भी यहाँ जानवर बन जाते।कोई भी किसी के लिए परेशान न होताकिसी भी काम के न होते रिश्ते-नाते।न दिल मे किसी के लिए नफ़रत […]

जाने क्योँ-कैसा प्रतिबन्ध!

November 5, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• पानी पर ठहरा सम्बन्ध,जाने कैसा क्योँ प्रतिबन्ध?होठोँ पर मृदु हास-रेखाएँ,हृदय दिखाता है अनुबन्ध।चिरसंचित अभिलाष खड़ा है,प्रश्न उठाता है सम्बन्ध।उम्र है घटती-कटुता बढ़ती,अनदेखी कर लेता अन्ध।अनाचार है आँख दिखाता,मुक्त दिख रहे […]

भारत-दुर्दशा का वर्तमान

November 5, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• छन्द :– चौपाईमंगल भवन अमंगल हारी। देश लुट रहा बारी-बारी।।जनता फिरती मारी-मारी। असर न होता अत्याचारी।।आपस मे है मारा-मारी। पापी दिखते सब पर भारी।।पाप घड़ा पापी भर आया। भगतोँ को […]

भाव-जगत् मे बस गये, सम्बन्धोँ के खेल

November 3, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक–कैसा भाई दूज है, लिये प्रथा को संग।प्रेम-नेह दिखता नहीँ, रिश्ते होते तंग।।दो–छिटक रहे भाई-बहन, भौतिकता ले साथ।रोता भाई दूज भी, झुका-झुकाकर माथ।।तीन–बचपन बूढ़ा हो रहा, लकुटी ही अब साथ।बिछड़ […]

राजभाषा अधिकारी परीक्षा से सम्बन्धित मॉक टेस्ट का हुआ आयोजन

November 3, 2024 0

कोलकाता और आसपास के क्षेत्र के युवा वर्ग को राजभाषा हिंदी में रोजगार के अवसर और तदानुसार तैयारी के संबंध में जागरूकता फैलाने और युवा वर्ग को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से स्थापित नैहाटी शिल्पांचल […]

भोजपुरिया लिक्खाड़ लोगवा! एही क कहल जाला भोजपुरी

November 3, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ए चचिया! तोरा क उठि-बइठि आ सूति-जागि क उठक-बइठक करत परनाम करत बानी। आछा त, तू खाँड़ी-चूकी ना हउ, सोगहगवे बाड़ू। आपना लेखा एगही। तू आपन पूत खइलू; भतार कटलू, […]

संविधान विरुद्ध खड़े, लोकतन्त्र के अंग

November 2, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक–मनहूस तारीख़ हुई, मानो गूलर-फूल।न्यायशील दिखते कहाँ, आस रही है झूल।।दो–देखो! कैसे मौन हैँ, न्यायतन्त्र के लोग।चिन्दी-चिन्दी हो रही, इज़्ज़त लगती भोग।।तीन–पट्टी खोली आँख की, संविधान अब हाथ।दिखता न्याय सुदूर […]

संविधान अब गौण है, केवल व्यक्ति प्रधान

November 1, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक–जन का तेल निकाल कर, भरेँ दीप मे तेल।परवश कैसा राम है, खेल रहा है खेल।।दो–दृष्टि सयानी दिख रही, बढ़ा रही है प्रीति।घायल करती राज को, बना रही है नीति।।तीन–संविधान […]

Ode to Inner Light

October 31, 2024 0

Raghavendra Kumar Raghav– On the sacred festival of light, we come with open hearts, Seeking beauty’s true reflection, where the soul’s essence starts. Not in fleeting worldly forms, but in light that never fades, Shining bright, deep within—our […]

मेरा रेडियो-प्रेम

October 31, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• मेरा रेडियो से जुड़ा संस्मरण एक रोचक पुस्तक का आकार ले लेगा। इतना समझ लेँ पार्श्व मे एक स्टूल होता था, जिस पर नितान्त मेरा ट्रांजिस्टर रखा रहता था और […]

शुद्ध शब्दप्रयोग के साथ शुचितापूर्वक ‘दीपमाला-उत्सव’ का आयोजन करेँ!

October 31, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••• हम दीर्घकाल से देखते-समझते आ रहे हैँ कि दीप-उत्सव ‘दीपावली’ के अवसर पर भारतीय समाज आज भी भ्रम की स्थिति मे बना हुआ है। इसका मुख्य कारण है, ‘दीपावली’ त्योहार […]

सऊदी अरब में दूतावास ने पाँच भारतीय भाषाओं को शास्त्रीय दर्जा मिलने पर मनाया जश्न

October 30, 2024 0

रियाद। सऊदी अरब के रियाद में स्थित भारतीय दूतावास ने सभी 11 शास्त्रीय भाषाओं के ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाला एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। यह कार्यक्रम सप्ताह भर चलने वाले प्रवासी परिचय-2024 का […]

सर्व समाज के आराध्य है भगवान परशुराम

October 29, 2024 0

हरदोई– बेनीगंज मे स्थानीय अयोध्या प्रसाद आदर्श विद्यालय परिसर में ब्राह्मण परशुराम संगठित समाज की ओर से बैठक का आयोजन किया गया। साथ ही संगठन का विस्तार किया गया। ब्राह्मण संगठित समाज की ओर से […]

दीप

October 28, 2024 0

दीप जलते नहींजलाए जाते है।मोहब्बत की नहीं जातीनिभाई जाती है।खुशियां आती नहींलायी जाती है।अपने बनते नहींबनाए जाते है।कर्म दिखाए नहींकिए जाते है।हमसफर दिखाया नहींबनाया जाता है।सत्य समझाया नहींसमझा जाता है।श्री राम जन्म नहीं लेतेकर्मो से […]

कानपुर, दैनिक जागरण-कार्यालय मे ‘पत्रकारीय शब्दबोध-कर्मशाला’ का आयोजन प्रेरक रहा

October 27, 2024 0

कानपुर-प्रवास की अवधि मे मेरे समय का सदुपयोग होता रहा। विगत २४ अक्तूबर को दैनिक जागरण के राष्ट्रीय सम्पादक विष्णुप्रकाश त्रिपाठी जी के सौजन्य से दैनिक जागरण, कानपुर-कार्यालय के एक सभागार मे समाचारपत्रोँ मे व्यवहृत […]

तुम मात्र एक तार्किक हो

October 26, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• कहो!चित्त कोक्योँ ले गये संश्लिष्ट विचार-गह्वर मे?निर्द्वन्द्व करो अपने भाव को;शिथिल करो शब्द-बन्धन को;शब्द-शब्द होगा,करबद्ध मुद्रा मे;नतमस्तक हो,तुम्हारे आदेश की प्रतीक्षा मे।पात्रता ग्रहण करो;रिक्त रहकर,उद्विग्न रहोगे स्वयं से;अपरिपक्व विचारों से,फिर […]

प्राकृतिक चिकित्सा आधारित राघव की सलाह : 1

October 25, 2024 0

प्राकृतिक चिकित्सा ही मूल चिकित्सा है जो रोग की जड़ को खत्म कर शरीर को निरोग करती है। यह चिकित्सा पद्धति शून्य नुकसान वाली है और लाइलाज बीमारियों को भी ठीक करने की इसमें क्षमता […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 24, 2024 0

अध: टंकित वाक्य को सकारण शुद्ध करेँ :–● मैं दो दिन से गांव पर/पे है।सकारण उत्तर–सर्वप्रथम हम अपने प्रश्नात्मक वाक्य पर विचार करेँगे। यह वाक्य अशुद्ध है; क्योँकि वाक्य से निर्देश की ध्वनि आ रही […]

माया-सम सब दिख रहे, अभिधा करती शोर।।

October 23, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक–संदेही इस जगत् मे, दिखते हैँ चहुँ ओर।समय दिखे शंकालु है, मोहग्रस्त है भोर।।दो–चतुर-सुजान सुभग यहाँ, कोई ओर-न-छोर।माया-सम सब दिख रहे, अभिधा करती शोर।।तीन–यही जगत् की रीति है, साधु बन […]

ब्रह्म सनातन एक है, जीव क्षणिक है रूप

October 22, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक–कोण दृष्टि का बदलकर, लक्ष्य करो संधान।आडम्बर को त्यागकर, कर लो ग्रहण अपान (आत्मज्ञान)।।दो–कौन सनातन है यहाँ, क्षणभंगुर है कौन?न्यायी दिखता कौन है, अधिनायक है कौन?तीन–ब्रह्म सनातन एक है, जीव […]

पारुल देवी ने नीट यूजी परीक्षा उत्तीर्ण करके जनपद का बढ़ाया मान

October 22, 2024 0

ज्योति जूनियर हाईस्कूल कुरसठ हरदोई की पूर्व छात्रा पारुल देवी ने नीट यूजी परीक्षा उत्तीर्ण करके अपने जनपद व क्षेत्र का नाम रौशन किया है। पारुल देवी ने प्रदेश की आयुष काउंसलिग में 620वीं रैंक […]

कटुता कण्टक-सा चुभे

October 21, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक–चिन्ता-चिन्तन शब्द हैँ, शब्द बने अविराम।शब्द-शब्द मन्थन करो, मानस हो अभिराम।।दो–शब्द-शब्द अश्लील है, शब्द बनाये श्लील।शब्द समादरयुक्त है, हरण है करता शील।।तीन–लोचन आलोचन लगे, दृष्टिबोध है मर्म।कटुता कण्टक-सा चुभे, औषध […]

विकल्परहित संकल्प

October 21, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक–आग ‘आग’ से कह रही, दु:ख से मत हो दूर।सुख तो औरों के लिए, दु:ख जीना भरपूर।।दो–तिनका-तिनका जोड़कर, महल बनाया एक।आधी घड़ी न सुख मिला, रहने लगे अनेक।।तीन–कष्ट मिटाओ लोक […]

चंदा तेरे कितने रूप

October 20, 2024 0

चंद्रमा पूजनीय है क्योंकि हमारे शास्त्रों में चंदा को ब्रह्माजी का मानस पुत्र कहा गया है। चंद्रमा को लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त है, इसलिए सुहागिन स्त्रियां कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि […]

रीवा मे गुरु माँ करिश्मा शेट्टी का भव्य स्वागत

October 18, 2024 0

मध्यप्रदेश के रीवा में गुरु मां करिश्मा शेट्टी का भव्य स्वागत : बरौली पांडेय गाँव में पुष्पों व दूध की वर्षा से हुआ सम्मान मध्य प्रदेश के रीवा जिले के जवा कस्बे के बरौली पांडेय […]

दरोदीवार मे अपना हम नाम ढूँढ़ते हैँ

October 18, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय बेख़ुदी का हश्र कैसा, हम जाम ढूँढ़ते हैँ,ज़ख़्म बूढ़ा ही रहे, हम आराम ढूँढ़ते हैँ।चेहरोँ मे छिपा चेहरा, जाने बैठा है कहाँ,रावण के घर मे, हम ‘राम’ ढूँढ़ते हैँ।नख-शिख अत्याचार […]

आवर्त्तन और दरार

October 18, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय एक–रूप-रंग की हाट मे, भाँति-भाँति-तस्वीर।राँझा बिकते हैँ कहीँ, कहीँ बिक रहीँ हीर।।दो–धर्म-पंथ औ’ जाति की, बिगड़ गयी है रीति।ऐसे मे कैसे भला, गले मिलेगी प्रीति।।तीन–रुपया-रुतबा-रूपसी, बहुत भयंकर रोग।सत्ता-धर्म गले मिलेँ, […]

कातिक का महीना

October 17, 2024 0

कातिक आने को है !! अब सुबह घास में पड़ने वाली ओस सूरज की पहली किरण पड़ते ही मोतियों सी चमकने लगी है। सुबह -शाम गुलाबी ठंडक पड़ने लगी है । शरद पूर्णिमा का चांद […]

साइबर सुरक्षा पर पुलिसवालों की पाठशाला

October 16, 2024 0

डॉ० एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में बुधवार को इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से सीडैक और इनोवेशन हब के सहयोग से वन डे मास्टर्स ट्रेनर ट्रेनिंग प्रोग्राम ऑन साइबर सेफ उत्तर प्रदेश […]

“पाण्डे! तू मेरा ‘ट्यूटर’ बन जा”– डॉ० अब्दुल कलाम

October 15, 2024 0

आज (१५ अक्टूबर) श्रद्धेय भ्राताश्री, पूर्व-राष्ट्रपति अबुल कलाम जी का जन्म-दिनाङ्क है। ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय डॉ० अब्दुल कलाम प्रेय थे तो श्रेय भी। उन्होँने जब राष्ट्रपति-पद की शपथ ली थी तब अपने ओजस्वी […]

हिन्दी के लिए गर्व और गौरव का विषय

October 15, 2024 0

बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान एवं महाराष्ट्र-राज्योँ के चार शिक्षालयोँ के-की प्रधानाचार्य एवं हिन्दीविभागाध्यक्ष ने ‘आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला’ नामक कृति की बड़ी संख्या मे प्रतियोँ का आदेश किया है, जिसके कारण अब कुल एक […]

नज़्म : आदमियत का क्या हुआ

October 15, 2024 0

राघवेन्द्र कुमार ‘राघव’– किसी की तासीर है तबस्सुम,किसी की तबस्सुम को हम तरसते हैं।है बड़ा असरार ये,आख़िर ऐसा क्या है इस तबस्सुम में? देखकर जज़्ब उनका,मन मचलता परस्तिश को उनकी।दिल-ए-इंतिख़ाब हैं वो,इश्क-ए-इब्तिदा हुआ।उफ़्क पर जो […]

मनसा-वाचा-कर्मणा निराला थे, सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’

October 14, 2024 0

१५ अक्तूबर, १९६१ ई० निराला का निधन-दिनांक है। ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••• इलाहाबाद साहित्यकार, कवि-कवयित्रियोँ के लिए विश्रुत रहा है। ऐसे सारस्वत हस्ताक्षर बहुसंख्या मे रहे हैँ, जिनका जन्म कहीँ और हुआ था; किन्तु […]

खट्टा-मीठा शहर : तेजपुर

October 13, 2024 0

असम राज्य का तेजपुर कस्बा वैसे तो बड़ा रमणीक स्थान है। अपने देश में सूरज देवता सबसे पहले इसी क्षेत्र से अपनी यात्रा शुरू करते हैं। तेजपुर में सुबह उठकर हिमालय की तरफ देखिए तो […]

महादेव के प्रतिनिधि : नीलकंठ

October 12, 2024 0

पौराणिक मान्यता है कि विजयदशमी की तिथि को भगवान श्रीराम ने राक्षस रावण का वध किया तो संसार को एक पापात्मा से मुक्ति मिली। लेकिन भगवान श्रीराम के ऊपर ब्रहम हत्या का पाप भी लग […]

परमात्मा को पाने का पर्व है विजयादशमी

October 12, 2024 0

बुराई के अन्त का पर्व है विजयादशमी।मन के पापों का शमन है विजयादशमी।विजय-हेतु कौशल तथा मन की शक्ति सर्वोपरि है। स्वयं की जय से विजय का मार्ग है विजयादशमी।राम हैं पावन प्रकाश कालकूट विष रावण […]

मन का भ्रम मिटाने के लिए रावण को कब तक जलाते रहोगे?

October 12, 2024 0

‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज का आन्तर्जालिक राष्ट्रीय बौद्धिक परिसंवाद-समारोह सम्पन्न ‘बौद्धिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक तथा सामाजिक संस्था ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज के तत्त्वावधान मे एक राष्ट्रीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद समारोह का आयोजन १२ अक्तूबर को ‘सारस्वत सदन’, आलोपीबाग़, प्रयागराज […]

जगदंबा-स्तुति

October 11, 2024 0

सदा प्रसन्ना मां जगदंबामम हृदय तुम वास करो।लेकर खड्ग त्रिशूल हाथ मेंमाँ शत्रुदल संहार करो।चंड-मुंड के मुंड धारियेमम संकट का भी हरण करो।तंत्र विद्या की प्रारंभा देवीशत्रु तंत्र मंत्र यंत्र का शमन करो।चौसठ योगिनी संगी […]

भारतीय महिला-पुरुषदल ने अपने-अपने टी-२० मैच जीते

October 10, 2024 0

आज (९ अक्तूबर) का दिन क्रिकेट के संदर्भ मे भारत के महिला और पुरुषदल के लिए महत्त्व का रहा है।पिछले दिनो दुबई मे खेले गये विश्वकप महिला टी-२० क्रिकेट-प्रतियोगिता– २०२४ मे अपना पहला मैच न्यू […]

वक़्त के थपेड़े

October 9, 2024 0

वक़्त के थपेड़े यहाँ जीना सिखा देते हैं।वक़्त पर इंसान की पहचान करा देते हैं।दोग़लों को पहचानना आसान बहुत है।ज़रूरत के वक़्त ही ये लोग दगा देते हैं। गद्दारी आजकल रग-रग मे मानो भर गयी।बेहयाई […]

नवरात्र और माँ दुर्गा की अनुपम महिमा

October 8, 2024 0

“अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्द नुते।गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते।।भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते।जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥“ आदरणीय बानी कुमार द्वारा सर्जित और पंडित बीरेंद्र कृष्ण भद्र की आध्यात्मिक वाणी और पंकज कुमार मलिक द्वारा […]

अपनी बहन-बेटियोँ के रक्षार्थ माँ-बाप और भाइयोँ को भी हथियार उठाना होगा

October 7, 2024 0

उत्तरप्रदेश मे दरिन्दगी चरम पर! बहनेँ-बेटियाँ सुरक्षित नहीँ। इस सच्चाई को अब हर व्यक्ति जान-समझ चुका है। आयेदिन योगीराज को ललकारते हुए, दरिन्दगी को अंजाम दिया जा रहा है। इसका जीता-जागता उदाहरण ६ अक्तूबर का […]

“केन्द्रीय राज्य पुस्तकालय मे दिखता, पठन-पाठन के लिए अनुकूल वातावरण”– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

October 6, 2024 0

भाषाविज्ञानी आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने गत दिवस ‘केन्द्रीय राज्य पुस्तकालय’ (उ० प्र०), प्रयागराज एवं ‘क्षेत्रीय अभिलेखागार’, प्रयागराज का ‘हिन्दीसमाचार-सेवाप्रभाग, आकाशवाणी, दिल्ली मे सम्पादक अमित राजपूत के साथ शैक्षिक भ्रमण किया। आचार्य ने सर्वप्रथम ‘केन्द्रीय […]

ठगी-ठगी, शह-मात रही

October 5, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••` चिन्दी-चिन्दी रातेँ पायीँ,फाँकोँ मे मुलाक़ात रही।मुरझायीँ पंखुरियाँ देखीँ,सहमी-सकुची बात रही।बेमुराद हो आँसू छलके,याद पुरानी घात रही।बूढ़े ज़ख़्म कुरेद रहे थे,बची-खुची बस रात रही।दौड़ा-धूपा; हाथ न आया,परवशता की लात रही।पेट था […]

पीबीआर कॉलेज मे आयोजित हुआ स्काउट और गाइड का अभ्यास वर्ग

October 5, 2024 0

हरदोई– गुरुवार से पी०बी०आर इंटर कॉलेज गौसगंज हरदोई में स्काउट गाइड का प्रगतिशील प्रशिक्षण शिविर चल रहा था। शनिवार को प्रगतिशील कैम्प का समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर शिविर का उद्घाटन विद्यालय […]

मन हो जाये बादल-बादल

October 4, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••• आसमान मे उड़ते बादल,रूप बदलकर छाते बादल।कभी दिखे हैँ-कभी छिपे हैँ,आँख-मिचौनी खेलेँ बादल।चेहरे उनके काले-भूरे,रंग बदलते रहते बादल।बरखा रानी रिमझिम नाचेँ,मनहर ताल लगाते बादल।दाँत दबाती क्रोध से वर्षा,आज्ञा पाने आते […]

“यह चिता नहीँ, राष्ट्रयज्ञ का ‘हवनकुण्ड’ है”– महात्मा गांधी

October 3, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••• प्राय: देखा गया है कि जीवन मे ‘आकस्मिक’ और ‘अप्रत्याशित’ गमनागमन (‘आवागमन’ अशुद्ध है।) की विशेष भूमिका होती है; जैसा कि महात्मा गांधी जी के साथ हुआ था :– जाना […]

Can any person think about buy a country?

October 3, 2024 0

Disclaimer: This article is an unedited, unmodified extract from The Sydney Morning Herald article by award winning Australian journalist Nick McKenzie (who was won the Graham Perkin Australian Journalist of the Year twice and Kennedy […]

शुद्धाशुद्ध विस्तृत शब्दबोध करानेवाली कृति ‘आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला (पहला भाग) अब उपलब्ध

October 2, 2024 0

चिर-प्रतीक्षित कृति ‘आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला’ (पहला भाग) अब मुद्रित हो चुकी है। आकर्षक एवं अर्थपूर्ण आवरणपृष्ठ भी मुद्रण-प्रक्रियाओँ से युक्त हो चुके हैँ। इसी सप्ताह पुस्तक-प्रकाशन होने की पूरी सम्भावना है। पुस्तक […]

का रे संघतिया!

October 1, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••• ठेहुनाव;केहुनाव;पहुँनाव।आ केकर-केकर झँकब,होने से हेने आव।तनी खइनी बनाव,आ हे चुनौटिया-उठाव।मल भा मीज,आ धीरे से फटक।जीभिया के उठाव,आ खइनिया दबाव।आ धीरे-धीरे भीतरा,रसवा के घुलाव।आ माजा ना मिले–त मुँहवा फुलाव। (सर्वाधिकार सुरक्षित– […]

न तो ‘मूसलधार’ शब्द शुद्ध है और न ही ‘मूसलाधार’

October 1, 2024 0

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला •••••••••••••••••••••••••••••• – आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• प्रश्न– अध: टंकित शब्दोँ मे से कौन-सा शब्द शुद्ध है और क्योँ?(क) मुसलधार (ख) मुसलाधार(ग) मूसलधार (घ) मूसलाधार ◆ यह ऐसा प्रश्न है, […]

वह खेल ही क्या, जिसमे हमारी जीत न हो

September 30, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय एक–तक़दीर लिखने का हुनर हमे है मालूम,सलाहीयत पर यक़ीँ करने को फ़ुर्सत ही नहीँ।दो–हम वो खिलाड़ी हैँ, जो हारना नहीँ जानेँ,वह खेल ही क्या, जिसमे हमारी जीत न हो।तीन–हमारा हक़ […]

परिस्थितियाँ ठाकुर श्रीनाथ सिँह को ‘खरमस्त’, ‘जयदेवी’, ‘कुसुम कुमारी’ तो ‘श्यामा कुमारी’ बनाती रहीँ

September 30, 2024 0

आज (१ अक्तूबर) ठाकुर श्रीनाथ सिँह का जन्मदिनांक है हिन्दीबाल-पत्रकारिता के माध्यम से देश मे अपनी पहचान बनानेवाले ठाकुर श्रीनाथ सिँह का जन्म १ अक्तूबर, १९०१ ई० को इलाहाबाद जिला के अन्तर्गत मानपुर गाँव मे […]

‘राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ’ की ओर से नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को ‘अल्टीमेटम’!

September 30, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ ने नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को साफ़ शब्दोँ मे’अल्टीमेटम’ दे दिया है :– नरेन्द्र मोदी अपनी कुर्सी छोड़ेँ वा फिर हमे भा० ज० पा० का राष्ट्रीय […]

श्री राम प्रताप सिंह : कमांडो से कलम के सिपाही तक

September 29, 2024 0

युद्ध हो, कोई सीक्रेट ऑपरेशन हो या दुर्दांत आतंकवादियों का सफाया करना हो; भारतीय सेना के कमांडो अत्यंत कम समय में मुश्किल कार्य करने में दक्ष होते हैं। श्री राम प्रताप सिंह सर थल सेना […]

कुआर आ गया है

September 26, 2024 0

कुआर आ गया है! ओस सुबह-सवेरे घास पर मोतियों सी बिखरने लगी है। बारिश के बाद दोपहर की धूप जरूर कुछ अधिक तीखी हो गई है लेकिन सुबह-शाम का मौसम सुहावना हो गया है। रात […]

एम० एन० एन० आइ० टी० की कर्मशाला सम्पन्न

September 25, 2024 0

हिन्दी-भाषा को समझने के लिए शब्द-साधना करनी होगी – आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय ‘प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद’, प्रयागराज की ओर से २५ सितम्बर को संस्थान के सभागार मे हिन्दी-पखवाड़े के अन्तर्गत एक कर्मशाला […]

कला प्रदर्शनी ‘रामायण अनुनाद: साझी विरासत का उत्सव’ शुरू

September 24, 2024 0

काठमांडू। नेपाल स्थित भारतीय दूतावास ने नेपाल ललित कला अकादमी (एनएएफए) के सहयोग से सोमवार को यहां कला प्रदर्शनी ‘रामायण अनुनाद: साझी विरासत का उत्सव’ शुरू की। इस आठ दिवसीय प्रदर्शनी में भारत और नेपाल […]

आज (२३ सितम्बर) ओजस्वी कवि ‘दिनकर’ जी का जन्मदिनांक है

September 23, 2024 0

आज (२३ सितम्बर) ओजस्वी कवि ‘दिनकर’ जी का जन्मदिनांक है। “सिंहासन खाली करो कि जनता आती है”● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेयऐतिहासिक चेतना के प्रखर वाणीदायक राष्ट्र-कवि को हमारा नमन। राष्ट्रकवि दिनकर ने हिन्दी-काव्य को छायावाद/रहस्यवाद […]

सम्मोहन-पाश की व्यूह-रचना

September 22, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ऐ हवा!मेरी देह पर तुम्हारा दृष्टि-अनुलेपनसम्मोहन के पाश मेआबद्ध कर रहा है।तुम्हारा संस्पर्श–एक अबूझ पहेली है,जो है और नहीँ भी।आंशिक छुवन का एहसास–एक मादक विष की तरहमन मे उतरता चला […]

कविता : तड़प

September 22, 2024 0

अश्वनी पटेल– खो गया था कहीं मैं एक मोड़ पर।चल पड़ा साथ एक अजनबी जोड़ कर।कुछ दूर चलकर देखे उसके नयन।लग रहा था मिला एक बहार-ए-चमन l थी कली एक खिली कुसुम की कोई।मैं था […]

भौतिक सत्ता

September 21, 2024 0

जिंदगी जोंक सीरक्त पान कर रही है।मौत के नगर मेंजिंदगी से खिलवाड़ कर रही है।काले उजले दिन मेंदेश का गणतंत्रसुखे पत्ते की तरहठिठुर कर अस्फुट होशिकायत कर रहा है।भौतिकता का कंकालमहानगर की दहलीज लांघकरविक्षुब्ध कर […]

श्राद्धकर्म : अतुलनीय विचारधारा

September 20, 2024 0

बैसवारा में शादी -ब्याह जैसे शुभ अवसरों में हम परमात्मा, अपने परिवारजनों, रिश्तेदारों और इष्ट मित्रों के अलावा अपने पूर्वजों को भी आमंत्रित करते हैं। मुझे याद है विवाह के एक सप्ताह पहले से ही […]

उनको उनका लौटाना तुम

September 20, 2024 0

जिस द्वार हुए हो अपमानित,उस द्वार कभी मत जाना तुम।अपनी रूखी-सूखी खाकर,ख़ुद से ही लाज बचाना तुम।। कुछ आएँगे समझाने को,तुमको ही ग़लत बताने को।निज बातों में उलझाने को,ख़ुद को बेहतर दिखलाने को।। हो सके […]

वैल्हम गर्ल्स स्कूल मे राष्ट्रीय भाषिक कर्मशाला

September 19, 2024 0

देहरादून मे शुद्ध भाषा का अलख जगाते, आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय देश के शीर्षस्थ निजी शिक्षण-संस्थानो मे से एक देहरादून (उत्तराखण्ड) मे स्थित अँगरेज़ी-माध्यम के विद्यालय वैल्हम गर्ल्स स्कूल की ओर से गत दिवस उसके […]

बेहंदर परियोजना की वरिष्ठ मुख्यसेविका से बिरौली के हेडमास्टर ने की बदसलूकी, महिलाओं मे रोष

September 19, 2024 0

हरदोई– बेहंदर थाना क्षेत्र के अन्तर्गत बाल विकास परियोजना की वरिष्ठ मुख्यसेविका जब आँगनबाड़ी केन्द्र बिरौली द्वितीय का निरीक्षण करने गयीं तब भ्रष्टाचार की बात खुलने पर बिरौली प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने उनसे बदसलूकी […]

विश्व रोगी सुरक्षा दिवस पर नारायण हॉस्पिटल ने आयोजित किया कार्यक्रम

September 19, 2024 0

हर साल 17 सितंबर को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) विश्व रोगी सुरक्षा दिवस मनाता है, जो रोगी सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। यह दिन रोगियों, स्वास्थ्य कर्मियों, पॉलिसी […]

ऑल इंडिया सर्विस लायबिलिटी वाली सेवा को दें प्राथमिकता

September 18, 2024 0

मेरा दृढ़ विश्वास है कि देश के सभी नागरिकों को फौज की नौकरी जरूर करनी चाहिए और किसी कारणवश अगर सेना की सेवा करने का सौभाग्य न भी मिल पाए तो “ऑल इंडिया सर्विस लायबिलिटी” […]

विश्वकर्मा जयन्ती के मायने

September 17, 2024 0

हमारे समय में यानि 80-90 के दशक तक पढ़ाई का इतना दबाव बच्चों पर नहीं था। विद्यालय जरूर हम नियमित जाते थे लेकिन वहां से घर आने के बाद विद्यालय को लगभग भूल ही जाते […]

हिंदी केवल हृदय की ही नहीं बल्कि उदरपूर्ति की भी भाषा हो सकती है

September 16, 2024 0

1984 की बात है। ‘बड़ा पेड़’ गिरने के बाद धरती हिलकर लगभग शांत हो चुकी थी। मैं पापा के साथ मुंबई घूमने गया था, अपने नाना के घर। चूंकि उन दिनों किसी घर का दामाद […]

यह ‘समादर’ हमारे लिए किसी ‘नोबेल एवार्ड’ से बढ़कर है!

September 16, 2024 0

उपर्युक्त (‘उपरोक्त’ अशुद्ध है।) शीर्षक पढ़कर आप सबको आश्चर्य होता होगा; परन्तु सत्य वही है, जिसे आपने पढ़ा है। देश-देशान्तर मे हमारी कर्मशाला इतिहास और कीर्त्तिमान के पृष्ठोँ पर रेखांकित होती आ रही है; परन्तु […]

इसे कहते हैँ, सौ प्रतिशत का ‘वैचारिक’ दोगलापन!

September 15, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हिन्दी-दिवस की पूर्व-संध्या मे (‘पूर्व-संध्या पर’ अशुद्ध है।) देश के एक अत्यन्त प्रतिष्ठित हिन्दी-समाचारपत्र-कार्यालय, प्रयागराज के सभाकक्ष मे ‘हिन्दी हैँ हम’ के अन्तर्गत प्रयागराज की संस्थाएँ, लेखकोँ, साहित्यकारोँ आदिक ने […]

हिन्दी बोलेँ, हिन्दी बतायेँ और हिन्दी को गौरवान्वित करेँ– न्यायमूर्ति शमशेरी

September 15, 2024 0

‘हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग की ओर से हिन्दी-दिवस के अवसर पर १४ सितम्बर को एक समारोह का आयोजन किया गया। आयोजन मे उत्तरप्रदेश लोकसेवा आयोग के पूर्व-अध्यक्ष डॉ० कृष्णबिहारी पाण्डेय अध्यक्ष थे और इलाहाबाद उच्च […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की आयोजन के प्रति मुक्त प्रतिक्रिया

September 14, 2024 0

हिन्दीभाषा-उत्थान-हेतु ‘अमर उजाला’ की शानदार पहल! हिन्दी-दिवस की पूर्व-संध्या मे ‘अमर उजाला’ के कार्यालय-सभाकक्ष मे ‘हिन्दी हैँ हम’ के अन्तर्गत प्रयागराज की संस्थाएँ, लेखक, साहित्यकार, कवि आदिक अपने-अपने स्तर से हिन्दी-उत्थान के लिए किस-किस प्रकार […]

युगदृष्टा, दार्शनिक, विचारक गुरुदेव रबीन्द्र नाथ टैगोर

September 13, 2024 0

अश्वनी पटेल, बालामऊ, हरदोई– चोट लगी थी मन पर उस क्षण,एक आह निकली थी गम्भीर।कुछ नहीं, बस संवेदनाएँ थीं,जिनको सोच वह हुआ अधीर।कितनी माओं और बहनो ने,बेटे-भाई खोये थे।पाला जिनको तन-मन-धन से,सपने बहुत संजोए थे।रक्त-रंजित […]

महीयसी महादेवी वर्मा : श्वेतवसना सिद्ध कवयित्री

September 12, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• प्रयाग-आगमन के बाद और क्रॉस्थवेट स्कूल, इलाहाबाद मे प्रवेश लेने के बाद महादेवी जी की साहित्य-साधना अबाध्य गति मे चलती रही। ‘माँ ने सुनी एक करुण कथा’ का प्राय: सौ […]

भारत ने खाद्य-संकट से जूझ रहे 4 देशों को भेजी राहत-सामग्री

September 11, 2024 0

नई दिल्ली। भारत सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं के कारण खाद्य संकट से जूझ रहे चार देशों को मानवीय सहायता के तौर पर राहत सामग्री भेजी है। भारत ने मंगलवार को उष्णकटिबंधीय तूफानों से बुरी तरह […]

अब कोलकाता के ‘मनबढ़’ चिकित्सकोँ के साथ कठोरतापूर्वक निबटना होगा

September 10, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय अब कोलकाता मे वहाँ के डॉक्टर धरना-प्रदर्शन के नाम पर ‘गुण्डई’ कर रहे हैँ; उच्चतम न्यायालय के आदेश की भी अवमानना कर रहे हैँ। कोलकाता की रुग्ण जनता, उनके परिवार […]

भारतेन्दु हरिश्चन्द तो एक परिपक्व और पारदर्शी राष्ट्रवादी थे

September 9, 2024 0

आज (९ सितम्बर) भारतेन्दु हरिश्चन्द (यहाँ ‘हरिश्चन्द्र’ अनुपयुक्त है।) का जन्मदिनांक है। ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• आज के दिनांक मे समाचारपत्रोँ और वैद्युत्-माध्यम ने खड़ी बोली की प्रतिष्ठा करनेवाले और साहित्य को नयी क्रान्ति […]

अँगरेज़राज मे पराधीन भारतीयोँ पर किये गये अत्याचार का खुलासा करता भारतेन्दु-साहित्य– विभूति मिश्र

September 9, 2024 0

९ सितम्बर को भारतवासियों की नवोदित आकांक्षा और राष्ट्रीयता के प्रतीक ‘भारतेन्दु हरिश्चन्द के जन्मदिनांक के अवसर पर ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज की ओर से ‘सारस्वत सदन’, आलोपीबाग़, प्रयागराज से एक राष्ट्रीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन […]

एक बार नमन करो, वीर बैसवारा है

September 9, 2024 0

मेरी जन्मभूमि बैसवारा सदियों से कलम और तलवार का धनी क्षेत्र रहा है। महावीर प्रसाद द्विवेदी, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ जैसे अनूठे साहित्यकार और राजा राव राम बख्श सिंह तथा राणा बेनी माधव जैसे दुर्जेय योद्धा […]

हरियाणा की राजनीति मे ‘भारतीय जनता पार्टी’ के कुबोल घातक सिद्ध होते हुए

September 8, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय जो जाहिल विश्व-चैम्पियन भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के ‘भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस’ मे शामिल हो जाने से उसे ‘भारत की बेटी’ मानने से इन्कार कर रहे हैँ, क्या वे बता सकते […]

असंसदीय उत्तेजना

September 7, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मुँह मारनेवाले मौक़ापरस्तमुँह का ढक्कन योँ खोले रखते हैँ,मानो हर सड़क और गली मे–लावारिस-से अड़े-पड़े-खड़े-औँधे पड़ेबजबजाते ‘सीवर’ होँ।उन्हेँ गिरने की चिन्ता नहीँ रहती;वे मौक़ा टटोलते रहते हैँ;गिराकर मुँह मारने मे […]

‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ अपनी ही मानकता को झुठलाता हुआ!..? (भाग– तीन और अन्तिम)

September 5, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय प्रिय पाठकवृन्द! आपने ‘भाग– दो’ मे निर्देशक-चिह्न, विवरण-चिह्न, अल्प विरामचिह्न, हिन्दी-वर्णमाला, व्यंजन-लेखन, विकारी-अविकारी शब्द-प्रयोग मे घालमेल करने, अशुद्ध शब्द-व्यवहार, अशुद्ध योजक-चिह्न-व्यवहार, अनुपयुक्त संख्यावाचक-लेखन आदिक से सम्बन्धित प्रामाणिक लेख का अध्ययन […]

क्या यही होता है जीवन?

September 5, 2024 0

अश्वनी पटेल, बालामऊ, हरदोई– स्मरण हो रहा है उन विचारों का,जो जेहन मे उमड़े थे पहली बार।शायद तब मै बच्चा ही था,कुछ मायने नहीं रखता था जीत हो या हार।थी कुछ ऐसी कही-अनकही बातें, जिनमें […]

शिक्षा को बाज़ार बनाकर विकृत रूप देने से बचेँ

September 4, 2024 0

‘सर्जनपीठ’ के तत्त्वावधान मे राष्ट्रीय ‘शिक्षा-दिवस’ की पूर्व-संध्या मे ४ सितम्बर को ‘शिक्षा बाज़ार से कैसे मुक्त हो?’ विषय पर अलोपीबाग़, प्रयागराज से एक राष्ट्रीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन किया गया। आयोजन की अध्यक्षता […]

‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ अपनी ही मानकता को झुठलाता हुआ!..? (भाग– दो)

September 4, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय प्रिय पाठकवृन्द! आपने ‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’-द्वारा मानक शब्द, वर्तनी, विरामादिक चिह्नो से सम्बन्धित जारी की गयी लघु पुस्तिका मे अशुद्धियोँ और भ्रामक मानकीकरण को लेकर पहले भाग मे विरामचिह्नादिक से […]

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