विश्वकर्मा जयन्ती के मायने
हमारे समय में यानि 80-90 के दशक तक पढ़ाई का इतना दबाव बच्चों पर नहीं था। विद्यालय जरूर हम नियमित जाते थे लेकिन वहां से घर आने के बाद विद्यालय को लगभग भूल ही जाते […]
हमारे समय में यानि 80-90 के दशक तक पढ़ाई का इतना दबाव बच्चों पर नहीं था। विद्यालय जरूर हम नियमित जाते थे लेकिन वहां से घर आने के बाद विद्यालय को लगभग भूल ही जाते […]
1984 की बात है। ‘बड़ा पेड़’ गिरने के बाद धरती हिलकर लगभग शांत हो चुकी थी। मैं पापा के साथ मुंबई घूमने गया था, अपने नाना के घर। चूंकि उन दिनों किसी घर का दामाद […]
उपर्युक्त (‘उपरोक्त’ अशुद्ध है।) शीर्षक पढ़कर आप सबको आश्चर्य होता होगा; परन्तु सत्य वही है, जिसे आपने पढ़ा है। देश-देशान्तर मे हमारी कर्मशाला इतिहास और कीर्त्तिमान के पृष्ठोँ पर रेखांकित होती आ रही है; परन्तु […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हिन्दी-दिवस की पूर्व-संध्या मे (‘पूर्व-संध्या पर’ अशुद्ध है।) देश के एक अत्यन्त प्रतिष्ठित हिन्दी-समाचारपत्र-कार्यालय, प्रयागराज के सभाकक्ष मे ‘हिन्दी हैँ हम’ के अन्तर्गत प्रयागराज की संस्थाएँ, लेखकोँ, साहित्यकारोँ आदिक ने […]
‘हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग की ओर से हिन्दी-दिवस के अवसर पर १४ सितम्बर को एक समारोह का आयोजन किया गया। आयोजन मे उत्तरप्रदेश लोकसेवा आयोग के पूर्व-अध्यक्ष डॉ० कृष्णबिहारी पाण्डेय अध्यक्ष थे और इलाहाबाद उच्च […]
हिन्दीभाषा-उत्थान-हेतु ‘अमर उजाला’ की शानदार पहल! हिन्दी-दिवस की पूर्व-संध्या मे ‘अमर उजाला’ के कार्यालय-सभाकक्ष मे ‘हिन्दी हैँ हम’ के अन्तर्गत प्रयागराज की संस्थाएँ, लेखक, साहित्यकार, कवि आदिक अपने-अपने स्तर से हिन्दी-उत्थान के लिए किस-किस प्रकार […]
अश्वनी पटेल, बालामऊ, हरदोई– चोट लगी थी मन पर उस क्षण,एक आह निकली थी गम्भीर।कुछ नहीं, बस संवेदनाएँ थीं,जिनको सोच वह हुआ अधीर।कितनी माओं और बहनो ने,बेटे-भाई खोये थे।पाला जिनको तन-मन-धन से,सपने बहुत संजोए थे।रक्त-रंजित […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• प्रयाग-आगमन के बाद और क्रॉस्थवेट स्कूल, इलाहाबाद मे प्रवेश लेने के बाद महादेवी जी की साहित्य-साधना अबाध्य गति मे चलती रही। ‘माँ ने सुनी एक करुण कथा’ का प्राय: सौ […]
नई दिल्ली। भारत सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं के कारण खाद्य संकट से जूझ रहे चार देशों को मानवीय सहायता के तौर पर राहत सामग्री भेजी है। भारत ने मंगलवार को उष्णकटिबंधीय तूफानों से बुरी तरह […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय अब कोलकाता मे वहाँ के डॉक्टर धरना-प्रदर्शन के नाम पर ‘गुण्डई’ कर रहे हैँ; उच्चतम न्यायालय के आदेश की भी अवमानना कर रहे हैँ। कोलकाता की रुग्ण जनता, उनके परिवार […]
आज (९ सितम्बर) भारतेन्दु हरिश्चन्द (यहाँ ‘हरिश्चन्द्र’ अनुपयुक्त है।) का जन्मदिनांक है। ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• आज के दिनांक मे समाचारपत्रोँ और वैद्युत्-माध्यम ने खड़ी बोली की प्रतिष्ठा करनेवाले और साहित्य को नयी क्रान्ति […]
९ सितम्बर को भारतवासियों की नवोदित आकांक्षा और राष्ट्रीयता के प्रतीक ‘भारतेन्दु हरिश्चन्द के जन्मदिनांक के अवसर पर ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज की ओर से ‘सारस्वत सदन’, आलोपीबाग़, प्रयागराज से एक राष्ट्रीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन […]
मेरी जन्मभूमि बैसवारा सदियों से कलम और तलवार का धनी क्षेत्र रहा है। महावीर प्रसाद द्विवेदी, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ जैसे अनूठे साहित्यकार और राजा राव राम बख्श सिंह तथा राणा बेनी माधव जैसे दुर्जेय योद्धा […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय जो जाहिल विश्व-चैम्पियन भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के ‘भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस’ मे शामिल हो जाने से उसे ‘भारत की बेटी’ मानने से इन्कार कर रहे हैँ, क्या वे बता सकते […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मुँह मारनेवाले मौक़ापरस्तमुँह का ढक्कन योँ खोले रखते हैँ,मानो हर सड़क और गली मे–लावारिस-से अड़े-पड़े-खड़े-औँधे पड़ेबजबजाते ‘सीवर’ होँ।उन्हेँ गिरने की चिन्ता नहीँ रहती;वे मौक़ा टटोलते रहते हैँ;गिराकर मुँह मारने मे […]
Raghavendra Kumar Raghav– Ram is the eternal and divine force. He is not only the master of our hearts but the very foundation upon which the world stands. His name carries the essence of truth, […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय प्रिय पाठकवृन्द! आपने ‘भाग– दो’ मे निर्देशक-चिह्न, विवरण-चिह्न, अल्प विरामचिह्न, हिन्दी-वर्णमाला, व्यंजन-लेखन, विकारी-अविकारी शब्द-प्रयोग मे घालमेल करने, अशुद्ध शब्द-व्यवहार, अशुद्ध योजक-चिह्न-व्यवहार, अनुपयुक्त संख्यावाचक-लेखन आदिक से सम्बन्धित प्रामाणिक लेख का अध्ययन […]
अश्वनी पटेल, बालामऊ, हरदोई– स्मरण हो रहा है उन विचारों का,जो जेहन मे उमड़े थे पहली बार।शायद तब मै बच्चा ही था,कुछ मायने नहीं रखता था जीत हो या हार।थी कुछ ऐसी कही-अनकही बातें, जिनमें […]
‘सर्जनपीठ’ के तत्त्वावधान मे राष्ट्रीय ‘शिक्षा-दिवस’ की पूर्व-संध्या मे ४ सितम्बर को ‘शिक्षा बाज़ार से कैसे मुक्त हो?’ विषय पर अलोपीबाग़, प्रयागराज से एक राष्ट्रीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन किया गया। आयोजन की अध्यक्षता […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय प्रिय पाठकवृन्द! आपने ‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’-द्वारा मानक शब्द, वर्तनी, विरामादिक चिह्नो से सम्बन्धित जारी की गयी लघु पुस्तिका मे अशुद्धियोँ और भ्रामक मानकीकरण को लेकर पहले भाग मे विरामचिह्नादिक से […]
राघवेन्द्र कुमार ‘राघव’– किसी के लिये अमूल्य है प्रेम।कोई है जो प्रेम की कीमत नहीँ समझता।कोई लुटता ही रहता है प्रेम मे।कोई लूटकर भी प्रेम से नहीँ भरता।क्या प्रेम कोई इच्छा या आवश्यकता है?क्यों हर […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय देश के जाने-माने सरकारी संस्थान ‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’, दिल्ली की ओर से हाल ही मे एक लघु पुस्तक जारी की गयी है, जिसमे किस शब्द, वर्तनी, विरामादिक चिह्नो को मानक […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय अभी-अभी ‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ की सहायक निदेशक डॉ० नूतन पाण्डेय जी ने फ़ोन-माध्यम से मानक शब्दप्रयोग से सम्बन्धित वार्त्ता करने की पहल की है; उन्होँने कल भी वार्त्ता करने का […]
हरदोई– विज्ञान शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित पीबीआर इण्टर कॉलेज तेरवा गौसगंज के हरदोई के रसायन शास्त्र के प्रवक्ता प्रदीप नारायण मिश्र विज्ञान के क्षेत्र में बच्चों को जागरूक करने के लिये पिछले कई वर्षों से […]
Vidyarthi Vigyan Manthan (VVM) is a science based examination under the initiative of Vijnana Bharati (VIBHA), in collaboration with the National Council of Educational Research and Training (NCERT), an institution under the Ministry of Education, […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय’ की मानकीकरण की लघु पुस्तक मे उसी के द्वारा तैयार कराये गये मानक शब्दोँ, वर्तनी, चिह्नादिक की इतनी अशुद्धियाँ हैँ कि तीन हज़ार शब्दोँ से अधिक के […]
डॉ राजीव कुमार रावत सर वायु सेना में मेरे सीनियर रहे हैं। वह वर्तमान में आईआईटी खड़कपुर में वरिष्ठ हिंदी अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। उनकी पहली पुस्तक ‘हमारे दरमियाँ ‘ अभी हाल ही […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय भारत भले ही पिछले ओलिम्पिक-खेलोँ मे दो स्वर्णपदक (निशा दहिया और विनेश फोगाट– कुश्ती) पाते-पाते रह गया था; उसकी अभिलाषा– पदक- समारोह-आयोजन के समय राष्ट्रध्वज लहराने और राष्ट्रगान-धुन बजने की […]
पिछले कई दशकों से खेलों विशेषकर हॉकी में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिसड्डी होने के जिम्मेदार हम खुद ही रहे हैं। क्या आपको पता है कि जिस खिलाड़ी के नाम पर “राष्ट्रीय खेल दिवस” मनाया जाता […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय अप्रतिम हॉकी-खेलाड़ी मेजर ध्यानचन्द के जन्म-दिनांक (२९ अगस्त) के अवसर पर देश मे प्रत्येक वर्ष ‘राष्ट्रीय क्रीड़ा-दिवस’ का गौरवपूर्ण आयोजन किया जाता है। स्मरणीय है कि उनका जन्म २९ अगस्त, […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय जो सरकारी राजनीतिक दल मणिपुर मे अपनी ही सरकार मे सरे आम और खुले आम महिलाओँ को नंगा घुमाने, सामूहिक शारीरिक दुष्कर्म तथा हत्या की अमानवीय घटनाओँ पर निश्शब्द रहा; […]
Raghavendra Kumar Raghav– The mind, often hailed as the fastest entity, can be both our greatest ally and our most formidable foe. Its swiftness can lead us to the divine nectar of the Supreme Being, […]
■ अधोटंकित वाक्य मे किसप्रकार की अशुद्धि/अशुद्धता है? आप इसे शुद्ध करते हुए, प्रस्तुत करेँ–● असफलताऐँ हमारे सोच को मन्द करता हो।■ हम ‘अधोटंकित’ शब्द का प्रयोग जाने कब से करते आ रहे हैँ, जोकि […]
‘मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगरलोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया’ मजरूह सुल्तानपुरी का यह शेर ‘हिन्दी में’ संस्था द्वारा आयोजित कविता यात्रा का कार्यक्रम ‘कविताई’ पर सटीक बैठता है। रविवार 25 […]
राघवेन्द्र कुमार राघव– कृष्ण! निर्मोही है,इसीलिए कृष्ण सेमोह हो जाता है।कृष्ण! प्रेम कीप्रवहमान सरिता है।जिसमे जड़ और चेतनसब बह जाता है।व्याकुल कंठों की चाह है कृष्ण।प्रेम और आनंद की राह है कृष्ण।किन्तु हर नदी कीएक […]
राघवेन्द्र कुमार राघव– हमने पढ़ा है कि प्रेम सत्य है और शाश्वत भी है।सबने यही जाना कि प्रेम शक्ति है और आदत भी है।क्या आपको नहीं लगता कि प्रेम मे पूर्णता का अभाव है?और सत्य […]
बात 1994-95 की है। तब मैं कानपुर में रहकर बीएनडी कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई कर रहा था। एक रोज मुझे किसी से सुनने में मिला कि श्रद्धेय अटल जी का भाषण किदवई नगर चौराहे […]
भारतीय बुद्धिजीवी मुक्त कण्ठ से शब्द-क्रान्ति करने से डर क्योँ रहे हैँ? आज गुण्डोँ-लम्पट-मवालियोँ की एकपक्षीय राजनीति से भारतीय समाज ‘धधक’ रहा है; विस्फोट की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। ‘मेरा राज्य तेरे राज्य से […]
Raghavendra Kumar Raghav– We often misunderstand the teachings written in religious texts. This misunderstanding sometimes leads us away from the path of righteousness and even toward unrighteousness. In the Indian context, it is clear that […]
अवनीश मिश्र, लखनऊ लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) उत्तर प्रदेश मध्य व बुलेंडखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई जो बुधवार को संपन्न हुई। लखनऊ स्थित दारुल सफा विधायक निवास ए ब्लॉक बड़ा […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय विपक्षी दलोँ का ‘भारत बन्द’ सफल रहा। सबसे अधिक बिहार प्रभावित रहा, जहाँ आन्दोलनकारियोँ का उग्र प्रदर्शन देखा गया :– व्यावसायिक प्रतिष्ठान बन्द कराये गये; रेलगाड़ियाँ रोकी गयीँ; तोड़फोड़ की […]
बाजार, घर या ऑफिस जाते हुए रास्ते में बारिश की कुछ बूंदे अनायास ही शरीर पर पड़ जाने में वो आनंद कतई नहीं है जो सावन के महीने में मूसलाधार बारिश में अपनी मर्जी से […]
गंभीर स्वभाव, बड़ी सी बड़ी विपत्ति में शांत-चित्त बने रहना, अपना कार्य अत्यंत खामोशी से करना और कई बार गलत न होते हुए भी अपने से बड़ो यहां तक कि छोटों की भी खरी-खोटी सुन […]
भारत की पराक्रमी बेटी विनेश! तुम्हेँ आशा, उमंग, उत्साह, ऊर्जा और ऊष्मा के साथ अपने मूल गन्तव्य ‘लक्ष्य-संधान’ की ओर बढ़ते रहना है। देश के कुछ क्षणजीवी क्षुद्रजीविता का चरित्र जीते आ रहे हैँ। तुम्हेँ […]
महान् कोशकार और हिन्दी-अनुरागी फ़ादर कामिल बुल्के की निधन-तिथि (१८ अगस्त) पर विशेष ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज के तत्त्वावधान मे संस्कृत, हिन्दी एवं अँगरेज़ी-भाषा के विद्वान् फादर कामिल बुल्के की निधन-दिनांक की पूर्व-संध्या मे ‘फ़ादर कामिल बुल्के […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय बेशक,तुम हो।तुम्हारे साथ मै नहीँ;क्योँकि तुम मै-मय हो।तुम्हारे-मेरे मध्य का मै,एक अन्तराल-शिला पर बैठा,कुचक्र रच रहा है।तुम और मै मिल-बैठ,उस अन्तराल को पी रहे हैँ–भीतर तक।आँखेँ–पलकोँ पर प्रश्नो को सँभाले,तुमसे […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हिन्दी-भाषा-व्याकरण एवं संरचना-खण्ड की समझ विकसित करने के प्रति तत्पर देश का एक ऐसा शिक्षण-संस्थान है, जिसने मेरी सहमति प्राप्त करने के अनन्तर शीघ्र ही ‘एलायंस एअर’ के गमनागमन (‘आवागगमन’) […]
हरदोई– बीते दिन हरदोई मे आईसीडीएस सुपरवाइजर्स एसोशिएशन की जनपद हरदोई की कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें कार्यकारिणी के सभी सदस्यों को निर्विरोध चुना गया। सुमन देवी को जिलाध्यक्ष और शेषमती को जिला सचिव […]
आजाद हुए हम गैरों सेमगर अभी नही हुए औरों से।जीत चुके हैं हम औरों सेमगर हारे हुए हैंअभी अपने विचारों से।छोटे को बड़ा, बड़े को छोटासमझना अभी छोड़ा नहीं।जाति-पांति के कठोर नियमों सेमुख भी अभी […]
यह पाठशाला प्रकाशन की दृष्टि से यहीँ पर विराम लेती है; परन्तु इसका टंकण होता रहेगा; क्योँकि अभी एक सहस्र पाठशाला-प्रणयन करनेका लक्ष्य है, जो हमारे सुविधानुसार लक्ष्य की ओर अग्रसर रहेगा। दो सौ एक […]
‘सर्जनपीठ’ की ओर से आयोजित स्वतन्त्रता-विषयक अन्तरराष्ट्रीय परिसंवाद डॉ० नीलम जैन (विज़िटिंग प्रोफ़ेसर– स्टेट युनिवर्सिटी ऑव़ अमेरिका) ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे कहा, ”यदि कोई अपनी स्वतन्त्रता के प्रति निषेधात्मक कार्य करता है तो वह […]
आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय एक–देश ग़ुलामी जी रहा, हम पर है परहेज़।निजता सबकी है कहाँ, ख़बर सनसनीख़ेज़।।दो–लाखोँ जनता बूड़ती, नहीं किसी को होश।“त्राहिमाम्” हर ओर है, जन-जन मेँ आक्रोश।।तीन–प्रश्न ठिठक कर है खड़ा, उत्तर भी […]
आदित्य त्रिपाठी (सहायक अध्यापक, बे०शि०वि०, प्रा०पा० प्रतापपुर, कोथावाँ, हरदोई) स्वतंत्रता कोई एक शब्द नहीं अपितु एक अप्रतिम विचारधारा है। स्वाधीनता वह है जैसे प्रकृति हर हाल मे प्राप्त करना चाहती है और सभी को स्वतंत्रता […]
● राष्ट्रीय पर्व पर इस क्रांतिवीर का स्मारक स्थल दो फूल को है तरसता। ● लड़ते-लड़ते खुद को मिटा दिया, ऐसे क्रांति वीर को जिले ने भुला दिया। ● गुमनाम ऐसे जिला जानता नहीं, पहचान […]
1991 में पापा ने कानपुर-रायबरेली रोड पर बने इस दोमंजिला घर की शुरुआत मुख्य सड़क की तरफ से दो कमरे बनाकर की थी। यह सबसे आगे वाला कमरा जिसमें अब शटर लगाकर शॉप का रूप […]
‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज के तत्त्वावधान मे ‘सारस्वत सदन’, प्रयागराज मे १० अगस्त को ‘श्री रामचरितमानस की सार्वकालिक प्रासंगिकता’ विषय पर एक अन्तरराष्ट्रीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन किया गया, जिसमे देश-विदेश के चिन्तकोँ-विचारकोँ की सहभागिता रही। […]
भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग पर गंगाजल चढ़ाने की परंपरा को ‘कांवड़ यात्रा” कहा जाता है। गंगाजल एक पवित्र स्थान से अपने कंधे पर ले जाकर भगवान शिव को सावन की महीने में शिवरात्रि को अर्पित […]
मृत्यु तुम क्योंआ रही हो?यू क्यों बार-बारमुस्कुरा रही हो?क्या प्रलय करता हुआजल तुमको भाता है?क्या सड़ती हुईलाशें तुम्हें सुकून देती हैं?क्या तुमको कभीकिसी ने पुकारा है?क्या तुमको कभीकिसी ने ठुकराया है?किस क्रोध मेंतुम बरस रही […]
Dr. Raghavendra Kumar Raghav– August 9, 1925, is etched in the annals of Indian history as a day of courage and defiance. On this day, a group of revolutionaries, led by the fearless Ram Prasad […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• राख की उपेक्षा की जाती रही; परन्तु उसके भीतर की सुगबुगाहट कोई देख न पाया और जब उसमे से धुआँ उठने लगा तब उस पर पानी डालकर बुझाने की कोशिश […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••• हम यदि ओलिम्पिक-खेलोँ के इतिहास का अध्ययन करेँ तो ऐसे अनेक उदाहरण हैँ, जहाँ भारतीय खेलाड़ी-खेलाड़िनो के मनोबल तोड़ने के लिए विदेशी निर्णायक और अधिकारियोँ ने गर्हित कृत्य किये हैँ। […]
नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने मंगलवार को यहां हैदराबाद हाउस में सेंट किट्स और नेविस के अपने समकक्ष डॉ. डेंजिल डगलस से मुलाकात की। बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच एक […]
आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला साहित्य क्या है? जिसमे जड़-चेतन का हित हो; कल्याण हो तथा भला हो, वह ‘साहित्य’ है। साहित्य जीवन का व्याख्याता है। साहित्य के परिशीलन से हृदय का परिष्कार होता […]
आलोक सिंह– कोतवाली क्षेत्र कछौना के अंतर्गत ग्राम सभा कुकुही गाजू रोड निवासिनी एक 22 वर्षीय युवती ने अपने घर के दूसरी मंजिल पर बने कमरे में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। […]
Dr. Raghavendra Kumar Raghav– On our motherland, friendship is a sacred creed.Friendship is more precious than every need.It is the greatest relationship that is pure and true.A treasure cherished, forever shining through.With devotion complete, every […]
ढूंढने पर भी नहीं मिलतेवह लोग जो सत्य की बातसब से किया करते हैं। ढूंढने पर भी नहीं मिलतेवह लोग जो अपने होकरअपनापन दिखाया करते हैं। ढूंढने पर भी नहीं मिलतेवह लोग जो सच्ची मोहब्बत […]
प्रस्तोता– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ◆ अन्य दिनो की तुलना मे आज आशाजनक प्रदर्शन :–● मनु भाकर इतिहास रचते हुए, अपने तीसरे पदक के बहुत क़रीब पहुँच चुकी हैँ।● महिला-पुरुष मुक्केबाज़ दो पदक पाने से […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आपने कल के अंक मे पढ़ा था कि जालसाज़ औरत पूजा खेडकर को संघ लोक सेवा आयोग की ओर से छ: बार अवसर दिये गये थे कि वह अपनी विकलांगता […]
पूजा खेडकर-आइ० ए० एस०-काण्ड– एक ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••• पूजा खेडकर महाराष्ट्र मे पुणे की रहनेवाली है, जिसकी अवस्था ३२ वर्ष बतायी जाती है। उसका पिता दिलीप खेडकर आइ० ए० एस०-अधिकारी रह चुका है, […]
Raghavendra Kumar ‘Raghav’– Be truthful always, human life we rare find.This is a glorious creation of God, one of a kind.Our purpose in life is to seek and to know.The truth that sets us free, […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• भारतीय दल ने श्रीलंका मे आयोजित तीसरे टी-२० क्रिकेट मैच मे अत्यन्त प्रभावहीन प्रदर्शन करते हुए,२० ओह्वरोँ मे मात्र १३७ रन बनाये थे; श्रीलंका को जीत के लिए १३८ रन […]
आलोक सिंह– लखीमपुर खीरी, 30 जुलाई। मंगलवार को अपने निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने एसपी गणेश प्रसाद साहा और सीडीओ अभिषेक कुमार संग तहसील पलिया की सूदूरवर्ती बाढ़ से प्रभावित […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ◆ हम शीघ्र इसपर प्रामाणिक लेख सार्वजनिक करेँगे। हाल ही मे संघलोक सेवा आयोग के अध्यक्षपद से त्यागपत्र देनेवाला मनोज सोनी नरेन्द्र मोदी का क़रीबी व्यक्ति है, जिसने पूजा खेडकर […]
सन 1999 की बात है! वायुसेना का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद सूरज की पहली पोस्टिंग वायुसेना स्टेशन बीदर में हुई थी। वायुसेना में नियुक्ति के समय सूरज बीएससी द्वितीय वर्ष का छात्र था। प्रशिक्षण […]
आज (२७ जुलाई) श्रद्धेय भ्राताश्री, पूर्व-राष्ट्रपति अबुल कलाम जी का निधन-दिनांक है। ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय डॉ० अब्दुल कलाम प्रेय थे तो श्रेय भी। उन्होँने जब राष्ट्रपति-पद की शपथ ली थी तब अपने ओजस्वी […]
वियनतियाने, लाओस– विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि आसियान के साथ राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है। विदेश मंत्री ने शुक्रवार को लाओस के वियनतियाने में आयोजित आसियान-भारत […]
सम्मानित शुभेच्छुवृन्द! यह हमारी ‘आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला’ नामक प्रकाशनाधीन पुस्तक की भूमिका का आरम्भिक (अपूर्ण) अंश है। हमने इसे यहाँ इसलिए प्रस्तुत की है, जिससे आप सब बता सकेँ कि भूमिका कहीँ […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• हमारे प्रियवर शिष्य एवं देश के प्रख्यात शैक्षिक-प्रशैक्षिक संस्थान ‘हिन्दी-संसार ऑन-लाइन’ के प्रमुख डॉ० अशोक स्वामी जी अपने विद्यार्थियोँ तथा अन्य स्थानो के विद्यार्थियोँ के लिए समय-समय पर ऐसी-ऐसी योजना […]
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक ऐसा बजट पेश करने के लिए बधाई दी, जो विकसित भारत के लक्ष्य को आगे बढ़ाता है और एनडीए […]
कुछ लोग गर्मियों की छुट्टियों में जम्मू की सैर करने और मां वैष्णो देवी के दर्शन करने यह सोचकर निकल पड़ते हैं कि एक पंथ दो काज हो जाएगा। माता के दर्शन भी हो जाएंगे […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••••••• (सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; २१ जुलाई, २०२४ ईसवी।)
सीएम की अपील पर बाढ़ प्रभावितों की मदद को आगे आए व्यापारी और सामाजिक संगठन – व्यापारी और सामाजिक संगठनों द्वारा 45 लाख रुपए की उपलब्ध कराई जा रही स्पेशल राहत किट – बाढ़ प्रभावितों […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मेरी चित्रलेखा की खिलखिलाहटमुझे निमन्त्रण दे रही है–अज्ञात प्यास-कुण्ड मेनिमग्न हो जाने के लिए।सम्मोहक शक्ति के–संस्पर्श और संघर्षणमेरी देह के आचरण कीपट-कथा लिख रहे हैँऔर मै सूत्रधार-समअपनी ही पराजय कीपृष्ठभूमि […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• एक–टूट रहे तटबन्ध हैँ, जल का हाहाकार।प्रलय आँख मे नाचता, लिये मृत्यु आकार।।दो–चाहत पूरी कर रहा, ले निर्मम-सा रूप।जनता मरती देश मे, निर्दय कितना भूप।।तीन–हा धिक्-हा धिक्! कर रही, क्रन्दन […]
आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय– उसकी भूख से बिलबिलाती आँतेँ–अन्तहीन सिलसिला से संवाद करना चाहती हैँ।उसकी चाहत–चीथड़ोँ मे लिपटीँ-चिपटीँ-सिमटीँ;अपनी पथराई आँखेँ पालतीँ;टुकुर-टुकुर ताकतीँ;आँखोँ से झपट लेने की तैयारी करतीँ,मेले-झमेले की गवाह बनकर रह जाती हैँ।उसके अन्तस् […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय•••••••••••••••••••••••••••••••••• शब्द की उष्मा;शब्द की कान्ति;शब्द की संगति;शब्द की ऊर्जा;सार्थक तभी होती हैजब शब्दकार–साधनापथ से आ जुड़ता है।शब्द सात्त्विक होता है,तुम ही अपने आचरण की सभ्यता मे रँगकर,उसे राजसी बनाते हो […]
आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय– शनिवार-रविवार; १३-१४ जुलाई, २०२४ ई० ग्रेट ब्रिटेन मे लन्दन के ऑल इंग्लैण्ड लॉन टेनिस ऐण्ड क्रिकेट क्लब’ मे खेले गये महिला और पुरुष-एकल-उपाधि के फ़ाइनल मुक़ाबले के परिणाम चेक गणराज्य और […]
Dr. Raghavendra Kumar Tripathi Raghav– One walked, two walked and gathering grew,The caravan assembled, and onward it flew.This is the way to journey, on common ground,With every hand united, strength will be found. But when […]
Raghavendra Kumar ‘Raghav’– The clock hand marches, minutes turn to hours.Seasons dance and twirl, adorned with floral powers.The world’s a shifting canvas, ever new and bold.Embrace each fleeting moment, stories yet untold. With open arms […]
मेरे बाबा (दादा) का नाम श्री हौसिला बख्स सिंह था। लेकिन घर, गांव, जंवार के सभी लोग उन्हें ‘भाई’ के नाम से पुकारते और जानते थे। हम लोगों के लिए वह ‘भाई बाबा’ थे। भाई […]
लगभग तीन दशक पहले की बात होगी। हमारे गांव बरी (रायबरेली) में प्रतिवर्ष श्री शतचंडी महायज्ञ और रामलीला हुआ करती थी। दिन में यज्ञ, शाम को कथा-प्रवचन और रात को रामलीला का मंचन होता था। […]
निर्देश– शुद्धता की दृष्टि से अधोटंकित वाक्योँ पर विचार करेँ :– एक– एक से सौ तक की गिनती हमने सीख लीं हैं।दो– हमने एक से सौ तक की गिनतियाँ सीख ली है। विवेचन-विश्लेषण– दोनो वाक्य […]
ज्यादातर छात्र चाहते हैं कि वह अपने शिक्षकों की ‘गुड बुक’ में रहें। गुरु जी उसे पहचाने, हर काम के लिए उसे याद करें। रजिस्टर लेकर आने को कहें, किताब/कापियां स्टाफ रूम में रखने को […]
(सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; ६ जुलाई, २०२४ ईसवी।)
इस बारबारिश की पहली बूँदों से खुद टूटकरटूटे-बिखरे पत्ते ने अपनी शाख से नयी कोपल को संभालने की अरदास की।अलग होने लगी बिखरी पत्तियाँ धरती का स्पर्श करकह रही हर ऊँचाई के बादइसी धरती की […]
बीते हुए वक्त मेंबीता हुआहर लम्हा याद आएगा। बन गई है जो जगहआपके हृदय मेंवो बीता हुआहर कल औरआज याद आएगा। मुक्त हो जाएगेइस जहाँ से एक दिनऔर छुप जाएगेआपके हृदय की ओट में। फिर […]
◆ हमने समयाभाव के कारण सविस्तार नहीँ बताया है; क्योँकि इसकी विस्तृत जानकारी कराने मे लगभग एक हज़ार शब्द टंकित करने पड़ते। इसका पाठशाला-विषयक पुस्तक मे विश्लेषण किया जायेगा। ◆ जहाँ संशय वा भ्रम हो, […]
कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में गुरुवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए पीएम मोदी की ओर से भारत का वक्तव्य […]