भारतीय महिलादल विश्वकप-क्रिकेट के फ़ाइनल मे पहुँचा

भारतीय दल की ओर से ख़राब कप्तानी, क्षेत्ररक्षण तथा कैच छोड़ने के बाद भी, जेमिमाह (१२७ रन) और कप्तान हरमनप्रीत (८९ रन) की शानदार शतकीय साझेदारी, ऋचा घोष, दीप्ति शर्मा और अमनजोत कौर के प्रभावकारी प्रदर्शन के कारण भारतीय महिलादल ने विश्वकप-क्रिकेट के सेमी फ़ाइनल मे ऑस्ट्रेलिया को अभी-अभी पराजित कर, फ़ाइनल मे प्रवेश कर लिया है। अब फ़ाइनल मे भारतीय दल का मुक़ाबला आगामी २ नवम्बर को दक्षिणअफ़्रीकी दल से होगा। इस जीत मे सर्वाधिक योगदान जेमिमाह का रहा है; क्योँकि वह अन्त तक बनी रही और १३४ गेंदोँ मे १२७ रन बनाकर चालीस से छियालीसवेँ ओह्वरोँ मे भारतीय बैटरोँ ने आवश्यक रन-रेट को अपने अनुकूल कर लिया था। ४७.३ ओह्वर मे भारतीय दल को फ़ाइनल मे पहुँचने के लिए १५ गेंदों मे १५ रन बनाने थे। अन्तत:, भारत ने ४८.३ ओह्वरोँ मे, यानी ९ गेंद-पहले ही पाँच खेलाड़िनो को खोकर ३४१ रन बनाकर भारत की झोली मे ‘विजय’ का उपहार डाल दिया है।

आरम्भ मे, ऑस्ट्रेलियाई दल ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए, १० विकेट पर ३३८ रन बनाये थे। अन्त के कुछ ओह्वरोँ मे भारतीय गेंदबाज़ोँ ने प्रभावकारी प्रदर्शन करते हुए, ऑस्ट्रेलिया को लगभग ३० रन अधिक बनाने से रोक दिया था।

(सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; ३० अक्तूबर, २०२५ ईसवी।)