आत्महत्या नहीं बेटे की निर्मम हत्या की गई, पुलिस से उठा भरोसा

हरदोई- संडीला थाना क्षेत्र के बहादुरखेड़ा गांव में हुई उदय की मौत के मामले में उसके पिता ने एसपी को एक शिकायती पत्र दिया है। जिसमें उदय की मौत को आत्महत्या बताए जाने का विरोध करते हुए उसकी निर्मम हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराए जाने की गुहार लगाई गई है।

           मामले की शिकायत करने पहुंचे गांव निवासी मिश्री लाल की आंखे आंसुओं से भर आई। उसने बताया कि पुत्र उदय (35) की बीती 14 अप्रैल की रात गांव के ही राजू, भूरे समेत तीन लोगों ने निर्मम हत्या कर शव को आटा चक्की के कारखाने में लटका दिया। पीडि़त के अनुसार उसने पुत्र का शव कारखाने में लटका देखा। शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। शव के पास में ही पीपा सटा हुआ रखा था और उसके पैर भी जमीन में लग रहे थे। उदय की लाश पर शर्ट की आस्तीन फटी हुई थी और समीप ही कुछ भूरे रंग के बाल उखड़े हुए पड़े थे। कारखाने में रखी बैटरी के तार भी उखड़े हुए थे। आरोप लगाया कि उक्त तीनो आरोपियों ने उसके बेटे की निर्मम हत्या कर दी। इतना ही नहीं पीडि़त का आरोप है कि उसने मामले की जानकारी पुलिस को दी। जिसपर पुलिसकर्मियों ने जबरन उसके आत्महत्या कराए जाने की लिखकर हस्ताक्षर करवाए।

        पीडि़त ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट को भी फर्जी बताया है। कहा कि उस समय के हालात हत्या का अंदेशा साफतौर पर बयां कर रहे थे । लेकिन आरोपियों की मिलीभगत से उसके साथ अन्याय किया जा रहा है। कहा कि आरोपी घटना के दिन उदय को घर से बुलाकर ले गए थे। लेकिन जब उसने यह बात पुलिस को बताई तो स्थानीय पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से इंकार कर दिया। इसको लेकर एसपी से न्याय की उम्मीद जगाई गई है। मामले की जांच पुलिस से न कराकर अन्य एजेंसी से जांच कराए जाने की मांग की गई है।