श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर सुनाई रामभरत मिलाप की कथा


पाली (हरदोई)- नगर के प्रतिष्ठित मन्दिर माता पँथवारी देवी मंदिर पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर पण्डित शिवशरण अग्निहोत्री ने भगवान श्री राम और भाई भरत के बीच में प्रेम पसंग का मार्मिक वर्णन किया ।

आगे उन्होंने एकादशी ब्रत के महत्व को बताते हुए कहा कि पांच कर्मेन्द्रियां और पाँच ज्ञानेन्द्रियो को और मन को अपने बस में करना ही एकादशी का ब्रत कहलाता है।

इस अवसर पर डॉ प्रशान्त दीक्षित,अनुपम दीक्षित,प्रदीप अवस्थी, मायाप्रकाश अवस्थी, बबलू दीक्षित,प्रफुल्ल मिश्रा,
शिवरतन कुशवाहा, प्रमोद मिश्र,योगेश पांडेय,हरीराम कुशवाहा,विमलेश मिश्र, आदि के साथ साथ सैकडों भक्त मौजूद रहे ।