ग़ज़ल– मोहब्बत में असर होता तो ये हालात न होते
मनीष कुमार शुक्ल ‘मन’ (लखनऊ) सज़ाएं काट लूँगा मैं तुम्हारा नाम न लूँगा | कभी भी अब ज़माने में प्यार से काम न लूँगा || मुहब्बत में असर होता तो ये हालात न होते | […]
मनीष कुमार शुक्ल ‘मन’ (लखनऊ) सज़ाएं काट लूँगा मैं तुम्हारा नाम न लूँगा | कभी भी अब ज़माने में प्यार से काम न लूँगा || मुहब्बत में असर होता तो ये हालात न होते | […]