योगी साहब प्रदेश के हजारों शिक्षण संस्थान योग्य शिक्षकों के अभाव में बेदम हैं

योगी साहब क्या आप भी पिछली सरकारों की तरह ही अपने शिलापट् पर ही ध्यान केन्द्रित करेंगे या फिर आप अपने स्वभाव से प्रदेश और व्यवस्था को नया आयाम प्रदान करेंगे...

राघवेन्द्र कुमार “राघव” 


उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने बजट में शिक्षा पर खासा ध्यान दिया है । योगी के नायब और शिक्षा मन्त्री डॉा ने दिनेश शर्मा ने ट्वीटर पर एक फीचर फोटो साझा करते हुए कहा है कि हमारी सरकार शिक्षा में व्यापक सुधार के लिए प्रयासरत है । फीचर में दर्शाया गया है कि सरकार ने बजट में शिक्षा को उन्नत करने के लिए कैम्पस में फ्री वाई फाई की सुविधा हेतु 50 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है । पिछड़े क्षेत्रों में सिक्षा का स्कर उठाने के लिए 166 दीन दयाल उपाध्याय इण्टर कॉलेज खोलने के लिए 25 करोड़ रूपे का प्रावधान किया है । लखनऊ में IIIT के भवन के लिए सरकार ने 10 करोड़ रूपए दिेए हैं । शिक्षा और शोध में उत्कृष्ट कार्य पर चांसलर अवॉर्ड दिए जाने की घोषणा की है ।

यह बहुत ही अच्छा है कि सरकार शिक्षा सम्बन्धी विषय को ध्यान में रख रही है । लेकिन विचार करने की बात यह है कि क्या सरकार ने मौजूदा शिक्षण संस्थानों के लिए भी कुछ विचार किया है ? प्रदेश के हजारों शिक्षण संस्थान योग्य शिक्षकों के अभाव में बेदम हैं । क्या बिना अच्छे शिक्षकों से केवल इमारत और फ्री इण्टरनेट से शिक्षा का स्तर उठ जाएगा ? शोध के लिए दोयम दर्जे की शिक्षा व्यवस्था से क्या हासिल होगा ? नकल के सहारे शिक्षा प्राप्त करने वाले क्या कभी मौलिक शोध कर पाएंगे ? हमने कई मॉडल स्कूलों में गधों और भैसों को चरते देखा है, क्या सरकार ने इन मॉडल स्कूलों के बारे में कुछ सोचा है ? वैसे इमारत के मामले में ये सफेद हाथी बने स्कूल किसी से कम नहीं हैं । बस कमी है तो छात्रों और अध्यापकों की । योगी साहब क्या आप भी पिछली सरकारों की तरह ही अपने शिलापट् पर ही ध्यान केन्द्रित करेंगे या फिर आप अपने स्वभाव से प्रदेश और व्यवस्था को नया आयाम प्रदान करेंगे ।