हरदोई में एमएलसी उमेश द्विवेदी सहित 121 वित्तविहीन शिक्षक गिरफ्तार, निजी मुचलके पर छूटे

                जिला में पिछले 21 मार्च को अपना-अपना सिर मुंडवाकर विरोध प्रदर्शन, इसके अगले दिन सरकार की तेरहवीं करके विरोध दर्ज कराने वाले वित्तविहीन शिक्षकों ने शुक्रवार को भी जमकर बवाल काटा। प्रदर्शनकारियों ने यूपी बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन केंद्र गवर्नमेंट इंटर कॉलेज (GIC) में ताला जड़ दिया और जमकर नारेबाजी की। हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर भारी मात्रा में पुलिस बल पहुंचा और प्रदर्शन कर रहे सभी शिक्षकों को गिरफ्तार कर। रिजर्व पुलिस लाइन में जाने के बाद भी वित्त विहीन शिक्षकों ने जमकर नारेबाजी की। यहां शिक्षकों के समर्थन में पहुंचे एमएलसी उमेश द्विवेदी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया और बाद में निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
         बता दें कि वित्त विहीन शिक्षक यूपी बोर्ड इलाहबाद की हाल ही में संपन्न हुई हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं जांचने (मूल्यांकन) का विरोध कर रहे हैं। इसी क्रम में शिक्षकों के समर्थन में शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी पहुंचे थे और शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे। लेकिन हरदोई पुलिस ने एमएलसी उमेश द्विवेदी को भी अपनी कस्टडी में ले लिया। गौरतलब है कि प्रदेश की राजधानी सहित कई जिलों में हो रहे प्रदर्शन के चलते हरदोई में भी वित्तविहीन शिक्षकों का कॉपी जांचने को लेकर बहिस्कार चल रहा है।
         माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक महासभा हरदोई के बैनर तले शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की। वित्तविहीन शिक्षक/कर्मचारियों के मानदेय को सरकार द्वारा अकारण बंद किए जाने के विरोध में शिक्षकों ने यह प्रदर्शन किया।मूल्यांकन का बहिष्कार करते हुए वित्तविहीन शिक्षकों ने मांग की है कि वित्तविहीन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक कर्मचारियों को कोषागार के समान कार्य समान का वेतन (जब तक यह लागू ना हो तब तक) सम्मानजनक मानदेय सुरक्षा आयुक्त सेवा नियमावली बनाकर दिया जाए।
पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए।
आदर्श शिक्षकों का विनियमितीकरण कंप्यूटर एवं व्यवसायिक शिक्षकों की समस्याओं का निस्तारण किया जाए।बोर्ड परीक्षा एवं मूल्यांकन के परिस्थिति पारिश्रमिक में वृद्धि करते हुए वर्षों से अवशेष परिश्रमिक तत्काल दिया जाए।उच्चीकृत जूनियर स्कूलों को अनुदान पर लिया जाए।
         एमएलसी ने कहाकि वित्तविहीन शिक्षकों का जब तक उनका अकारण रोका गया मानदेय शुरू नहीं किया जाता तब तक इसी तरह से विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। वही बोर्ड की परीक्षाओं के मूल्यांकन को भी प्रभावित कर दिया। यहां करीब 121 शिक्षक गिरफ्तार किये गए।एएसपी ज्ञानंजय सिंह के मुताबिक सभी शिक्षकों को सांकेतिक रूप से गिरफ्तार किया गया है। वही जीआईसी प्रांगण में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि कॉपी मूल्यांकन का काम प्रभावित न किया जा सके।