‘भाषारस-गागरी’ राष्ट्रीय महोत्सव का आयोजन आगामी १५ सितम्बर को

हिन्दीभाषा को बहुविध प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्य से ‘साहित्यांजलि प्रज्योदि’ की ओर से भाषाविद् डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की अध्यक्षता में ‘भाषारस-गागरी’ नामक राष्ट्रीय महोत्सव का आयोजन आगामी १५ सितम्बर को ‘शंकरलाल स्मारक भवन-सभागार’ कमला नेहरू मार्ग, इलाहाबाद (के०पी०गर्ल्स इण्टर कॉलेज के समीप) में अपराह्न ३ बजे से होगा। दो सत्रों में आयोजित महोत्सव का प्रथम चरण सारस्वत सम्मान-कार्यक्रम होगा, जिसमें डॉ० घनश्याम भारती (सागर, म०प्र०) को ‘भाषागौरव-सम्मान’, बालकृष्ण गौतम (सतना, म०प्र०) को ‘काव्यगौरव-सम्मान’, शिवशरण श्रीवास्तव (बिलासपुर, छत्तीसगढ़) को ‘गीतगौरव-सम्मान’ तथा धीरज श्रीवास्तव (सिद्धार्थनगर, उत्तरप्रदेश) को ‘सुरेशचन्द्र-स्मृति नवगीतगौरव-सम्मान’ से आभूषित किया जायेगा। इसी क्रम में ७५ वर्ष की अवस्था प्राप्त दो कवियों— महेश सक्सेना (ग़ाज़ियाबाद) और मुनीन्द्र श्रीवास्तव (इलाहाबाद) का सारस्वत अभिनन्दन किया जायेगा। उसके बाद बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन होगा, जिसमें विभूति मिश्र (प्रधानमन्त्री : हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग) मुख्य अतिथि, डॉ० घनश्याम भारती (हिन्दी-विभागाध्यक्ष : शासकीय महाविद्यालय, गढ़ाकोटा, सागर) विशिष्ट अतिथि तथा डॉ० रामकिशोर शर्मा (पूर्वविभागाध्यक्ष : हिन्दी, इलाहाबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय) मुख्य वक्ता रहेंगे। इस अवसर पर अन्य वक्तागण ‘मीडिया में शब्दानुशासन’, ‘हिन्दी-शोधलेखों में अनुवाद की भूमिका’, ‘अँगरेज़ी-माध्यम की शिक्षण-संस्थाओं में हिन्दी’, ‘भाषा और बोलियों का समाजशास्त्रीय विवेचन’, ‘प्राथमिक शालाओं में हिन्दी की स्थिति’, ‘लघु पत्र-पत्रिकाओं में हिन्दी-भाषा का वर्तमान’ तथा ‘विधिक कार्यों में हिन्दी-प्रयोग’ विषय पर विचार प्रकट करेंगे। द्वितीय चरण में ‘गीत और ग़ज़ल-समागम’ होगा। यह सूचना संस्थाध्यक्ष और महोत्सव-संयोजक डॉ० प्रदीप चित्रांशी ने दी है।