क्राइम कण्ट्रोल का मानक ताख पर रख 15 निरीक्षकों और एक उपनिरीक्षक का तबादला, 6 थानेदार भी इधर-उधर

हरदोई: एसपी राजेश द्विवेदी ने एक दिन पहले 6 उपनिरीक्षकों समेत 27 पुलिसकर्मियों का तबादला किया था। आज फिर तबादला एक्सप्रेस को रवाना कर 15 निरीक्षक और एक उपनिरीक्षक का कार्यक्षेत्र बदल दिया है। अधिकांश प्रभारियों को इधर से उधर किया गया है। किसी प्रभारी को लाइन या अतिरिक्त में नहीं भेजा गया है, यह विचारणीय है।

बताते चले कि आचार संहिता हटने के बाद हरदोई एसपी ने कल एक तबादला लिस्ट जारी की है। जिसमें 6 उपनिरीक्षकों समेत 27 पुलिसकर्मियों का तबादला किया था। जिसके बाद आज एक और लिस्ट रिलीज करते हुए 15 निरीक्षकों और एक उपनिरीक्षक के कार्यक्षेत्र में फेरबदल किया है। प्रभारी निरीक्षक टड़ियावां नित्यानंद सिंह को प्रभारी निरीक्षक संडीला, प्रभारी निरीक्षक संडीला दिलेश कुमार सिंह को कछौना, प्रभारी निरीक्षक कछौना संदीप कुमार सिंह को प्रभारी निरीक्षक हरपालपुर, निरीक्षक सुनील सिंह के गैर जनपद स्थानांतरण पर कार्यमुक्ति तारीख 20 मई नियत होने पर, प्रभारी निरीक्षक एएचटीयू इंद्रजीत सिंह को प्रभारी निरीक्षक थाना माधौगंज, प्रभारी निरीक्षक माधौगंज राजवीर सिंह को प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात गंगेश कुमार शुक्ला को प्रभारी निरीक्षक थाना टड़ियावां, यातायात निरीक्षक अनिल यादव को प्रभारी मॉनिटरिंग/पैरवी सेल, प्रभारी मॉनिटरिंग/पैरवी सेल ध्रुव कुमार को यातायात निरीक्षक बनाया गया है। साथ ही पुलिस लाइन/माल निस्तारण सेल से धर्मेंद्र प्रताप सिंह को प्रभारी थाना एएचटीयू/माल निस्तारण सेल, अतिरिक्त निरीक्षक अतरौली वहीद अहमद को अतिरिक्त निरीक्षक थाना लोनार, अतिरिक्त निरीक्षक थाना हरपालपुर वासुदेव यादव को अतिरिक्त निरीक्षक थाना मल्लावां, अतिरिक्त निरीक्षक थाना सांडी हाकिम सिंह यादव को अतिरिक्त निरीक्षक थाना अतरौली, अतिरिक्त निरीक्षक थाना सांडी हरिनाथ यादव को अतिरिक्त निरीक्षक थाना टड़ियावां, अतिरिक्त निरीक्षक थाना पिहानी प्रेम पाल को अतिरिक्त निरीक्षक थाना हरपालपुर, अतिरिक्त निरीक्षक थाना लोनार इख्तियार हुसैन को अतिरिक्त निरीक्षक थाना पिहानी बनाया गया है। उपनिरीक्षक कौशल किशोर यादव को पुलिस लाइन से एसपी ने पीआरओ बनाया है। 

एसपी राजेश द्विवेदी द्वारा किए गए तबादले लोगों के बीच चर्चा में है। किसी भी प्रभारी निरीक्षक को अतिरिक्त में नहीं भेजा गया है।अतिरिक्त वालों को अतिरिक्त में इधर-उधर थानों में तैनात किया गया है, जबकि जो चार्ज पाए हैं उनको इधर-उधर थानों का प्रभारी बनाया गया है। अन्दरखाने आरोप लगाये जा रहे हैं कि कई इंस्पेक्टर अपनी विवादित कार्यशैली के लिए जाने जाते है और कई थानेदारों की भ्रष्ट शैली ही उनकी पहचान है। लेकिन उन्हीं थानों के थानेदार बरकरार रखे गये हैं। जिन अधिकारियों ने मेहनत करके अपराध पर नकेल कसी उन्हीं की बदली कर दूसरे थाने को भेज दिया।