तीर्थराज प्रयाग की जय हो!

January 21, 2023 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय प्रयाग एक हृदयहारी तीर्थ है। तीर्थ ‘तृ’ धातु का शब्द है, जिसका अर्थ ‘पार करना’ है। इसी धातु के अन्त मे जब ‘थक्’ प्रत्यय जोड़ा जाता है तब ‘तीर्थ’ शब्द […]

कविता : प्रयाग

October 18, 2018 0

जगन्नाथ शुक्ल…✍ (इलाहाबाद) ऋषि भरद्वाज के यज्ञ की आग हूँ। मैं युगों-युगों से तीर्थराज प्रयाग हूँ।। सूर्य-चन्द्र की ज्योति तक आबाद हूँ, मैं  ही  अकबर  का अल्लाहाबाद हूँ। चन्द्रशेखर आज़ाद के हृदय का ताप हूँ, […]

प्रयाग में परिवर्तन और प्रगति की त्रिवेणी, नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ता इलाहाबाद

February 8, 2018 0

कल इलाहाबाद में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने केन्द्रीय मन्त्री अनुप्रिया पटेल और प्रेदेश के उप मुख्यमन्त्री केशव प्रसाद मौर्या ने निम्न योजनाओं को इलाहाबाद की झोली में डाला… 5,632 करोड़ रुपये की लागत […]

अनन्यतम तीर्थराज प्रयाग की जय हो

January 14, 2018 0

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय- ‘प्रयाग’ शब्द की निष्पत्ति ‘यज्’ धातु से होती है; ‘प्र’ उपसर्ग प्रकृष्ट, श्रेष्ठ, उत्कृष्ट का बोधक है, जबकि ‘याग’ शब्द ‘यज्ञवाची’ है। अनुपम तीर्थस्थान प्रयाग के पक्ष में हमारे सनातन पौराणिक ग्रन्थ […]