रानी पद्मावती का साहस और त्याग एक मिसाल

भंसाली को जूता मारने वाले को दूंगा 50 हजार का इनाम: राजवर्धन सिंह राजू

               अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय सचिव राजवर्धन सिंह राजू के नेतृत्व में संजय लीला भंसाली द्वारा निर्मित फिल्म पद्मावती का विरोध कर राष्ट्रपति को सम्बोधित एक ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को वन्दिता श्रीवास्तव को सौंपा गया है। क्षत्रिय समाज की प्रतीक पद्मावती को गलत तरीके से फिल्म में दर्शाये जाने पर महासभा के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में फ़िल्म निर्माता संजय लीला भंसाली का पुतला भी फूंका।
             अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय सचिव राजवर्धन सिंह ने कहा कि रानी पद्मावती के जीवन पर आधारित एक फिल्म जिसका नाम पद्मावती है। उसके ट्रेलर में फिल्म को मनोरंजक व दिलचस्प बनाने के लिए मां पद्मावती के इतिहास को गलत तरीके से छेड़छाड़ किया गया जिससे क्षत्रिय समाज ही नहीं बल्कि सभी समाज के लोग काफी आहत है। रानी पद्मावती राजपूतों की ही नहीं समूचे हिंदुस्तान का गौरव और भारतीय महिलाओं के स्वाभिमान का प्रतीक है उन्होंने जौहर करके भारतीय महिलाओं के लिए जो बलिदान दिया है वह इतिहास में अमर है। श्री सिंह ने कहा कि संजय लीला भंसाली ने पद्मावती पर आपत्तिजनक दृश्य फिल्मकार क्षत्रिय समाज का अपनान किया है जिसे वह और क्षत्रिय समाज किसी कीमत पर बर्दाश्त नही करेगा। श्री सिंह ने फ़िल्म निर्माता संजय लीला भंसाली को जूता मारने वाले को 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
          राष्ट्रीय महामंत्री युवा कुलभूषण सिंह मोनू ने कहा कि हमेशा से ही क्षत्रिय समाज को फिल्मों में गलत तरीके से दिखाया जा रहा है। अब आगे ऐसी कोई भी फिल्म रिलीज नहीं होने देंगे जिसमें क्षत्रिय समाज को बलात्कारी लुटेरे या फिर भारतीय महिलाओं के सम्मान, साहस और बलिदान पर कोई प्रश्न चिन्ह उठाया जाएगा ऐसी फिल्म का खुलकर विरोध किया जाएगा।प्रदेश महासचिव राजीव सिंह ने कहा कि माँ पद्मावती के सम्मान व स्वाभिमान का मजके बनाने वाले भंसाली जैसे व्यक्ति को क्षत्रिय समाज कभी माफ नही करेगा और इसका खामियाजा भंसाली को उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भंसाली सोची समझी रणनीति के तहत इस प्रकार की विवादित फिल्मों का निर्माण करता है ताकि उसकीफ़िल्म को मुफ्त की पब्लिसिटी मिल सके और उसकी फ़िल्म करोड़ो अरबों का बिजनेश कर सके। उन्होंने कहा कि लेकिन इस बार भंसाली ने क्षत्रिय समाज के इतिहास पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करने का प्रयास किया है जिसकी कीमत उसे चुकानी होगी।
     प्रदेश सचिव मुकुल सिंह ने कहा कि इस संगठन का उद्देश्य समाज को सकारात्मक और रचनात्मक गतिविधियों से जोड़कर उस का उत्थान करना है रानी पद्मावती का साहस और त्याग एक मिसाल है। प्रदेश संयोजक डी0पी0 सिंह चौहान ने कहा की रानी पद्मावती नारी के सम्मान का प्रतीक है ऐसे में उन पर आधारित फिल्म में उन्हें केंद्र में रखकर आपत्तिजनक दृश्यों को दिखाया जाना निंदनीय है। ज्ञापन के माध्यम से अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने राष्ट्रपति से मांग की है कि ऐसी फिल्म को पूरे भारत में बैन कर दिया जाए और साथ ही आगे कभी भी  किसी भी फिल्म में क्षत्रिय समाज को गलत तरीके से प्रस्तुत ना किया जाए अन्यथा क्षत्रिय समाज धरना देने को बाध्य रहेगा।
      इस मौके पर प्रदेश सचिव युवा अभिषेक प्रताप सिंह, मंडल उपाध्यक्ष युवा सौरव सिंह गौर, प्रदेश महासचिव राजीव सिंह, जिला अध्यक्ष अतुल सिंह, युवा जिलाध्यक्ष अमित सिंह मीतू, अलंकार सिंह, अखंड प्रताप सिंह, आलोक सिंह चौहान, अंकित सिंह, आशीष सिंह राजा, दिलीप सिंह, अजय सिंह मोनू, पवन सिंह, पंकज सिंह, अमित सिंह, आदि मौजूद रहे।