कछौना पुलिस से उठा न्याय का भरोसा, सीएम डीजीपी को लिखा पत्र 

जिसे यूपी 100 पकड़ लायी उसे बिना कार्यवाही छोड़ा, आरोपी से ही तहरीर लेकर लिखी गयी फर्जी एफआईआर

कछौना(हरदोई)- रविवार को कछौना दुर्गा मंदिर पर हुई मारपीट व लूटपाट के बाबत आठ नामजद व दो दर्जन अज्ञात उत्पातियों पर स्थानीय पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन पीड़ित का भरोसा स्थानीय पुलिस पर नहीं रहा, जिससे न्याय मिलने की उम्मीद न देख सूबे के मुख्यमंत्री व उच्चाधिकारियों को पीड़ित ने पत्रभेज कर जिले के अन्य थाने से जाँच करने की मांग की है।
         बताते चले कि नगर के मोहल्ला रेलवेग़ंज  स्थित रेलवे परिसर में बने दुर्गा माता के मंदिर को रंगाई-पुताई को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ गए जमकर मारपीट हुई दहशत फैलाने के लिए आरोपियों द्वारा कई राउंड फायर किए गए । अफरा-तफरी का माहौल बन गया । सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों को थाने लाकर मुकदमा दर्ज कर घायलों को डॉक्टरी परीक्षण के लिए भेजा है । रेलवे स्टेशन दुर्गा मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष सुरेश चंद गुप्ता एवं उनके पुत्र पंकज नीरज धीरज एवं अमर गुप्ता तथा भाई बबलू गुप्त द्वारा मंदिर की रंगाई पुताई का कार्य कराया जा रहा था । सुरेश गुप्ता ने बताया कि मोहल्ले के ही प्रदीप गुप्ता अखिलेश गुप्ता पुत्र स्वर्गीय सत्यनारायण गुप्ता बबलू गुप्ता पुत्र स्वर्गीय बाबूलाल गुप्ता संदीप स्वर्गीय सुरेश रवि गुप्ता स्वर्गीय जय नारायण गुप्ता शिवम पुत्र स्वर्गीय रमेश दीपक श्रीवास्तव पुत्र स्वर्गीय कैलाशनाथ श्रीवास्तव कपिल गुप्ता पुत्र स्वर्गीय शिव शंकर गुप्ता एवं अन्य लगभग दो दर्जन अज्ञात लोग एकदम मंदिर पर धावा बोल दिया और यह कहते हुए मारने पीटने लगे कि मंदिर कि बाहर के हिस्से की पुताई उन सब के द्वारा कराई जाएगी । आरोपी गाली गलौज करते हुय मारपीट करने लगे । इसी बीच भीड़ से कई राउंड फायर भी किये गए जिससे अफरातफरी मच गयी और लोग दुकानें बंद कर भाग लिये । सूचना पर पहुँची पुलिस कई लोगों को साथ थाने लायी और किसी तरह मामले को शांत कराया । पीड़ित सुरेश गुप्ता ने बताया कि बीते वर्ष मंदिर पर श्री कृष्ण जन्म अष्टमी मनाने के लिये लगभग साढ़े पांच लाख चंदा एकत्र हुआ था और खर्च ढाई लाख ही हुआ था । बीते वर्ष पूरी जिम्मेवारी उपरोक्त लोग देख रहे थे । यह भी बताया कि इस वर्ष जन्माष्टमी में उपरोक्त लोगों को भागीदारी से दूर रखा गया एवं बीते वर्ष के बचे रुपयों का हिसाब देने को कहा गया तो भड़क उठे और झगड़ा कर दिया । यह भी बताया कि मारपीट में पंकज गुप्त की सोने की चेन वजन लगभग 15 ग्राम तथा 1950 रुपए भी लूटने का आरोप लगाया गया है । थानाध्यक्ष ब्रजेश सिंह ने बताया था कि आपस में झगड़ा हुआ है  । दोनों पक्षों प्रदीप गुप्त और सुरेश की तहरीर पर विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जाँच शुरू कर दी गयी है।
     इस मामले में पीड़ितों की तरफ से बुलाई गई यूपी 100 की पुलिस ने एक युवक को पकड़ कर थाने ले गयी थी जिसको पुलिस ने देर शाम न सिर्फ छोड़ दिया बल्कि उसी की तहरीर पर एक फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया। पीड़ित ने आरोप लगाए है कि अब हमलावर मामले में सुलह करने का दबाव बना कर धमकाते हुए घूम रहे है। पीड़ित का कहना है कि उसे कछौना पुलिस पर भरोसा नही है और वह मुकदमे को प्रभावित कर हल्का अथवा समाप्त करने के प्रयास में है। पीड़ित ने सीएम के साथ मुख्य न्यायाधीश हाईकोर्ट, डीजीपी, मानवाधिकार आयोग, डीएम व एसपी को पत्र भेजकर विवेचना स्थानन्तरित किये जाने की मांग की है।