मध्यप्रदेश की सरकार अब अध्यापकों से शराब बेचवायेगी

— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

यह है, भारतीय जनता पार्टी-शासित मध्यप्रदेश के शासक ‘मामा’ का चरित्र! जी हाँ, मामा के नाम से मशहूर शिवराज सिंह चौहान के मातहतों ने एक आदेश निर्गत कर अध्यापकों को शराब की दुकानों पर बैठने का निर्देश कर दिया है। ज्ञात हुआ है कि वहाँ की प्रमुख विपक्षी पार्टी ‘काँग्रेस’ के उग्र विरोध के चलते उक्त आदेश वापस लेना पड़ा है। अब प्रश्न है, शिवराज का चरित्र इतना गिर चुका है कि उन्होंने हमारे आध्यापकों से शराब बेचवाने की गुस्ताख़ी कर डाली। उस व्यक्ति को तो सार्वजनिक रूप से मुआफ़ी माँगनी चाहिए।
जब से भारतीय जनता पार्टी की न्यूइण्डिया की मोदी-सरकार बनी है तबसे उस पार्टी-शासित राज्यों में अजब-ग़ज़ब के कारनामे देखने-सुनने को मिल रहे हैं– कहीं शिक्षा-परीक्षा-नियुक्ति और पशुपालन-घोटाला तो कहीं शिक्षा-जैसे पवित्र कर्म करनेवालों को शराब की दुकानों पर ज़िलाधिकारी-द्वारा बैठने का आदेश करना।

ऐसी स्थिति को जानते-समझते हुए भी देश की जनता डरी-सहमी हुई है कि कहीं कथित सरकार उसकी और उसके परिवार के किसी सदस्य की नौकरी खाकर उन्हें कथित ‘देशद्रोही’ घोषित कर दे।

(सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; २० जून, २०२० ईसवी(