खण्ड शिक्षा अधिकारी की स्वीकृति पर बीएसए ने एक प्रधानाचार्य व शिक्षक पर की कार्रवाई

  • विभागीय अनदेखी व शिक्षकों की कार्यशैली में प्रभावी सुधार न होने के कारण प्राथमिक विद्यालयों का बुरा हाल ।
  • पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया का उद्देश्य बेअसर साबित ।

कछौना (हरदोई) : “पढ़ेगा इण्डिया तो बढ़ेगा इण्डिया” के उद्देश्य को लेकर सरकार परिषदीय विद्यालयों की दशा-दिशा बदलने के लिए सतत प्रयासरत है। प्राथमिक विद्यालयों में हमारे सुनहरे भविष्य की नींव रखी जाती है। सरकार की पहली प्राथमिकता परिषदीय विद्यालयों में आवश्यक मूलभूत सुविधायें बेहतर हों, जिससे शैक्षिक वातावरण बेहतर हो सके । इसलिए मिशन कायाकल्प व शिक्षकों को लाखों रुपयों का बजट जारी किया जाता है। परंतु विभागीय अनदेखी व शिक्षकों की कार्यशैली में प्रभावी सुधार न होने के कारण प्राथमिक विद्यालयों का बुरा हाल है।

खण्ड शिक्षा अधिकारी मनोज कुमार बोस ने प्राथमिक विद्यालय ढोली का औचक निरीक्षण किया। जिसमें प्राथमिक विद्यालय ढोली की हालात काफी बुरी पाई गई। विद्यालय भवन की पुताई मानक के अनुसार नहीं पाई गई। पुताई चुने से कराई गयी। विद्यालय में स्थित शौचालयों का बुरा हाल था, फर्श टूटी पड़ी थी। कंपोजिट ग्राट धनराशि का सही प्रयोग नहीं किया गया था। किचन शेड भी जर्जर था। चहारदीवारी का कार्य ग्राम पंचायत द्वारा चल रहा था। विद्यालय परिसर में लगी 10 यूकेलिप्टस पेड़ की नीलामी प्रक्रिया में धांधली की गई थी। प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद द्वारा अपने कर्तव्य को सही पालन न करना, उदासीनता व लापरवाही पूर्वक रवैए के चलते खंड शिक्षा अधिकारी की स्वीकृत पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाचार्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। ऐसा एक गंभीर मामला प्राथमिक विद्यालय बीरपुर का आया। जहां पर तैनात शिक्षक मनोज कुमार एक माह से गलत तरीके से विद्यालय में अनुपस्थित चल रहे थे। चिकित्सीय अवकाश को मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज नहीं किया था। जिसमें उनकी गलत मंशा स्पष्ट हो रही थी। शायद बाद में विद्यालय में चिकित्सीय अवकाश हटाकर उपस्थित दर्ज करा देते। घोर लापरवाही के चलते अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने की कार्यवाही व स्पष्टीकरण देने का कड़ा निर्देश दिया गया है। इन कार्यवाही से लापरवाही करने वाले शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।

रिपोर्ट- पी०डी० गुप्ता