कहानी प्यार की : अधूरा पन्ना

उसने कहा कि मेरे सिवा उसका कोई अपना नहीं है हमने कहा अच्छा , 

और हां सुनो मुझे न तुम्हारे सारे दुख बाटने है हमने कहा अच्छा , 

मुझे तुम्हारी स्माइल, तुम्हारी आंखें, गाल पर डिम्पल, तुम्हारी बाते सब पसंद है , 

तुम्हारे साथ पूरी जिंदगी रह सकते है हंसी तो आ गई फिर हमने कहा अच्छा , 

तुम दूर हो तो क्या हुआ हम फिर भी दिनभर साथ रह सकते है , 

सुबह चैट पर और रात वीडियो कॉल पर बात कर सकते है हमने कहा अच्छा , 

मुझे कोई गिफ्ट या चॉकलेट नहीं चाहिए तुम जैसे चाहो हम वैसे रहेंगे , 

पहले तुम थोड़ा  सेटल हो जाओ फिर हम शादी करेंगे हमने कहा अच्छा 

तुम तो दिल्ली में रहोगे रोज मिलने नही आओगे तो हम तुमको बहुत मिस करेंगे। 

जब थोड़ी सेविंग हो जाए तो जॉब छोड़ देना हम रेस्टोरेंट का बिजनेस करेंगे हमने कहा अच्छा!

फिर एक दिन कहने लगी की यार तुम बदल गए हो पहले जैसे नहीं हो। 

हम दोनो बहुत अलग है मैं जैसा चाहती थी तुम वैसे नहीं हो हमने कहा अच्छा!

रात एक बजे कह रही सुनो पापा का कॉल आ रहा कल बात करते है।

सुनो बुरा मत मानना कभी-कभी अपने दोस्त से बात करते है हमने कहा अच्छा!
वैसे पता है तुम न बेहतर डिजर्व करते हो ये बहुत दिनो से कहना चाहते है।

यार दिन भर कॉल मत किया करो अब हम अकेले रहना चाहते है हमने कहा अच्छा!

मुझे लगता है अब मै अपनी पढ़ाई पर और तुम करियर पर फोकस करो।

ये प्यार मोहब्बत सब बकवास है चलो अब बस करो हमने कहा अच्छा!

वो मेरा अब नहीं था, उसके पास सिर्फ मै ही तो नही था।

मुझे उससे कुछ तो कहना था पर कहने को अब कुछ नहीं था फिर हमने कहा अच्छा!

परेशान मत होना खुश रहना और जितना जल्दी हो सके मुझे भूल जाना।

खाना टाइम से खा के ऑफिस के बाद रोज जिम चले जाना हमने कहा अच्छा!

ऐसा लगा अब बर्बाद हो गया अब कैसे करेंगे फिर से जिंदगी शुरू।

कुछ पुरानी फोटो देख रहा था तभी दिल ने कहा कैसे हो गुरु हमने कहा अच्छा!

   --Sitanshu Tripathi, M.P.