मेरा क्या है और मुझे क्या है जैसी मानसिकता से बाहर आना होगा : श्री मोदी

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर उनका स्‍मरण करते हुए श्री मोदी ने कहा कि उन्‍होंने देश के लिए सुशासन का सपना देखा और इसके जरिए देश को विकास के पथ पर अग्रसर किया । अटल बिहारी वाजपेयी जी ने अपने शासनकाल में गुड-गर्वनेस पर बल दिया । उसके बाद पूरे हिंदुस्‍तान को जोड़ने का स्‍वर्णिम चतुर्भुज बनाने का सपना वाजपेयी जी ने देखा और अपने कार्यकाल में उस पर बहुत तेजी से काम भी किया । श्री मोदी ने ईंधन की बचत के लिए सार्वजनिक परिवहन के उपयोग की पैरवी करते हुए पेट्रोलियम के आयात से जुड़े खर्च में कमी लाने पर जोर दिया । हमारी कोशिश है कि भारत की आजादी के 75 साल 2022 में जब पूरे हों तो विदेशों से जो हम पेट्रोलियम प्रोडक्‍ट इम्‍पोर्ट करते हैं उसमें कुछ कमी कर सकें ।

श्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि जब तक मेरा क्या है और मुझे क्या है जैसी मानसिकता हावी रहेगी, सरकार तब तक प्रभावी रूप से काम नहीं कर पाएगी । प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने इस मानसिकता को बदल दिया है । श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के निर्णय राष्ट्र हित में लिए जाते हैं किसी राजनीतिक लाभ के लिए नहीं । उन्होंने कहा कि भारत एक समृद्ध देश है, लेकिन भारत के लोग कुशासन के कारण उसकी समृद्धि का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं । श्री मोदी ने क्रिसमस के अवसर पर लोगों को अपनी शुभकामनाएं दीं । उन्होंने भारत रत्न से सम्मानित दो महान विभूतियों पंडित मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण किया, जिनका आज जन्म दिवस मनाया जा रहा है ।