साहित्यकार कल्याण एवं प्रकाशन अनुदान के लिए 21 जुलाई तक करें आवेदन

हरदोई– जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने अवगत कराया है कि उप्र सरकार की साहित्यकार कल्याण योजना के अन्तर्गत विषम आर्थिक स्थिति से ग्रस्त या रूग्ण साहित्यकारों को जिनकी वार्षिक आय रुपया पांच लाख तक है, उन्हें अधिकतम रुपया पचास हजार तक अनावर्तक चिकित्सा के लिए आर्थिक सहायता हेतु उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान लखनऊ ने प्रस्ताव आमंत्रित किये है।

श्री सिंह ने बताया कि इसके साथ ही प्रकाशन अनुदान योजना के तहत ऐसे रचनाकारों को जिनकी वार्षिक आय रूपया पांच लाख तक है और उनकी पाण्डुलिपि के मुद्रण के लिए अनुदान प्रस्ताव हिन्दी संस्थान ने आमंत्रित किये है, पुस्तक अधिकतम 200 पृष्ठों की हो और अनुदान प्रस्ताव के साथ पाण्डुलिपि संलग्न करना अनिवार्य होगा तथा प्रस्तुत पाण्डुलिपि वापस नहीं की जायेगी।

उन्होने दोनों योजनाओं की नियमावली में आने वाले जनपद के साहित्यकारों से कहा है कि उक्त योजनाओं के लाभ हेतु हिन्दी संस्थान, लखनऊ कार्यालय से आवेदन पत्र प्रारूप प्राप्त करें या योजनाओं के विवरण एवं प्रार्थना पत्र का प्रारूप आदि की जानकारी संस्थान की वेबसाई  से प्राप्त कर प्रार्थना पत्र 21 जुलाई 2023 तक हिन्दी संस्थान, लखनऊ कार्यालय में जमा करें।