प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भगवान बुद्ध के बताए रास्ते पर चलकर वर्तमान की सभी समस्याओं का हल निकाला जा सकता है। नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में बुद्ध जयंती समारोह का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि एन.डी.ए. सरकार लोगों की सेवा के लिए भगवान बुद्ध के बताए करूणा और सेवा के मार्ग पर चल रही है।
आज के युग में जिन संकटों से हम जूझ रहे हैं जिन समस्याओं से हम जूझ रहे हैं। उन समस्याओं का समाधान भगवान बुद्ध के दिखाए रास्ते पर चलते हुए संभव है। समय की मांग है कि संकट से अगर विश्व को बचाना है। बुद्ध का प्रेम का संदेश सबसे उपयुक्त मार्ग है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार गरीबों को सशक्त बनाने के लिए अनेक योजनाओं पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत 31 करोड़ से अधिक गरीबों ने अपने बैंक खाते खोले हैं। श्री मोदी ने कहा कि बुद्ध सर्किट के लिए सरकार ने तीन अरब साठ करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि को मंजूरी दी है।
बुद्धि सर्किट के लिए सरकार 360 करोड़ से ज्यादा स्वीकृत कर चुकी है। इससे उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, गुजरात ऐसे स्थानों पर बुद्ध स्थलों का और विकास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध की शिक्षाओं ने अनेक देशों की नीतियों को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि भारत ने कभी भी किसी देश पर आक्रमण नहीं किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यू इंडिया बनाने के लिए सभी को योगदान करना होगा। मैं चाहता हूं कि आज जब आप यहां से जाए तो मन में इस विचार के साथ जाए कि 2022 में जब हमारा देश स्वतंत्रता के 75 वर्ष का पर्व मना रहा होगा। तब तक ऐसे कौन से 5 या 10 संकल्प होंगे जिन्हें आप पूरा करना चाहेंगे। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर सारनाथ स्थित केन्द्रीय उच्चतर तिब्बती अध्ययन संस्थान और बोध गया स्थित अखिल भारतीय भिक्षु संघ को वैशाख सम्मान प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। केन्द्रीय संस्कृति मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा और गृह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू भी कार्यक्रम में मौजूद थे। देश विदेश में आज बुद्ध पूर्णिमा मनाई जा रही है। बिहार में बुद्ध पूर्णिमा, धार्मिक उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई जा रही है। बोधिवृक्ष के नीचे विशेष प्रार्थना आयोजित की गईं जिसमें विभिन्न देशों के बौद्ध भिक्षुओं ने विश्व शांति की कामना की। आज सुबह श्रद्धालुओं ने बौद्ध गया में शोभा यात्रा निकाली जिसमें काफी संख्या में बौद्ध धर्मावलंबियो ने भाग लिया बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर महाबौद्धि मंदिर और विभिन्न देशों के बौद्ध मठों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है।