साहित्य संगम संस्थान की घनाक्षरीशाला का भव्य उद्घाटन

दिल्ली:-साहित्य संगम संस्थान की अभी तक 22 इकाइयां और आठ शालाओं में एक और शाला का नाम जुड़ गया। आज घनाक्षरी शाला का बहुत ही भव्य उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त अंतराष्ट्रीय कवि डॉ.अनिल चौबे जी ने उद्घाटन का फीता घनाक्षरी की खूबसूरत जानकारी देकर काटा।

डॉ.अनिल चौबे जी ने उद्घाटन समारोह को प्रशिक्षण दिवस के रूप में प्रस्तुत किया। डाॅ चौबे जी ने घनाक्षरी को बहुत बारीकी से समझाया और सभी साहित्यकारों के प्रश्नों का उत्तर बड़ी सरलता और सौम्यता से देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यक्रम को पूरा सफल बनाने में पूर्व आई पी एस एवं साहित्य संगम संस्थान के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव आ.प्रशांत करण जी की अहम भूमिका रही। संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष आ.राजवीर सिंह मंत्र जी ने धन्यवाद ज्ञापन देकर समारोह में आए देश विदेश के साहित्यकारों एवम् अतिथि महोदय का आभार व्यक्त किया संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष आ.कुमार रोहित रोज जी एवम प्रमाणन अधिकारी आ.संगीता मिश्रा जी ने पिछले दस दिन से इस कार्यक्रम को सफल बनाने की बागडोर संभाल रखी थी और पूरे कार्यक्रम में सक्रिय रहे। सह अध्यक्ष आ.मिथलेश सिंह मिलिंद जी ने कार्यक्रम में सभी साहित्यकारों का उत्साह बढ़ाकर घनाक्षरी लेखन के लिए प्रेरित किया।
अंत में डाॅ. अनिल चौबे जी को संस्थान ने खूबसूरत अभिनंदन पत्र दिया एवम् वंदना प्रस्तुति देने वाले आ.सुधा बसोर, आ.अनिल पालीवाल,आ.अनिता शर्मा, आ.श्वेता धूत जी को साहित्य सरगम सम्मान पत्र से विभूषित कर कार्यक्रम का समापन किया गया।