कहीं भाजपा के दामन मे दाग न लगा दें दागी

अझुवा के पूर्व चैयरमैन-पति ओमप्रकाश कुशवाहा व चेयरमैन अनिल कुमार भाजपा मे शामिल

विजय कुमार, कौशाम्बी :

नगर पंचायत अझुवा कौशांबी की पूर्व चेयरमैन श्रीमती शांति देवी कुशवाहा के पति ओमप्रकाश कुशवाहा एवं उनके खास चहेते चेयरमैन अनिल कुमार को कल सूबे के डिप्टी सी.एम. केशव प्रसाद मौर्य के सिराथू विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर नामांकन के पश्चात जन विश्वास रैली मे भाजपा मे शामिल किए जाने की घोषणा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे.पी.नड्डा की मौजूदगी मे की गयी। उसके उपरांत आज डिप्टी सी.एम. श्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रधान चुनाव कार्यालय सिराथू मे स्वागत कर दोनो को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करायी।

पिछले करीब आठ वर्षों से अझुवा के विकास कार्यों मे करोड़ों रुपये का व्यापक भ्रष्टाचार और कमीशनबाजी करके मोक्षधाम, धोबीघाट तालाब, दलितों के लिए अंत्येष्टि स्थल, सोलर पावर प्लांट की स्थापना, गौशाला निर्माण, नगर के मार्ग प्रकाश संबंधी कार्यों, दर्जनों सड़कों, नाली-नालियों के निर्माण मे अनियमितताओं, बारात घरों के निर्माण, सामुदायिक शौचालयों के निर्माण, सार्वजनिक स्थलों पर इंटरलाकिंग के कार्यों, हैंडपंपों की स्थापना एवं रिबोर के कार्यों, स्वच्छ भारत से संबंधित उपकरणों की खरीददारी एवं सार्वजनिक बुनियादी सुविधाओं आदि मे धांधली कर नगरवासियों को सरकार से मिलने वाली सार्वजनिक बुनियादी सुविधाओं मे पलीता लगाकर अपनी तिजोरी भरने, निजी नामी-बेनामी, अचल संपत्ति बनाने एवं ऐशोआराम की जिंदगी जीने वाले लोग जिनके कारनामों से नगर की जनता कराह रही है, वे भाजपा का कितना भला कर पाएंगे ये तो आने वाला वक्त तय करेगा। लेकिन भाजपा मे शामिल होने से ऐसे लोग को अपने बचाव के लिए जो कार्य दलालों के माध्यम से धन खर्च करके पिछले दरवाजे से कराना पड़ता था वह अब स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है।

इनके कारनामों के संबंध मे दर्जनों शिकायतों एवं बार-बार समाचार पत्रों के माध्यम से भ्रष्टाचार के ऐसे अनगिनत मामलों को उजागर होने के बावजूद भी आखिर शासन-प्रशासन ने अझुवा के विकास को अंधकार मे डुबाकर जनता के हिस्से के सरकारी धन से अपनी निजी तिजोरिया भरने एवं विलासितापूर्ण जीवन का आनंद उठाने वाले ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्यवाही क्यों नहीं की? जिन लोग के कारनामों की वजह से अझुवा नगर क्षेत्र की जनता भाजपा की विकास पसंद सरकार होने के बावजूद विकास के हर बड़े प्रोजेक्ट पर लीपापोती का शिकार होने के कारण विकास की बुनियादी चीजों को वर्षों से तरसती रही है एवं जिनकी वजह से सरकारी जमीनों और तालाबों पर धन के लालच मे अतिक्रमण कराकर सरकारी भू संपत्तियों का नुकसान किया गया वे लोग भाजपा की पवित्र गंगा मे स्नान करके उसे कितना लाभ पहुंचाएंगे या फिर राजनीतिक लाभ लेने एवं अपने कारनामों से बचने के लिए भाजपा का दामन थामे हैं यह तो आने वाला वक्त तय करेगा। वैसे भी जनता दल से शुरू हुआ राजनीतिक सफर मौके का फायदा उठाने के लिए समाजवादी पार्टी से होते हुए जनसत्ता और अब फिर भाजपा तक पहुंचा है। वैसे भी अवसरवादी लोग का न तो कोई स्थायी ठिकाना होता है न ही कोई सैद्धांतिक विचारधारा ऐसे मे भाजपा जैसी सैद्धांतिक पार्टी के साथ ऐसे अवसरवादी लोग के दामन थामने से क्षेत्र मे लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं सुनने को मिल रही है। अब ऐसे लोग के द्वारा भाजपा का दामन थामने से वे भाजपा को कितनी मजबूती देंगे या फिर भाजपा के परंपरागत वोटरों का भी नुकसान कराते हैं यह तो आने वाले 10 मार्च को पता चल पाएगा।