दिल्ली जाने से मना करने पर किशोरी ने लगाई फांसी मौत

-बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कन्हई खेड़ा का मामला
-सोमवार की शाम शिवानी की अपनी मां से हुई थी कुछ कहासुनी 


              कोथावां (हरदोई)- दिल्ली न जा पाने से नाराज किशोरी ने घर के बरामदे में फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक के पिता ने कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया है। कोतवाली पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर शव को विच्छेदन गृह भेज दिया गया है।
                बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कन्हई खेड़ा निवासी उदय प्रताप गांव में खेतीबाड़ी का कार्य करते हैं। इनका छोटा भाई विजय पाल पुत्र शंभू काफी दिनों से दिल्ली की एक कपड़ा फैक्ट्री में कार्य करता है। विजय पाल अपने बच्चों के साथ भाई की पुत्री शिवानी (17) को दिल्ली ले गया था। दिए गए प्रार्थना पत्र में पिता ने बताया कि 10 दिन पूर्व भाई विजय पाल पुत्री शिवानी को छोड़ दिल्ली वापस लौट गया था। इधर शिवानी दोबारा दिल्ली न जा पाने से मां व पिता से झगड़ती रहती थी। सोमवार की शाम शिवानी की अपनी मां से कुछ कहासुनी हुई थी। घर के सभी परिजन सोने लगे। शिवानी ने घर के बरामदे में फांसी लगा ली। सुबह होने पर शिवानी का शव फांसी पर झूलते देख परिजन हतप्रभ रह गए। इसकी सूचना बेनीगंज कोतवाली को दी गई। मृतका शिवानी पांच भाई बहनों में दूसरे नंबर की थी। बड़ी बहन की शादी हो चुकी थी। शिवानी से छोटा भाई अजय 13 वर्ष, बहन जूली नौ वर्ष, भाई मोनू पांच वर्ष है। शिवानी के पिता उदय प्रताप गांव में ही खेतीबाड़ी का कार्य कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं।

…आखिर शिवानी दिल्ली क्यों जाना चाह रही थी


मृतका शिवानी बचपन से ही चंचल स्वभाव की होने के कारण घूमने का शौक था। शिवानी अपने छोटे से गांव से निकल दिल्ली गई तो उसे दिल्ली अच्छी लगने लगी। चाचा के साथ वापस जैसे-तैसे अपने गांव तो आ गई, मगर दोबारा जाने न दिए जाने से उसे अपना गांव व घर में कुछ अच्छा नहीं लग रहा था। आखिर में शिवानी ने मौत को चुन कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। आखिर शिवानी दिल्ली क्यों जाना चाह रही थी? ये विषय गांव में चर्चा का बना हुआ है।