गुरु पूर्णिमा पर्व का महत्त्व व्यास जी के जन्म से है – अनूप ठाकुर महाराज

रामू बाजपेयी :

हरदोई- हरदोई के असलापुर गांव में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर अनूप ठाकुर जी महाराज के द्वारा गुरु महिमा का वर्णन किया गया ।इस मौके पर अनूप ठाकुर महाराज ने अपने गुरूदेव के चित्र का पूजन अर्चन कर आरती की।

अनूप ठाकुर जी महाराज ने कहा कि गुरु का मतलब होता है गु माने अंधकार रू माने प्रकाश जो अंधकार से निकालकर प्रकाश की ओर ले जायें वही सच्चा गुरु होता आषाढ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से इसलिए जाना जाता है कि इसी दिन चार वेद छः शास्त्र अठारह पुराणों के निर्माता भगवान वेदव्यास का जन्म हुआ था इसलिए ग्रन्थों का जनक व्यास जी को माना जाता है इसी दिन संसार के सभी शिष्य अपने अपने गुरुदेव का पूजन अर्चन कर उनके दीर्घायु की कामना करते हैं।