जितना वैध उपभोग होगा उसी के आधार पर राजस्व उपलब्धियां होगी : प्रमुख सचिव आबकारी

आबकारी विभाग द्वारा जिला स्तर पर संचालित सभी फुटकर लाइसेंसी (देशी/विदेशी मदिरा, बीयर एवं माडल शॉप) का एक साथ एक ही तिथि पर निरीक्षण कराया गया। निरीक्षण के लिए उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, आबकारी निरीक्षक/ प्रधान आबकारी सिपाही/आबकारी सिपाही की संयुक्त टीमें गठित की गई थीं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य मदिरा के उत्पादन, संचरण और वितरण को सुनिश्चित किया जाना है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में 6619 फुटकर देशी शराब की दुकानों, 3173 फुटकर विदेशी मदिरा की दुकानों, 2610 फुटकर बीयर की दुकानों और 251 फुटकर माडल शॉप का निरीक्षण किया गया। इस प्रकार प्रदेश में जिलावार कुल 12653 देशी शराब, विदेशी मदिरा, बियर व मॉडल शॉप की फुटकर दुकानों को निरीक्षित किया गया।

प्रमुख सचिव आबकारी ने बताया कि विभाग का उद्देश्य मादक वस्तुओं से संबंधित गतिविधियों को विनियमित एवं नियंत्रित करते हुए अधिकतम राजस्व प्राप्ति के माध्यम से प्रदेश के संसाधनों में वृद्धि करना है। उन्होंने बताया कि वर्तमान आबकारी नीति उपभोग आधारित है, अर्थात जितना वैध उपभोग होगा उसी के आधार पर राजस्व उपलब्धियां होगी। प्रमुख सचिव आबकारी ने प्रदेश में जिला स्तर पर संचालित सभी देशी शराब, विदेशी मदिरा, बीयर व मॉडल शॉप की फुटकर दुकानों पर वास्तविक उपभोग के अनुसार राजस्व प्राप्ति के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही अवैध मदिरा की आपूर्ति व उपभोग के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए हैं।