‘शब्दशिल्प-संस्कार’ की उपयोगिता-महत्ता को समझें

January 2, 2021 0

•••••••••••••••••••••••••••••••हमारा सांस्कृतिक-सामाजिक वैभव कैसे लुप्त हुआ? ★आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हमने जब अँगरेज़ी तिथि, माह तथा वर्ष अङ्गीकार कर लिये हैं अथवा उनका व्यवहार करने के लिए व्यवस्था बना दी गयी है तब उन्हें ‘आङ्गल’ […]

देवनागरी लिपि और हिन्दीभाषा की महत्ता

November 5, 2020 0

★ ललकार/हुंकार/चुनौती– आपमें से कोई भी इस आलेख में से ‘एक भी’ अशुद्धि निकाल कर दिखाये। — आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हमारी देवनागरी लिपि और हिन्दीभाषा उतनी सहज नहीं हैं, जितनी हिन्दी-भाषा के जानकारजन प्राय: […]

‘सर्जनपीठ’ और ‘साहित्यांजलि प्रज्योदि’ के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित बौद्धिक परिसंवाद

September 16, 2020 0

जीवन जीने की कला सिखाती हिन्दी ‘भाषारस-गागरी’ समारोह के अन्तर्गत पिछले तीन दिनों से ‘सारस्वत सभागार’, लूकरगंज, प्रयागराज में आयोजित हो रहे विविध कार्यक्रमों का समापन १६ सितम्बर के बौद्धिक परिसंवाद-कार्यक्रम ‘पठन-पाठन में हिन्दी-भाषा की […]

छात्रों को नागरिक कर्तव्य एवं हिन्दी भाषा के महत्त्व के बारे में दी गई जानकारी

January 10, 2020 0

विद्यालय में हुआ गोष्ठी का आयोजन । दीपक कुमार श्रीवास्तव- कछौना (हरदोई)। नागरिक कर्तव्य एवं जागरूकता अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को कस्बा कछौना स्थित यू जे इंटरनेशनल स्कूल में गोष्टी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। […]