शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से किया जाए मुक्त

लखनऊ : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा आयोजित यूनियन एंड लीडरशिप स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सूचना आयुक्त सुभाष सिंह ने कहा कि शिक्षिकाओं पर दोहरी जिम्मेदारी होती है, शिक्षा के साथ साथ बच्चो को संस्कार भी देना होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिससे न केवल परिवार सशक्त होता है बल्कि राष्ट्र का निर्माण भी होता है। आज के शैक्षणिक विषय पर भोनहोने कहा कि परिषदीय शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों में न लगाया जाए जिससे की शिक्षण कार्य सुचारू रूप से चल सके।

संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार पाण्डेय ने बताया कि आज के इस प्रशिक्षण के माध्यम से विभिन्न जिलों की लगभग 20 शिक्षिकाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उसके बाद पर प्रशिक्षित टीचर पूरे प्रदेश में जाकर महिला शिक्षिकाओं को शिक्षा व संगठन के सशक्तिकरण के लिए प्रशिक्षण करेंगी। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के सहयोग से पूरे प्रदेश में शिक्षा के सशक्तिकरण के लिए तथा महिलाओं को जोड़ने के लिए इस तरीके निरंतर कार्यशाला आयोजित करेगा। महिला महिला नेटवर्किंग की चेयरपर्सन गीता पांडे एवं मोनिका शर्मा सभी महिलाओं को शिक्षा को किस प्रकार गुणवत्तापूर्ण की जाए तथा इसमें आने वाली चुनौतियों से निपटने के तरीके बताएं। इस अवसर पर महामंत्री उमाशंकर सिंह, कोषाध्यक्ष ठाकुरदास यादव, उपाध्यक्ष डॉo अनुज त्यागी, संयुक्त महामंत्री आलोक मिश्रा आदि उपस्थित रहे।