चेन्नै एषुंबूर’ और ‘चेन्नै एग्मोर’ का रहस्यवाद

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय


इस समय मैं चेन्नै (तमिलनाडु) से इलाहाबाद (उत्तरप्रदेश) के लिए प्रस्थान कर चुका हूँ।
एक स्टेशन है, जहाँ हिन्दी में ‘चेन्नै एषुंबूर’ लिखा है और अँगरेज़ी में ‘चेन्नै एग्मोर’ (Chennai Egmore)। मैं इस समय जिस रेलगाड़ी में सवार हूँ, वह १५ मिनट-पूर्व एक ऐसे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर खड़ी थी, जहाँ एक ही स्टेशन के दो नाम लिखे थे, जिसके दो नाम हैं, ‘चेन्नै एषुंबूर’ और ‘चेन्नै एग्मोर’।
ऊपर के चित्र में दोनों की वर्तनी देखी जा सकती है।
अधिकतर लोग ‘चेन्नै’ की वर्तनी ‘चेन्नई’ लिखते हैं, जो कि अनुपयुक्त और अशुद्ध है, उपयुक्त और शुद्ध वर्तनी ‘चेन्नै’ है। मैं इसी शुद्ध वर्तनी का प्रयोग करता हूँ।
अभिप्राय यह है कि एक स्टेशन के दो नाम होने और दिखने से भ्रम की स्थिति बन जाती है, जबकि यहाँ का जनसामान्य ‘चेन्नै एग्मोर’ का ही उच्चारण और लेखन करता है।
मैंने दो भाषाओं में एक ही स्टेशन के दो नामों के रहस्य को समझने का प्रयास किया था, किन्तु सफलता नहीं मिली। ऐसा इसलिए कि कोई बता नहीं पाया, फिर मैंने आत्म चिन्तन कर यह निष्कर्ष निकाला कि ‘एषुंबूर’ तमिल शब्द है और ‘एग्मोर’ अँगरेज़ी का शब्द। दोनों के अर्थ अभी सुस्पष्ट नहीं हो पाये हैं; स्थानीय नागरिकों से प्रश्न भी किये थे, परन्तु अनुत्तरित हैं; सन्धान-अनुसन्धान गतिमान् है।


(सर्वाधिकार सुरक्षित : डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, इलाहाबाद; १२ मार्च, २०१८ ई)