अपने आवास पर पत्रकारों से बोले पूर्व विधायक गंगा सिंह भाजपा पार्टी अपनी नीतियों से भटक गयी है

एससी/एसटी एक्ट के संसोधन पर भाजपा के पूर्व विधायक गंगा सिंह का बड़ा बयान

            हरदोई- एससी एसटी एक्ट को लेकर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक गंगा सिंह चौहान ने अपनी ही पार्टी के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। पूर्व विधायक ने कहा जब सुप्रीम कोर्ट भी इस बात को स्वीकार कर रही कि एक्ट का दुरुपयोग हो रहा है तो फिर भाजपा को संशोधन की इतनी जल्दी क्या थी। गंगा सिंह चौहान ने कहा कि उनको लगता है भाजपा अपनी ही नीतियों से दिग्भ्रमित हो गई है। वह एक्ट के विरोध में क्रमिक अनशन व भूख हड़ताल करेंगे।
             अपने आवास पर पूर्व विधायक गंगा सिंह चौहान ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला और इस एक्ट के संशोधन पर सवाल खड़े कर दिए। गंगा सिंह चौहान ने कहा अनुसूचित जाति जनजाति की सार्थकता समाप्त होने लगी और बदले की भावना लोभ लालचवश जब सर्व समाज के लोगों पर फर्जी मुकदमों की बाढ़ आने लगी तो सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे मामलों को गंभीरता से संज्ञान में लिया और निर्देश दिए ऐसे मामलों में जांचोपरांत दोषी होने पर ही कार्यवाही की जाए। इस आदेश से देश में रहने वाले 80 प्रतिशत लोगों ने राहत की सांस ली।
           उन्होंने कहा कि लेकिन केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों को दरकिनार कर पहले से भी अधिक सख्त कानून बना दिया। इस कानून से देश के समाज के लोगों ने इसके विरोध में भारत बंद जैसे कार्यक्रम भी किये परंतु केंद्र सरकार वोट के लालच में कोई बदलाव नहीं करना चाहती। कहा कि केंद्र सरकार इस काले कानून के जरिये सर्व समाज लोगों को कठपुतली बनाकर 20 प्रतिशत लोगों का सिर्फ वोट ही हासिल करना चाहती है।
           उन्होंने कहा कि सर्व समाज अपने हितों की रक्षा के लिए जाग्रत हो चुका है उसके लिए संघर्ष के लिए भी तत्पर है। बताया 22 सितंबर को हरदोई के गांधी मैदान में सर्व समाज के लोग एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन कर कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन देंगे। उनकी मांग है कि एससी एसटी एक्ट सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देश के अनुरूप संशोधित हो, सवर्ण आयोग का गठन हो । गरीब सवर्णों को आरक्षण का लाभ मिले और अगर मांगे नहीं मानी जाती हैं तो 13 अक्टूबर को कलेक्ट्रेट में क्रमिक अनशन और भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। इस दौरान राजवर्धन सिंह राजू भी मौजूद रहे।