तरल ऑक्‍सीजन के उपयोग के संबंध में किसी उद्योग को कोई छूट नहीं

केन्‍द्र ने देश भर में मेडिकल ऑक्‍सीजन की कमी को दूर करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। सरकार ने राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि तरल ऑक्‍सीजन का इस्‍तेमाल विशेष रूप से चिकित्‍सा उद्देश्‍यों के लिए ही किया जाना चाहिए।

ऑक्‍सीजन के उपयोग के संबंध में नौ उद्योगों को दी गई छूट वापस ले ली गई है। अब केवल सीरिज और शीशी निर्माताओं, फार्मा उद्योग और रक्षा बलों सहित तीन औद्योगिक क्षेत्रों को ही यह छूट दी गई है। देश में चिकित्‍सा ऑक्‍सीजन की उपलब्‍धता बढ़ाने के लिए यह फैसला किया गया है। केन्‍द्रीय गृह सचिव अजय भल्‍ला ने राज्‍यों के मुख्‍य सचिवों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों को इस संबंध में पत्र लिखा है। श्री भल्‍ला ने ऑक्‍सीजन उत्‍पादन इकाइयों से अधिक से अधिक उत्‍पादन करने तथा इसे सरकार को उपलब्‍ध कराने को कहा है। तरल ऑक्‍सीजन का मौजूदा सारा भंडार भी सरकार को उपलब्‍ध कराया जाना चाहिए, जिससे इसका चिकित्‍सा में प्रयोग किया जा सके। श्री भल्‍ला ने कहा तरल ऑक्‍सीजन के उपयोग के संबंध में किसी उद्योग को कोई छूट नहीं दी गई है।